जब गर्ल फ्रेंड बनी मौसी को चोदा

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तो वो बोली कि पसंद हैं तो मुझे गले लगाओ. इतना बोल कर वो अपने दोनों हाथ फैला कर खड़ी हो गयी. फिर मैंने उन्हें कस कर अपनी बाहों में भर लिया. अब उनकी चूचियाँ मेरे बदन से चिपकी हुई थी. मैंने सोना मौसी से कहा कि क्या आप मेरी गर्ल फ्रेंड बनोगी? तो उन्होंने कहा कि अब तो मैं तुम्हारी गर्ल फ्रेंड बन चुकी हूँ…

मेरे प्रिय दोस्तों आपको मेरा प्यार भरा नमस्कार! दोस्तों, मेरा नाम प्रतीक है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ. मैं 22 साल का एक स्मार्ट युवक हूं और लखनऊ में ही एक कॉल सेंटर में काम करता हूँ.

आज मैं आपको अपनी दूर की रिश्ते की सोना मौसी की चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ. उनकी उम्र होगी 23 साल के लगभग है और उनका फिगर 36-28-36 का है. उनकी चूचियों का तो मैं दीवाना हूं. बात गर्मियों की है. जब मेरी सोना मौसी छुट्टियां बिताने के लिए हमारे घर आयी थीं.

मैंने जब उन्हें पहली बार अपने घर पर देखा तो वो कमाल की लग रही थीं. मौसी जब घर आई तो मैंने उनके पैर छुए ओर उनका सामान एक कमरे में रख दिया और उनसे कहा कि आप फ्रेश हो जाओ मैं आपके लिए चाय – नास्ता बना देता हूँ. फिर सोना मौसी फ्रेश होने चली गयी और मैंने मम्मी से चाय बनाने के लिए बोल दिया.

सोना मौसी जब फ्रेश हो कर बाथरूम से निकली तो उन्होंने लोवर और टाईट टी शर्ट पहना हुआ था. जिससे उनकी बड़ी – बड़ी चूचियाँ उठी हुई दिख रही थी और ऐसी लग रही थी मानो कि कोई तरबूज हों. उन्हें देखते ही मेरा लंड खड़ा हो कर सलामी देने लगा. जैसे – तैसे मैंने अपने लंड पर कंट्रोल किया और फिर मैंने उनसे छत पर चलने को कहा.

छत पर पहुंच कर हम लोग एक – दूसरे के बारे में बात करने लगे. तभी मम्मी चाय – नास्ता लेकर आ गयी. फिर हमने चाय पी और उसके बाद मम्मी नीचे चली गयी. फिर सोना मौसी और मैंने खूब बातें की. तभी मेरी नजर उनकी चूंचियों पर एक बार फिर से चली गयी. उन्होंने मुझे देख लिया और बोली – क्या देख रहे हो?

मैं घबरा गया और मैंने कहा – कुछ नहीं मौसी जी, बस आपकी टी शर्ट देख रहा हूँ बहुत अच्छी है.

तो वो बोली – मुझे सब पता है कि तुम क्या देख रहे हो?

इसके बाद फिर उन्होंने मुझसे पूछा – आज कल क्या करते हो?

तो मैंने कहा कि कॉल सेंटर में जॉब करता हूँ. फिर उन्होंने पूछा कि वहां तो लडकियां भी जॉब करती होगीं तो कोई गर्ल फ्रेंड तो जरूर बनाई होगी. मैंने जवाब दिया, “नहीं मौसी, फिलहाल तो कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है.”

मेरी नज़र अभी भी उनकी चूची की ओर थी. अबकी बार उन्होंने पूछ ही लिया कि प्रतीक तुम बार – बार मेरे बूब्स देख रहे हो न? अब मैंने सोचा कि तवा गरम है हथौड़ा मार दूं. मैंने कहा – मौसी आपके बूब्स बहुत बड़े हैं और ये मुझे पसंद हैं.

वो बोली कि पसंद हैं तो मुझे गले लगाओ. इतना बोल कर वो अपने दोनों हाथ फैला कर खड़ी हो गयी. फिर मैंने उन्हें कस कर अपनी बाहों में भर लिया. अब उनकी चूचियाँ मेरे बदन से चिपकी हुई थी. मैंने सोना मौसी से कहा कि क्या आप मेरी गर्ल फ्रेंड बनोगी? तो उन्होंने कहा कि अब तो मैं तुम्हारी गर्ल फ्रेंड बन चुकी हूँ.

फिर मैं उन्हें अपने कमरे में ले आया और उनसे बोला कि मुझे आपके बूब्स को चूमना है. तो वो बोली की पहले दरवाजा तो बन्द करो. मैंने तुरन्त ही दरवाज़ा बंद किया और उनको बेड पर लिटा दिया. अब मैं उनके लाल – लाल होंठों को चूमने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी.

करीब 5 मिनट तक चुम्बन करने के बाद मैंने उनसे कहा – मौसी, अब मुझे अपने बूब्स का दूध पिलाओ.

वो तुरंत ही पलट कर बोलीं – मैंने कब मना किया है पी लो.

