जब अन्दर की गर्मी बढ़ गयी

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Antarvasna, hindi sex stories: मैं रोहतक का रहने वाला हूं और मैं कोलकाता में जॉब करता हूं। एक दिन मैं कोलकाता से पटना अपने किसी काम से जा रहा था उस दिन मैं फ्लाइट में था और फ्लाइट में मेरी मुलाकात शोभिता के साथ हुई। शोभिता से जब उस दिन मैं मिला तो मुझे काफी अच्छा लगा यह पहली बार था जब मैंने इतनी बातें किसी लड़की से की थी। शोभिता भी बहुत ज्यादा खुश थी शोभिता ने मुझे पहली बार में ही अपना नंबर दे दिया था और यह मेरे लिए बहुत ही अच्छा था। मैं शोभिता से फोन पर बातें करने लगा था मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि शोभिता और मैं एक दूसरे के इतने ज्यादा करीब आ जाएंगे। अब हम दोनों एक दूसरे के बहुत ज्यादा करीब आ चुके थे और यह मेरे लिए बहुत ही अच्छा था। शोभिता कोलकाता में हीं रहती है लेकिन शोभिता ने मुझे कभी भी इस बारे में नहीं बताया कि वह पहले से ही शादीशुदा है।

मैंने शोभिता से जब इस बारे में पूछा तो शोभिता ने मुझे कहा कि उसकी शादी जरूर हुई थी लेकिन उसकी शादी शुदा जिंदगी ज्यादा समय तक चल ना पाई और उसका डिवोर्स हो गया। हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे और यही वजह थी कि शोभिता और मैं एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते। हम दोनों साथ में होते तो हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता और मैं इस बात से बहुत खुश था कि शोभिता और मैं एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं। मैं और शोभिता एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और मैं चाहता था कि अब मैं शोभिता से शादी कर लूँ। जब मैंने शोभिता से इस बारे में कहा तो शोभिता इस बात से बहुत ही खुश थी।

शोभिता मुझे कहने लगी कि अगर तुम चाहते हो कि तुम मुझसे शादी कर लो तो तुम्हें उसके लिए पहले अपने परिवार से बात करनी होगी। मैंने शोभिता से कहा कि वह लोग मेरी बात मान जाएंगे तुम बिल्कुल भी चिंता ना करो लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि मेरे परिवार वाले कभी भी शोभिता के साथ मेरे रिश्ते के लिए तैयार नहीं होंगे। अब हम दोनों शादी तो नहीं कर सके लेकिन हम दोनों रिलेशन में बहुत ही खुश हैं। जिस तरीके से हम दोनों का रिलेशन चल रहा है उससे मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। एक दिन मैं और शोभिता साथ में बैठे हुए थे उस दिन शोभिता ने मुझसे कहा कि आकाश मैं चाहती हूं कि हम लोग शादी कर ले।

मैंने शोभिता से कहा कि मैं भी यही चाहता हूं लेकिन तुम्हें तो मालूम है कि मेरे परिवार वाले इस बात के लिए तैयार नहीं है। शोभिता ने मुझे कहा कि तुम अपने परिवार को किसी भी तरीके से मना लो और हम दोनों शादी कर लेते हैं। मैंने शोभिता को कहा कि ठीक है मैं उनसे एक बार इस बारे में बात करता हूं। मुझे कुछ दिनों के लिए रोहतक जाना था इसलिए मैंने अब अपने परिवार से अपने और शोभिता के रिश्ते के बारे में बात की। जब हमारे रिश्ते की बात मैंने घर पर की तो वह लोग इस बात के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थे लेकिन मैं चाहता था कि उन्हें मैं शोभिता से मिलाऊँ। मैंने शोभिता को फोन किया और शोभिता रोहतक आ गई।

जब शोभिता रोहतक आई तो शोभिता और मैं एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश थे। हम दोनों चाहते थे कि हम एक दूसरे से शादी कर लें। मैंने जब शोभिता को अपने परिवार से मिलवाया तो वह लोग भी कहीं ना कहीं शोभिता को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर चुके थे। मुझे इस बात की बड़ी खुशी थी कि वह लोग अब शोभिता को अपनी बहू के रूप में स्वीकार कर चुके हैं। घर वालो की रजामंदी से हम दोनों की शादी हो गयी और हम दोनों की शादी शुदा जिंदगी बहुत ही अच्छे से चल रही है। जिस तरीके से मैं और शोभिता एक दूसरे के साथ हैं उससे हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है। एक दिन मैं और शोभिता साथ में बैठे हुए बातें कर रहे थे उस दिन मैंने शोभिता से कहा कि अब तो तुम इस बात के लिए खुश होगी की मेरे परिवार वाले तुम्हारे साथ मेरी शादी के लिए तैयार है।

