पिता की मौत के बाद मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी

[color=rgb(255,]अपडेट - 29[/color]
[color=rgb(255,]तभी दोनो की नज़र वीर पर पड़ती है जो नींद मैं भी दोनो को चिपकाए हुआ था, और साक्षी और तनु को नींद मैं ही धुड़ रहा था।

उसकी इस हरकत पर दोनो हसने लगी और तनु एक थप्पड मारती है वीर के सर पर जिससे वीर कुनमुना जाता है और दोनो को जकड़ लेता है।

और दोनो हस्ते हुआ उसे सहलाने लगती है और कब सो जाती है पता ही नही चलता।

अब आगे ----[/color]

तनु को नींद सुबह खुलती है तो वो देखती है सुबह के 5 बजे चुके है, तो वो देखती है उसके ऊपर वीर चढ़ा हुआ है और और वीर का हाथ उसके सर के नीचे था और वीर तनु के सीने पर सर रख कर के लेता हुआ था तभी उसकी नज़र साक्षी पर पड़ती है, जो उसके सीने मैं घुसी हुई सो रही थी।

तनु - आह बाप र दोनो मेरे ऊपर चढ़ कर सोए हुए है, तभी तनु साक्षी को उठाती है , उठो साक्षी , उठ डायन कही की।

तभी साक्षी कुनमुनाती है और तनु को होठ पर होठ रख देती है और कुनमुनाते हुए कहती है" अब सोने दे यार प्लीज़"

तनु - अरे उठो , यार सुबह के 5 बज रहे है, और उठी नही तो सबको क्या मुंह दिखाओगी, हालत देखी है रूम की, उठ जा यार वर्ना देर हो जाएगी।

साक्षी उठ जाती है और उठते ही कहती है यार 4 बजे तक तो इसने सोने नही दिया, और तू बजे शुरू हो गई।

तभी साक्षी उठने की कोशिश करती है तो एक दर्द भरी आह निकल जाती है, तभी तनु कहती है अरे बैठ जा केवल।

तभी तनु वीर को उठाने लगती है , जिससे वीर कुनमुनाते हुए, तनु को अपने सीने मैं जकड़ लेता हैं , और बैठी हुई साक्षी अंगड़ाई ले रही थी, की तभी उसकी चोटी पकड़ कर वीर ने उसे भी अपने सीने मैं घुसा लिया।

साक्षी और तनु वीर के सीने में घुसी हुई एक अलग ही गर्मी महसूस कर रही थी और उनकी आंखें अपने आप बंद होने लगी।

तभी दोनो जल्दी से उठ जाती है और वीर को धकेल देती है।

तनु - यार ये तो हमे भी सुला देता।

साक्षी - अरे यार 2 मिनट और ऐसे ही रहते तो बस सो ही जाते।

साक्षी - वैसे उसे अच्छे से पता है हमे सुलाने कैसे है , मानना कैसे है, ही ही ही ही ही।

तनु - हा इसकी सीधापन देख कर बहुत प्यार आता है।

साक्षी - अगर ये सीधा और मासूम नही होता तो क्या तेरा दिल पिघलता।

तनु - वैसे अब इसका क्या फायदा अब तो वो प्यार हो गया है इससे।

साक्षी - कितना डरता है।

तनु कुछ कहती तभी वीर हड़बड़ा कर उठ जाता है और कहता है "भूकप आ गया , भूकंप आ गया"

जिसे सुन कर तनु और साक्षी हस्ते हुए बेड पर से जमीन पर गिर जाती है।

उनकी इस हसी से नीचे सभी का ध्यान इन पर आ गया , मधु निधि , उदय राज राखी सूर्य भान सभी बहुत खुश नज़र आ रहे थे, अपनी बेटियों की हसी देख कर उन्हें बस सुकून मिल रहा था, तभी राखी ऊपर की ओर जाने लगी।

तभी निधि धीरे से पुतपुआती है, अगर पापा और राज ने वीर के साथ ऐसा नही किया होता तो आज हमारे घर का मोहाल थोड़ा अच्छा होता, मुझे यू काम का बहाना बना कर के ऊपर नही जाना पड़ता।

तभी राखी कहती है अभी काम कर के दोपहर को चलना तू मेरे साथ अभी मुझे जाने दे।

तभी निधि खुश हो जाती है।

इधर वीर बस जमीन पर पड़े पड़े उन्हें देख रहा था, और कहता है सोने भी नही देती ऐसे कौन धकेलता है, वीर ने एकदम नर्म लहज़े से कहा था ये बात।

