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हेलो दोस्तों, मैं आज अपनी कहानी आप सब लोगो के साथ शेयर करने जा रहा हु. मैं टाइम नहीं वेस्ट करूँगा. मेरा नाम रोहित है और मेरी उम्र १८ साल है. मैंने अपनी मौसी की बेटी की चुदाई की, इसी साल. बात उन दिनों की है, जब मैं अपने विलेज आया था नाना - नानी के पास. वहां सब लोग थे. वहां मेरी मौसी भी आई हुई थी अपनी दोनों बेटियों के साथ. एक बेटी को जब मैंने देखा, मेरा मूड कुछ बदल सा गया. वो मुझे बहुत सेक्सी लगी और वो मुझसे उम्र में काफी छोटी थी. वो स्कूल की एक बच्ची थी, पर थी तो एक लड़की ही.

उसका नाम था सोनी. वहां और भी बच्चे थे. मैं आपको बता दू, कि मैंने तब तक कभी पहले सेक्स नहीं किया था. लेकिन मुझे सेक्स करने का बहुत दिल करता था. वहां सभी बच्चे मुझसे छोटे थे और मैं ही सबसे बड़ा था. सब रोज़ खेलते थे. मेरी मौसी की लड़की, जोकि मेरी छोटी बहन थी वो मेरे आगे - पीछे घुमती थी. मैं बहुत ही बोर हो रहा था वहां पर. क्योंकि मेरी उम्र का कोई था ही नहीं वहां पर. हमारे विलेज में दो हाउस है, एकदिन मैं सामने वाले हाउस में बैठा था, दोपहर के दो बज रहे थे उस वक्त.

तभी मेरी छोटी बहन मेरे पास आई. उसने फरोक पहनी हुई थी और मेरे सामने आ कर बैठ गयी. मेरा ध्यान उसकी फरोक के अन्दर गया, उसने ब्लैक कलर की कच्छी पहनी हुई थी. मैं इग्नोर नहीं कर पा रहा था, मेरा लंड खड़ा हो रहा था उसकी नंगी चिकनी टाँगे देख कर. अब मैंने उसको कुछ खेलने को बोला. मैंने कहा - चलो, डॉक्टर - डॉक्टर खेलते है. वहां के बच्चे अक्सर ये सब खेलते थे. वो मान गयी और मैं खुश हो गया. मैं डॉक्टर बन गया और उसका चेक - उप करने लगा. अब मैंने सबसे पहले उसको उल्टा किया और उसकी पेंटी में हाथ डाल कर चेक करने लगा. क्या मज़ा आ रहा था. फिर उसने अपने आप अपनी पेंटी उतार दी और मैं उसकी नंगी गांड को घुर रहा था. फिर मैंने उसको सीधा किया और अब उसकी चूत देखी. एक भी बाल नहीं था, एकदम गोरी चिकनी मस्त चूत थी उसकी. मैं अब उसकी चूत में ऊँगली डाल रहा था और वो मज़े ले रही थी. फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा और वो बस हस रही थी.. पर मैं उस दिन उसकी चुदाई नहीं कर पाया. उसके बाद, मैंने बाथरूम में जा कर उसके नाम की मुठ मारी.

अगले दिन, घर पर कोई नहीं था. सिर्फ सारे बच्चे ही थे और मैं. बाकी सब लोग बाहर गए हुए थे. सब थोड़ी देर बाद सो गए. सोनी जागे हुए थी और वो नहाने जा रहे थी. उसने मेरे सामने ही अपनी फरोक उतारी और बनियान भी. उसके बूब्स अच्छे थे, छोटे थे बट शेप में थे. मैंने कहा - नहा लो ऐसे ही. यहाँ कोई नहीं है. अब वो कच्छी में नहा रही थी. मैं आज उसकी चुदाई का प्लान बना रहा था और वो नहा कर आई और कपड़े बदलने लगी. अब वो पूरी नंगी थी. बहुत सेक्सी लग रही थी. उसने शॉर्ट्स पहने और तैयार हो गयी. मैंने कहा चल खेलते है. वो मान गयी. हम ऊपर दूसरी मंजिल में चले गए और वहां मैंने उसको कहा - कुछ अलग करे? वो बोली - आप मुझसे सेक्स करना चाहते हो? मैं ये सुनकर दंग रह गया. मैंने कहा - तुझे कैसे पता? वो बोली - मैंने पहले भी एक लड़के से चुद चुकी हु. उस समय मुझे ये सब पता नहीं था. उसने बताया, कि जब वो लखनऊ में थी तब उसकी सहेली के भाई ने उसको और उसकी सहेली को चोदा था. मेरी छोटी बहन के पापा यानि मौसा जी गवर्नमेंट जॉब में थे.