शोभिता मुझे कहने लगी कि हां मैं इस बात के लिए बहुत खुश हूं कि तुम्हारे परिवार वाले तुम्हारे साथ मेरी शादी के लिए तैयार हो चुके हैं। हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश है और हम दोनों ने जल्द ही शादी करने का फैसला कर लिया था। जब हम दोनों ने शादी करने का फैसला किया तो सब लोग हमारी शादी के लिए तैयार थे। जब हम दोनों की शादी हो गई तो मैं बहुत ही ज्यादा खुश था कि शोभिता के साथ मेरी शादी हो चुकी है और मेरा शादीशुदा जीवन बहुत ही अच्छे से चल रहा है। जिस तरीके से शोभिता और मेरी जिंदगी एक दूसरे के साथ चल रही है उससे मुझे बड़ी खुशी है और हम दोनों एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते है। जब मेरी शादी हो गई तो उसके बाद मैंने शोभिता से कहा कि हम लोग कहीं घूमने के लिए चलते हैं। हम दोनों घूमने के लिए शिमला जाना चाहते थे। मैंने कोलकाता से अपनी जॉब छोड़ दी थी और मैं रोहतक में ही रह कर अपना काम करने लगा था।

हम लोग घूमने के लिए शिमला चले गए थे जब हम लोग घूमने के लिए गए तो मैं और शोभिता बहुत खुश थे। जिस तरीके से हम लोगों ने शिमला में एक दूसरे के साथ अच्छा समय बिताया उससे हम दोनों को बड़ा ही अच्छा लगा। मैं बहुत ही ज्यादा खुश था कि शोभिता मेरी पत्नी बन चुकी है। हम लोग शिमला में कुछ दिन रहने वाले थे और शिमला में हम लोगों ने साथ में खूब इंजॉय किया और कुछ दिन बाद हम लोग वापस लौट आए थे। एक दिन मैं और शोभिता घर पर ही थे उस दिन शोभिता ने मुझे कहा कि क्यों ना आज हम लोग कहीं घूमने के लिए जाए। मैंने शोभिता से कहा कि आज मुझे घर लौटने में थोड़ा देर हो जाएगी तो वह कहने लगी कि कोई बात नहीं। जब मैं घर लौटा तो उस दिन हम दोनों साथ में घूमने के लिए गए।

हमने उस दिन मूवी देखी लेकिन जब हम लोग घर लौटे तो उस दिन घर लौटने में हम दोनों को काफी देर हो गई थी। हम दोनों घर लौटने के बाद एक दूसरे से बातें कर रहे थे। शोभिता मेरे साथ बहुत ही ज्यादा खुश है और मुझे इस बात की खुशी है कि शोभिता के साथ मैं अपनी जिंदगी को अच्छे से बिता रहा हूं। शोभिता और मैं एक दूसरे से बातें कर रहे थे और बातें करते-करते मेरा हाथ शोभिता की जांघ पर लगा तो वह गर्म होने लगी। मैं भी गर्म हो चुका था हम दोनों की गर्मी बढ़ने लगी थी। मैंने शोभिता से कहा मैं तुम्हारी चूत में लंड घुसाना चाहता हूं। जब उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया और अपने मुंह में मेरे लंड को लिया तो मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। अब वह बहुत ज्यादा खुश थी वह जिस तरीके से मेरे मोटे लंड को अपने मुंह में ले रही थी उसकी गर्मी बढ़ती ही जा रही थी और मेरी गर्मी भी बहुत बढ चुकी थी। मैं और शोभिता एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश है और जिस तरीके से वह मेरे लंड को चूस रही थी उस से वह मेरी गर्मी को बढ़ा रही थी।

मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके कपड़े उतारकर जब मैंने उसकी ब्रा को खोला तो वह मचलने लगी। मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरू किया और उसके निप्पल पर अपनी जीभ को लगाकर मैंने उसकी उत्तेजना को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया था। वह उत्तेजित हो चुकी थी और मेरी गर्मी लगातार बढ़ती जा रही थी। मैं जब उसकी चूत पर अपनी जीभ को लगाकर उसकी योनि को चाटता तो उसकी चूत से चिकना पदार्थ बाहर निकल रहा था और मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी। मैंने उसकी चूत पर अपने लंड को अंदर की तरफ डालना शुरू किया। मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर तक जा चुका था और मुझे बहुत ही मजा आया जब मेरा लंड उसकी चूत में घुस चुका था। हम दोनों एक दूसरे का साथ अच्छे से दे रहे थे लेकिन जैसे ही मैंने उसकी चूत के अंदर अपने वीर्य को गिराया तो वह बहुत ज्यादा खुश थी और मैं भी काफी खुश था जिस तरीके से हम दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स के मजे लिए थे। हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगा जब हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को बढ़ा दिया था।

शोभिता की चूत से मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और उसकी चूत पर अपने लंड को लगाया तो मेरा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया था। मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था की हम दोनो एक दूसरे के साथ बहुत ही ज्यादा खुश हैं जिस तरीके से हमने एक दूसरे के साथ सेक्स संबंध बनाए। हम दोनों की गर्मी अब शांत हो चुकी थी लेकिन दोबारा से हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ही अच्छी तरीके से सेक्स संबंध बना रहे थे। मेरा लंड आसानी से शोभिता की चूत के अंदर बाहर हो रहा था और वह बहुत ज्यादा तड़पती जा रही थी उसकी तडप बढ़ती जा रही थी। मेरे अंदर की गर्मी भी बढ़ चुकी थी। मैंने शोभिता से कहा मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं कि हम दोनों ने एक दूसरे की गर्मी को पूरी तरीके से बढ़ा दिया है। जिस तरीके से तुमने मेरा साथ दिया उससे मुझे बहुत ही खुशी है। शोभिता के चेहरे पर मुस्कुराहट थी और उसकी मुस्कराहट देख मैं बहुत ज्यादा खुश था।
 
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