उसकी बात सुन कर तनु कहती है, जिसका पेट दुखने लगा था बहुत हसने की वजह से और वो वीर को प्यार से टपकी मारती है और हस्ते हुए कहती है, टाइम हो गया है एक बार सब सही कर लूं, फिर वापिस अपने सीने मैं घुसा कर सुला लेना।

वीर - तभी वीर आस पास रूम देखने लगता है , जो पूरा बिखरा हुआ पड़ा था

तभी तनु कहती है, हा सही पकड़े हम रूम की बात कर रहे है, ये सब सही करना है समझदार हो रहे हो तुम, और अपनी हालत देखू।

तभी वीर की नज़र अपने शरीर पर पड़ती है जहा पूरे सीने और गले पर नाखून के निशान थे और दातों के निशान थे जिन पर हल्का खून लगा था।

तभी तनु धीरे से कहती है " ज्यादा लग गई ना"

वीर शरामते हुए कहते है " नही ठीक है मुझे ये निशान अच्छा लगे"

तभी वीर की नज़र तनु और साक्षी पर पड़ती है जिसे वीर ने कल रात बहुत गंदी तरह से निचोड़ा था, नोचा था, ये देख कर के वीर धीरे से कहता है " सॉरी "

साक्षी - aawwwww मेरा बच्चा , हाए इसी मासूमियत पर हम दोनो फिदा हो गए, और वैसे भी तुम्हारे ये हक जताना, वैसे भी ये तो तुम्हारा फर्ज है , अब चलो बाद मैं बात करना वर्ना कोई उठ जाएगा.

इधर जैसे ही दोनो खड़ी होती है तो तनु को हल्का दर्द हो रहा था , और साक्षी भी तनु का हाथ पकड़ लेती है और दोनो अपनी साड़ी उठाने लगती है तभी वीर दोनो को पकड़ लेता है।

और तनु कहती है " अब छोड़ दो लेट हो रहा है , दुबारा नही बोलूंगी मैं , थोड़ा सब्र नहीं होता"

उसकी बात सुन कर वीर उसके गाल पर किस कर के दूर हट जाता है और तनु की स्माइल खिल जाती है और कहती है "पागल लड़का"

वो साड़ी धुड़ती तभी वीर की नज़र पर देखती है ,और खुशी से कहती है तुम रोक क्यू रहे हो साड़ी पहने से क्या लाए हो , जो देने से डर रहे हो।

वीर - वो वो मैं अलमारी की ओर देखते हुए वीर बोलता है

जिससे तनु चल कर अलमारी के पास जाति है और वीर की चीज ढूढने लगती है।

तभी साक्षी वीर के पास आ कर कहती है , " क्या बात है तिरछी नज़र से देख रहे हो"

वीर "कुछ भी तो नही"

साक्षी - अच्छा तो अपनी पत्नी के साथ प्राइवेट टाइम स्पेंट करना है, तनु देखो ये क्या कह रहा हैं।

वीर - तनु बहुत मरेगी,

साक्षी - अच्छा इसलिए मुझे घूर रहे थे।

तभी वीर उसका हाथ पकड़ लेटा है और साक्षी हसने लगती है और कहती है " रात भर मसला सुकून नही है अभी"

साक्षी को वीर जकड़ कर के किस करने लगता है और उसके पिछवाड़े को दबाने लगता है।


साक्षी - वीर से अलग होती है क्युकी उसकी नज़र तनु पर पड़ जाती है , जो उसे ही देख रही थी


साक्षी - कामिनी

साक्षी जल्दी से कुद कर अलमारी चेक करती है , और उसे भी एक नाइटी मिल जाती है और वो पहनने लगती है।

तभी तनु वीर के सामने आ कर खड़ी हो जाती है।



तनु - अच्छी लग रही हूं, ना।

वीर - तुम्हे कैसे पता की मैं कुछ लाया हूं।

तनु - आप भूल रहे है, जब हर कोई तुम्हे दितकार रहा था , तब मैं तुम्हें साथ थी , उल्लू प्यार करती हूं , तुम्हारी तनु इतनी भी नासमझ थोड़ी है।