ये बात २ - ३ साल पहले की थी. वो बहुत छोटी उम्र में चुद गयी थी. पर वो अब जानती थी, कि ये सब गलत है. पर वो मेरे साथ सेक्स करने के लिए मान गयी. मुझे यकीन नहीं हो रहा था. मैंने कहा - मुझे सेक्स के बारे में कम पता है, उसने कहा - कोई बात नहीं. अब मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू किये और उसको एकदम नंगा कर दिया और मैं भी नंगा हो गया. मैं उसके बूब्स चूसने लगा था. उसके बूब्स बहुत छोटे थे, लगभग नीबू के साइज़ के. लेकिन बहुत मज़ा आ रहा था. अब वो अपने आप मेरा लंड चूसने लगी. उसको सब पता था, कि सेक्स कैसे करते है और मुझे भी अपनी चूत चाटने को कहा. मैं उसकी चूत चाट रहा था. वो अहहहः अहहहहहः कर रही थी. उसको बहुत मज़ा आ रहा था. अब मैंने उसको लिटाया और उसकी टाँगे खोली और अपना लंड उसकी चूत में डालने लगा. लेकिन मुझे उसकी चूत मिल ही नहीं पा रही थी, तो उसने मेरे लंड को अपने हाथो से पकड़ा और अपनी चूत में रख कर मुझे धक्का लगाने को कहा. स्टार्टिंग में थोड़ी प्रॉब्लम हुई, लेकिन बाद में मज़ा आ रहा था. उसकी चूत नार्मल थी, क्योंकि वो पहले ही पूरी चुदी हुई थी. मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया था वो अहहहः अहहहः ऊओहोह्ह्ह्ह एसस्सस्सस्सीईईईई की आवाज़े निकाल रही थी.

मैं झड गया. उसने फिर से मेरा लंड खड़ा किया और अब मुझे नीचे लिटाया और मेरे लंड में बैठ गयी और कूदने लगी. मैं बहुत मज़े से उसकी चूत मार रहा था. मुझे यकीं नहीं हो रहा था, कि इतनी छोटी बच्ची मुझे सेक्स करना सिखा रही थी. वो मुझे किस कर रही थी, लंड अन्दर - बाहर हो रहा था और मैं उसके बूब्स सक कर रहा था. मैं फिर झड़ गया. अब मेरा लंड मुश्किल से ३रड टाइम खड़ा हुआ. इस बार मैंने उससे पूछा - तुमने गांड मरवाई है? उसने कहा - हाँ. मैं हर तरह से चुदी हु. फिर मैं उसको कुतिया बनाया और उसने लंड पकड़ कर अपनी गांड में डाला. गांड थोड़ी टाइट थी. अब मैं अपनी बहन की गांड मार रहा था. फिर मैं थक गया और लेट गया. फिर हमने किसिंग की और अपने कपड़े पहने. वो बोली - भैया मज़ा आया? मैने कहा - बहुत. मैंने फिर उससे पूछा - तुम किसी और से भी चुदी हो? उसने कहा - नहीं. मुझे पता है ये गलत है.

तो मैंने कहा - तुमने मेरे साथ पहले सेक्स क्यों किया? उसने कहा - कि कल जिस तरह से आप मेरे कपड़े उतार रहे थे और गांड और चूत दबा रहे थे. मैं समझ गयी, कि आप सेक्स के लिए तरस रहे ही और फिर मैंने आप को अपने नाम की मुठ मारते हुए भी देखा था. फिर मुझे आप पर दया आ गयी और आप की इच्छा पूरी कर दी. मैं जानती हु, कि आपका दिल भरा नहीं है. इसलिए आप जब तक यहाँ है, मुझे चोद सकते है. मैं वहां पर पुरे ७ दिन तक रहा और हम रोज़ किसी ना किसी तरह से सेक्स करते थे. मुझे मेरी कजिन सिस्टर ने सेक्स की नॉलेज दी. मैंने उसको थैंक्स बोला. उसके बाद - आज तक ना उसने और ना मैंने किसी के साथ सेक्स किया. अब हम अच्छे दोस्त है.
 
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