फिर मैंने तुरन्त ही उनकी टी शर्ट को उतार दिया. अंदर उन्होंने हरे रंग की ब्रा पहनी हुई थी. फिर मैंने ब्रा के ऊपर से ही उनके बूब्स को दबाना शुरू किया और फिर उनके बूब्स पर किसों की बौछार कर दी. फिर मैंने उनकी ब्रा को भी उतार दिया.

अब उनके दोनों बड़े – बड़े कबूतर जैसे सफेद – सफेद बूब्स आजाद हो गए थे और अब मैं उनका दूध पीने लगा था. दूसरी ओर मैंने अपना एक हाथ धीरे – धीरे उनकी पैंटी के अंदर डाल दिया. उनकी चूत गीली हो चुकी थी. फिर मैंने उनसे अपना लंड चूसने को बोला. तो पहले तो उन्होंने मना कर दिया. लेकिन जब मैंने दोबारा कहा, तो वो मान गयी.

अब मैंने अपनी जींस उतार दी और साथ ही अपनी अंडर वियर को भी खींच दिया. अब मैं बिल्कुल नंगा था और मेरा 6 इंच लंबा और साढ़े तीन इंच गोल लंड बाहर आ गया था. मेरा लंड देख कर मौसी टप से बोली – मुझे इसका पानी पीना है.

इतना बोल कर वो लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी. करीब 10 मिनट चूसने के बाद मैं उनके मुंह में ही झड़ गया और मेरा सारा वीर्य उन्होंने गटक लिया. अब मैंने उनसे कहा कि मुझे भी आपकी चूत का पानी पीना है, तो उन्होंने अपना लोवर और पैंटी को उतार दिया. फिर हम 69 की पोजीसन में आ गए.

मैं अपनी जीभ उनकी चूत में डाल कर चाटने लगा. उनकी चूत बहुत चिकनी थी और उस पर एक भी बाल नहीं था. चूत चाटते हुए मैंने उनसे पूछा कि आपने कभी सेक्स किया है? तो वो बोली – नहीं, कभी नहीं किया.

फिर मैंने मौसी की चूत चाटना चालू रखा. मौसी भी मेरा लंड ऐसे चूस रही थी, जैसे खा ही जाएँगी. करीब 10 मिनट तक यही चला₹ इस बीच हम दोनों एक बार झड़ चुके थे और हमने एक – दूसरे का सारा रस पी लिया था. मुझे तो उनकी चूत का रस पीकर ऐसा लग रहा था, मानो मैंने अमृत पी लिया हो!

इसके बाद मैंने फिर से उनके स्तन चूसने शुरू किए. जिससे थोड़ी ही देर में वो फिर से चुदने के लिए तैयार ही चुकी थीं. फिर आई बारी चूत में अपना लौड़ा डालने की. मैंने पहले एक हल्का सा धक्का मारा. जिससे मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया. मुझे थोड़ा सा दर्द हुआ क्योंकि उनकी चूत कुंवारी होने की वजह से ज्यादा टाइट थी.

दोस्तों कुंवारी चूत मारने का अपना ही ही अलग मजा आ रहा था. अब मौसी के मुँह से सिसकारियाँ निकालने लगी थीं. तभी मौसी बोली – अब इसको पूरा ही डाल दे, जल्दी कर, वरना मैं तड़पती रहूँगी.

फिर मैंने दो धक्के और मारे और लंड पूरा अंदर घुसा दिया. कुंवारी होने के कारण उनकी चूत से खून की एक धार निकलने लगी और मौसी के मुँह से एक जोरदार चीख निकल गई. मैंने तुरन्त ही अपने होंठ उनके होंठों पर रखे और ज़ोर – ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया. दर्द की वजह से वो रोने लगी थीं.

कुछ देर बाद मौसी को मज़ा आने लगा और अब मौसी के मुँह से चीख नहीं निकल रही थी. अब हम दोनों ही चुदाई का पूरा मज़ा ले रहे थे. तभी मौसी ने कहा – और ज़ोर से चोद मुझे, और मेरी प्यास बुझा दे मेरे राजा.

मैंने तुरन्त ही उनकी चूंचियों को पकड़ा और फिर ज़ोर – ज़ोर से धक्के मारने लगा. अब तक मौसी एक बार झड़ चुकी थी. मैंने मौसी से कहा – मैं भी झड़ने वाला हूँ. कहाँ निकालूँ?

मौसी ने कहा – अंदर मत निकालना. मेरे मुंह में ही निकालो. तुम्हारा वीर्य रस एक बार और मुझे पीना है.

इसके बाद मैंने अपना लन्ड उनकी चूत से निकला और फिर मौसी के मुंह में घुसा कर सारा माल निकाल दिया. फिर हम दोनों एक साथ लेट गये.

मौसी 3 दिन तक मेरे घर पर रहीं और इन 3 दिनों में मैंने मौसी को बहुत बार चोदा. बाद में उनके घर जाकर भी कई बार उनकी चुदाई की. जिसका जिक्र मैं अपनी आगे की कहानियों में करूँगा.
 
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