तभी तनु वीर के गले लग जाती है और साक्षी भी नाईटी पहन कर बहुत खुश थी और कूदते हुए वो भी हग कर लेती है और दोनो को लेट हो रहा था तो वो दोनो जल्दी से भाग गई , क्युकी उनके शरीर से वीर की खुशबू आ रही थी ऊपर से दोनो चल नही पा रही थी, और सब के उठने का टाइम हो रहा था।

इधर दोनो जल्दी से बाहर निकल गई, और जैसे ही बाहर आई उनके सामने राखी बैठी थी जिसे देख कर तनु और साक्षी उनका आशीर्वाद लेती है, और राखी कहती है सदा खुश रहो तुम दोनो की हसी वापिस आ गई , इससे अच्छा और क्या होगा।

तभी राखी की नज़र साक्षी और तनु के जिस्म पर पड़ती है जिससे उसे हसी आ जाती है और कहती है जाओ जल्दी नहा कर फ्रेश हो लो और क्रीम लगा लेना निशान चले जाएंगे।

इसे सुन कर दोनो एक साथ बोलती है ," नही " और नहानी मैं भाग जाती है और वीर रूम की हालत सही कर के जैसे ही बाहर आता है तो उसे राखी लगा लेती है।

वीर - अरे गुड मार्निंग मम्मी जी

तभी वीर की नज़र जैसे ही दूसरी तरफ पड़ती है तो तनु उसे चप्पल की तरफ इशारे कर रही थी।

जिससे वीर डर जाता है और साक्षी हस देती है।

फिर दोनो वापिस नहाने चली जाती है और वीर भी नहाने चला जाता है।

जैसे ही नहानी के पास आता है तो उसे तनु और साक्षी एक साथ घुसती हुई नजर आई, तो वीर उनसे कहता है " में भी चलु"

तनु - जी नहीं बाहर ही नहाओ और रखवाली करो हमारी कोई अंदर जाके नहीं और बाहर ही नहा लो, आप अंदर आओगे तो क्या करोगे हमे पता है।

वीर बाहर नहाने लगता है और दोनो इधर नहा रही थी।

और वीर को करना ही क्या था उसे सिर्फ अपने आप को साफ करना था , ताकि लिपस्टिक छूट जाए।

और वो जल्दी से नहा कर भागने वाला था की तभी उसे तनु को बात याद आती है।

वीर वही रुक जाता है और वही बैठ जाता है।

इधर जैसे ही वो दोनो नहा कर बाहर आती है तो वीर को खड़ा देखती है तो साक्षी हस्ते हुए कहती है वाह जी आप तो खड़े ही थे, अच्छा हुआ गए नही वर्ना मार्निंग गुड हो जाती।

वीर का ध्यान तनु और साक्षी की बात पर नही उनके चहरे पर था , जो सच किसी चांद जैसा लग रहा था।

तभी साक्षी कहती है क्या हुआ l

वीर - बहुत अच्छी लग रही हो तुम दोनो।

तनु - सूजी हुई है नही दूंगी।

उसकी बात सुन कर वीर झेप जाता है और साक्षी हस्ते हुए वीर को गले लगा लेती है, और कहती है "मत कर ना तंग सुबह सुबह"

और तनु और साक्षी के खिला खिला चहरा देख कर वीर को बहुत अच्छा लग रहा था साक्षी कपड़े डालने लगी थी , और तनु सीधे सीधे चली जा रही थी।

तभी वीर उसका हाथ पकड़ कर के उसे गोद मैं उठा लेता है, और बाहों मैं भर कर घूमने लगता है।

उसकी ये हरकत देख कर तनु भी हस देती है और कहती है जाने दो मुझे अब यार छोड़ दो सुबह हो गई है और तुम अब भी छोड़ने का नाम नही ले रहे।

वीर - तुम्हारी स्मेल अच्छी लग रही है ही ही ही।

तभी साक्षी कपड़े डालते डालते हस रही थी, और दोनो इस टाइम बहुत खुश थे,

वीर - हस्ते हुए अच्छे लगते हो तुम दोनो।

तनु - वो तो मैं हमेशा हस्ती रहती हूं।

अभी भी तनु वीर की बाहों मैं लटकी हुई थी, की तभी अंजलि वहा आ जाती है , और तनु को वीर की गोद मैं लटकी और हस्ते देख उसे ऐसे लग रहा था, जैसे उसकी आंखे अभी बाहर आ जाएंगी।

अंजली के लिए ये सब एक कोरे सपने जैसे था, वो तनु जिसके सामने किसी की हिम्मत नही होती थी उसे घूर कर देखने की आज एक लड़का उसे बाहों मैं भर कर छेड़ रहा था।

तभी," तनु कहती है, हटो बेशर्म काव्या जाग जाएगी , तो क्या सोचेगी" ये कह कर तनु जल्दी से उतर जाती है और भागने लगती है।

वीर - यही सोचेगी की , उसका मम्मी पापा कितना प्यार करते है।

ये कह कर वीर वापिस उसे पकड़ने लगता है, तभी तनु की नज़र अंजली पर पड़ जाती है और वीर तब तक वापिस उसे दबोच लेता है।

तनु वीर की बाहों में कैद हो चुकी थी और उसका हाथ थामते हुए कहती है क्या हुआ अंजू।

अंजू - कुछ नही फ्रेश होना था।

तभी साक्षी कहती है यहां नई नई हो ना इसलिए अच्छा नही लग रहा होगा, लेकिन धीरे धीरे आदत हो जायगी तो मजा आएगा, सारी बहने मिलकर उदम मचाया जाएगा, ये रहा बाथरूम।

साक्षी - आओ

साक्षी अंजली को बाथरूम पर छोड़ते हुए, तिरछी नज़र से वीर को देखती है और दोनो हसने लगते है।

तनु - नही नही अंजू तू मत जाना बहन देख तू मत जा।

अंजली - क्या हुआ ,

साक्षी - अरे ये उल्लू है , तू जा बहन,

अंजली को बाथरूम मैं धकेलते हुए, साक्षी कहती है।

अंजली बाथरूम मैं आते हुए, सोचती है तनु क्यों रोक रही थी।

तभी उसे बहुत जोर से खिलकरियो की आवाज आती है , जो तनु और साक्षी की होती है।

तनु - ही ही ही ही ही छोड़ दो ना।

साक्षी - ही ही ही ही मैं क्यो छोड़ दूं आपको।

तभी साक्षी तनु की कमर पकड़ने लगती है और तनु उल्टा साक्षी को पकड़ लेती है और वीर अब साक्षी का हाथ पकड़ लेटा है और तनु कहती है बच्चू अब कहा जाओगी।

फिर साक्षी की खिलकरिया गूंज जाती है और फिर दोनो भागने लगती है।

इधर जैसे ही दोनो का ध्यान सामने पड़ता है तो रूही अनु राखी, निधि सब उन्हें हस्ते हुए देख रही थी।

तभी पीछे अपनी कमर पर हाथ रख कर अंजली हस्ते हुए दोनो को देख रही थी।

इधर ये सब को अपनी ओर ऐसे घूरते हुए देख कर साक्षी और तनु के फेस पर लाली छा जाती है और वो दोनो चुप चाप अपने बिखरे बाल सही करते हुए , चुप चाप वीर के पीछे दोनो खड़ी हो जाती है।

इधर वीर ने अपने पीछे दोनो को छिपा हुआ, देख कर उनके आगे आता है और कहता है , क्या हुआ आप सब ऐसे क्यों देख रही है।

तभी मंजू कहती हुई "अपनी बच्चियों को ऐसे खेलते देख हम भी खेलने आ गए,"

तभी राखी आ कर दोनो बहेनो को सीने से लगा लेती है, और कहती है, "तुम्हारी ये हसी सुनने के लिए ही तो हम सब के कान तरस गए थे"

तभी उन सब की नज़र रूही और अंजली पर पड़ती है तो वो उन्हे घूरने लगते है।

और रूही डर जाती है और अंजली के पीछे आ जाती है और सब अंजली के यह होने का जवाब मांग रही थी।

तभी अंजलि कुछ बोलती उसके पहले वीर ने अंजली का हाथ पकड़ कर के रूही की कमर को जकड़ लेता है।

तभी साक्षी कहती है "इतना इंट्रोडक्शन ठीक है या और देना है"

तनु - साक्षी शान्त

वीर आगे आ कर साक्षी का हाथ पकड़ लेता है और तनु के कंधे पर हाथ रख देता है।

तनु - मेरी बहने है दोनो, और अब सौतन है मेरी।

मंजू - तुम रूही हो।

रूही अपना सर हिला देती है और मंजू रूही को गले लगा लेती है, और नम आंखों से उसे देखती है।

राखी - अंजली

अंजली दौड़ कर रोते हुए, राखी के गले लग जाती है और अब मोहाल एक दम प्यारा हो गया था।

तभी वीर धीरे से तनु और साक्षी को इसारा करता है और दोनो भाग जाती है।

और रूम में आ जाती है और वीर हसने लगता है।

तनु - ज्यादा दात मत दिखाओ।

तभी साक्षी और वीर हस्ते हुए एक दूसरे को देखते है और आगे बढ़ते है।

तनु - मैं मार दूंगी देखो अब नही।

साक्षी - बन्नो ही ही ही

तनु - नही ना यार देखो सब इधर ही है , सब जाग गय।

फिर दोनो साड़ी पहनने चली जाती है और वीर काव्या के पास आ कर उसे जकड़ लेता है, और अनु को इशारे से इधर बुलाता है।

अनु - क्या है

तभी वीर उसको बैठने का बोलता है जिससे वो चिल्ला कर कहती नही बैठना मुझे जाओ ना सबका हाथ पकड़ो मेरे पास क्यों आ रहे हो जाओ।

वीर - अच्छा कोई जल रहा है।

अनु - अबे गधे तेरे से कौन जलेगा।

वीर - अच्छा तो ठीक है रूही को बुला लेता है।

अनु - आने दे उसे, मुंह ना तोड़ दूं उसका तो कहना।

वीर हसने लगता है और उसे भी काव्या के साथ जकड़ लेता है।

और अपने पैर उसके पैर पर लाद देता है।

और उसकी सलवार को थोड़ा ऊंचा कर के उसके उसके पेट पर हाथ रख देता है।

अनु - इतना ही प्यार है तो आते क्यो नही मेरे पास , मुझे भी एहसाह करो अपनी वाइफ होने का या बस ऐसे ही रहूंगी मैं, मुझे भी तो जरूरत है ना प्यार की इतनी बुरी हो गई मैं की अब तू मेरे साथ रह कर बात भी नही करना चाहता।

अनु - हा तुझे बदन नही दिया , मैने क्युकी नही लगा सही लेकिन एक बार मेरा दिल तो जीतो , अगर जान भी ना दे दूं तो कहना, मैं किसी भी वाइफ के खिलाफ नही हूं, ना ही रूही के , ना ही अंजू दीदी की , लेकिन मुझे ऐसे अकेला छोड़ देते हो , तो बुरा लगता है।

अनु - बोलो मैं गुस्सा करती हूं , डाट देती हूं इसलिए तू बात नही करता ना मुझसे।

तभी वीर उसकी कमर पर हल्की सी चिकोटी काट लेता है जिससे वो चिहुंक जाती है और उसे एहसाह होता है वीर का हाथ कहा था।

फिर वीर उठ कर उसके माथे पर किस करता है , और कहता है तुमने तो गुस्सा किया ही नहीं कभी वो तो तुम्हारा प्यार था, वैसे भी सलवार और जींस में अच्छी लगती हो मेरी बिल्ली, वैसे भी तुम्हारे आलावा मेरा पास कोई जीरो फिगर वाली है बताओ।

वीर - आह जी आप देखना मैं बहुत टाइम स्पेंट करूंगा आपके साथ , क्या करता नही मैं पागल।

फिर वीर कहता है तुम मेरी वाइफ हो और वाइफ ही रहोगी, तुम्हारा मुझ पर हक बनता है और हमेशा रहेगा, मेरी हो तुम बस मेरी समझी , वैसे भी हमारी सुहागरात पेंडिंग है अभी।

तभी वीर उसे और काव्या को जकड़ कर के सो जाता है।

एक तरफ काव्या वीर के सीने मैं घुसी हुई थी, और इधर अनु को वीर ने जकड़ रखा था उसकी पैर पर अपने पैर और उसकी कमर को कस कर जकड़ रखा था।

इधर ये सब सुन कर अनु के गाल पूरे लाल हो गया थे, और वो अपने धुप्पते से वीर का हाथ छुपा लेती है और वीर के हाथ पर अपना सर रख देठी है और उसकी दिल की धड़कने बड़ जाती है, जिसे वो काबू नही कर पा रही थी आज पहली बार किसी ने उससे ऐसे बात की थी, जिसे सोच सोच कर उसके गाल हुए जा रहे थे ऊपर से वीर के स्पर्श ने भी उसे पत्नी होने का अहसास दिलाया था, और वो कब वीर को जकड़ कर के सो जाती है पता ही नही चलता

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दौड़ते हुए एक युवा लड़का आता है और कहता है " भाई रूही इंडिया आ गई"

आदमी - हा हा हा हा रोहित तुमने कमाल कर दिया, इंडिया का सबसे बड़े डॉन इतनी जल्दी चकमा खा जाएगा, उम्मीद नहीं थी।

लड़का - अब क्या करना है

आदमी जोर जोर से हसने लगता है और उसके सीने में गोली दाग देता है, " मेरे लिए लॉयल रहने के लिए शुक्रिया, लेकिन ये राज और मेरे हर काम जो मैं करना चाहता हूं ये किसी को नही पता चलने दूंगा, और इस बार मैं फेल नही होऊंगा"

आदमी फोन निकलता है और किसी को कॉल करता है ।

"हा खलीफा बोल रहा हूं , अपने सारे आदमी इंडिया से वापिस बुला लो, रोहित कोई एहरा गहरा नही है, इंडिया से दूर दूर तक दूरी बना लो और शांत बैठो कुछ टाइम, और राजेश और रमेश से कॉन्टेक्ट करो"

"सर " ये आवाज़ सुन के खलीफा फोन काट देता है और उस आवाज की तरफ़ देखता है और कहता है " क्या है "

सर वो आपको हमारे नए बिजनेस पार्टनर से मिलवाना था, " ये है रचना इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी ""X Forum"" के को फाउंडर पूरे वर्ल्ड में इनका बोलबाला है"

खलीफा - हा हा i hope हम दोनो मिलकर वर्ल्ड में बोलबाला करेंगे।

रचना - ofcourse सर , मैं कभी फेल नही हुई, आप खुद जान जाएंगे, मैं चीज हूं क्या,

उसकी बात सुन कर खलीफा भी उसे देखने लगता है।

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एक प्लेन में बैठा रोहित और उसकी गोद मैं बैठी लड़की दोनो ऑडियो पर रचना की बात सुन रहे थे," और रोहित स्माइल करते हुए बोलता है " इट्स माय टर्न सर खलीफा"
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. To be continued ..... Waise ye pati patni aur pyar aur nokjhok kitni pasand aati hai naah.... Tanu aur sakshi ka ye look bhi dek lo... Well ye connection kewal inhi dono ke sath nhi rhega sab ke sath rhega .... Aur shruuwaat ho chuki hai.... Aur hamare saare villaan ko bhulna mat abhi toh game shuru hi nhi hua.........like toh kar hi dena...
 
उसकी बात सुन कर खलीफा भी उसे देखने लगता है।

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एक प्लेन में बैठा रोहित और उसकी गोद मैं बैठी लड़की दोनो ऑडियो पर रचना की बात सुन रहे थे," और रोहित स्माइल करते हुए बोलता है " इट्स माय टर्न सर खलीफा"

अब आगे --

खलीफा - बिल्कुल रचना मुझे पक्का यकीन है, सारी गल्फ कंट्री मैं हमारा ही नाम होगा।

रचना - उससे भी आगे सर

खलीफा - मुझे उम्मीद नहीं थी, तुम इतनी जल्दी इस मुकाम पर आ जाओगी।

रचना - उम्मीद तो हमे भी नही थी, सर लेकिन आप धीरे धीरे जान जाएंगे after all अब हम पेट्नर हैं।

खलीफा - मेरे बारे मैं तो तुम जानती होगी, पूरे अमेरिका मैं और गल्फ कंट्री मैं मेरी एयरलाइंस और वाटरलाइंस चलती है।

रचना - हा खलीफा मैं जानती हूं, और इसे गल्फ कंट्री से पूरे वर्ल्ड में करने के लिए तो मैं आई हूं।

खलीफा - i hope you dont regret me

रचना - यू ऑलवेज रिमेंबर me सर।

**************

इधर एक प्लेन में एक लड़की बैठी थी जो ड्रिंक बना रही थी, और लैपटॉप चला रही थी।

तभी वो लैपटॉप पटक देती है और कहती है," अब तुम मुझे सब बता रहे हो या नही , वर्ना अच्छा नही होगा"

रोहित - अरे अरे गुस्सा क्यो करती हो।

"गुस्सा ना होय तो क्या करू, तुम एशिया के सबसे बड़े डॉन हो और कोई तुम्हारे साथ खेल के चला जा रहा है"

रोहित - देखो सोनाली मेरी वाइफ हो ऐसे गुस्सा नही करते , और तुम्हे क्या लगता है मैं सब कुछ ऐसे कर रहा हूं, ये खलीफा ही है पुरे यूरोप का सबसे बड़ा डॉन है, और यही एयरलाइंस और वाटरलाइंस से इसकी इनकम आती है, जिससे लीगल तरीके से ये मजबूत है"

सोनाली - तुम क्या करोगे

रोहित - खेल का मजा लो अब तक खलीफा खेल रहा था अब हम खेलेंगे और उसे इंडिया में दिलचस्पी नहीं है , वो रूही को भारत लाना चाहता था, कुछ तो बड़ा झोल है, बस अब खेल शुरू होगा , लेकिन उसके पहले खलिफा की सारी डिटेल मुझे चहिए।

****************

तनु - साक्षी तू चाय चढ़ा और मैं जरा अपनी बेटी के पास जा रही, कल से नही खेली उसके साथ बहुत माया लग रही है।

तनु चली जा रही थी की साक्षी उसे रोकती है

"क्या बात है", तनु ने तपाक से उतर दिया

साक्षी - अरे बन्नो तुम्हारा फिगर हाय वीर इसी पर तो फिदा है, वैसे अब समझ आया की उसे तुम मैं इतना मजा क्यो आता है।

तनु - कामिनी सबका फिगर सेम टू सेम ही तो है, अब काम कर अपना हट कुछ भी बोलती रहती है।

इधर तनु बाहर आती है तो लड़कियों का एक झुंड बात कर रहा था, जिसमें रूही, अंजली, राखी और अंजू होती है और ये सब तनु को देख कर उसे ही देखने लगती है और फिर सब जाने लगती है।

राखी - जाने का मन नही है

अंजली - तो मत जाओ मां,

मंजू - फिर खाना कौन बनाएगा।

ऐसा कह कर वो हस्ते हुए जाने लगती है और तनु को गले लगा कर चली जाती है और साक्षी भी बाहर आती है।

इधर जैसे ही उन सब की नज़र अनु पर पड़ती है तो रूही हस देती है और कहती है ," दीदी ये ऐसे ही रहती है, इसका ये रूप तो देख कर ही समझ नी आ रहा"

तभी साक्षी देखती है तो वीर ने अनु को जकड़ रखा है और उसकी कमर पर वीर का हाथ होता है और सलवार के अंदर हाथ एक हाथ से अनु वीर का हाथ पकड़े रहती है और दूसरे हाथ से काव्या को जकड़े रहती है, और खुद वीर के सीने मैं घुसी रहती है

इधर वीर के पास आ कर सब खड़ी हो कर उसे ही घुर रही थी तभी अनु की नींद खुल जाती है और वीर को बाहों मैं पड़ी थी , तभी उसकी नज़र रूही अनु, और साक्षी और तनु पर पड़ी जो उसे देख कर हस रही थी, और वो ये देख कर हड़बड़ा जाती है और खड़ी हो जाती है जल्दी से और जींस और सलवार सही करने लगती है।

जिससे सब हसने लगती है और अनु साक्षी को पीछे से पकड़ कर के कहती है ऐसे क्या देख रहे हो सब, जान है वो मेरी।

साक्षी उसे गले लगा लेती है और कहती है अरे पागल लड़की ये बता नहा धो कर कौन सोता है।

अनु - ही ही ही ही मैं मुंह धो कर आती हूं।

तभी अनु जाते हुए देखती है की सब उसे घूर रहे है तो वो कहती है ऐसे क्या देख रहे हो मुझे।

तभी सभी हसने लगती है , और अनु चली जाती है और जाते हुए कहती है ,"सारी की सारी पागल लाया है वीर, बस भरा हुआ शरीर है सबका,एक मैं ही हूं सेक्सी मॉडर्न हू"

"बिल्लोटी भी" पीछे से किसी ने ये आवाज़ दी और अनु कहती है "अच्छी चीजों की नखरे भी बहुत है"

उसकी ये बात सुन कर सब हसने लगती है और अंजली चाय लाने चली जाती है, और तनु वीर के बाल सहलाती है और काव्या को आवाज लगती है।

तभी साक्षी कहती है तू वीर को उठा मैं चाय लाती हूं, जेसे ही वीर की नज़र खुलती है तो वो तनु को अपने सामने देखता है जिसकी गोद मैं वीर का सर होता है, तभी वीर आगे बड़ता है लेकिन तनु उसे इशारे से काव्या की तरफ़ दिखाती है ।

वीर उठ के बैठ जाता है तभी साक्षी वायग्रा सब वापिस आ जाती है और वीर मुंह धुलने चला जाता है।

वीर जैसे ही आता है उसे सामने रूही खड़ी मिलती है जो उसे देख रही थी।


उसे देख कर वीर कही खो सा गया था।

वीर मन ही मन सोचता है," मैं ही मेडरचोद हूं, ऐसी लड़की से शादी से मना कर दिया"

वीर - तुम यह क्या कर रही हो , अंदर जाओ।

रूही - नही जाऊंगी तुमसे क्या अपना काम करो ,समझे वैसे भी शादी तो मुझसे करना नही था तुम्हे तो इतना भाव मत खाओ

वीर रूही की बात सुन कर चुप हो जाता है और कहता है प्लीज़ अंदर चलो, में नही चाहता आपके गुलाब जैसे होठ पर मेरे आलावा किसी और की नज़र पड़े ,

रूही उसकी बात सुन कर हस देती है और कहती है थैंक्स आज के लिए वीर।

तभी रूही कुछ और कहती तभी उसे अंजली की आवाज आती है जो उसे अंदर ले कर चली जाती है और अंजली जाते टाइम वीर को गुस्से से देख कर चली जाती है, उसकी नज़रे बहुत कुछ बोले रही थी।

वही अंजली का गुस्सा देख कर साक्षी और तनु हस रही थी।

अनु - दीदी , एंट्री तो वाइफ वाली मारी है दोनो ने फुल गुस्से मैं है।

अनु - दीदी आप दोनो इतनी लुंज पुंज क्यो है।

तनु साक्षी को देखती है और साक्षी तनु को।

तभी अनु की नज़र दोनो के जख्मों पर पड़ जाती है और वो कहती है ," रहने दो समझ गई मैं रात भर गाड़ी चली है लगता है"

इधर इसके बाद वीर अंदर आता है और काव्या के साथ खेलने लगता है और उसे खेलते देख अंजली की आंखे फटी की फटी रह गई जैसे उसने किसी भूत को देख लिया।

इधर वीर काव्या के साथ खेल कर वापिस आ कर चाय पीने लगता है और सब की नज़र टीवी पर होती है, और वीर चुपके चुपके रूही को देख रहा था।

रूही वीर को देख कर अंजली की ओर इसारे करती है और हसने लगती है ।

तभी वीर समझ जाता है अगर अभी बात करने की कोशिश की तो अंजली जान निकल कर बहार कर देगी।

तभी वीर की नज़र अकेली बैठी अनु पर पड़ती है जो कोने में अकेले बैठी थी, तभी वीर को बुरा लगने लगता है की अनु बेचारी इतना अकेले फील करती है।

तभी वो अनु को देखता है जो जींस और रेड हूड़ी में बहुत प्यारी लग रही थी, जो उसे देख कर स्माइल पास करती है



वीर - उसके बाजू में आ कर, बैठ जाता है और उसका हाथ पकड़ कर कहता है चलो ना बाहर बागीचे में चले।

अनु - हा चलो मजा आएगी, रुको दीदी को बुला लेती है।

वीर - नही बस हम और तुम।

अनु - ओए

वीर उसका हाथ पकड़ कर कहता है प्लीज़ ना।

अनु - ठीक है दीदी की परमीशन ले लो फिर तुम्हारी wifuuuu मना नही करेगी।

वीर उसकी बात सुन कर हस देता है और तनु के बगल आ कर लेट जाता है।

तनु - क्या बात है।

वीर - कुछ भी तो नही।

तनु - अच्छा जी मैं वाइफ हूं, आपकी समझे बच्चू, मुझे अच्छे से पता है कब आपको क्या चाहिए , वैसे भी तुम्हारी favorite ऐसे ही थोड़ी हूं।

वीर - अनु के साथ टाइम स्पेंट करना है वो अकेली फील कर रही है, इसलिए उसे बहार ले जाना चाहता हूं।

तनु - नही अकेले जाने की परमीशन नही है, चुप चाप घर में चाहे जहा जाओ।

वीर - अपने बाग मैं जाऊंगा बस

तनु - एक बार मैं सुनाई नही देता तुम्हे, हा बार बार बोलना पड़ेगा, नही जाना मतलब नही जाना।

वीर उसकी बात सुन कर चुप हो जाता है और तनु को करवट ले कर लेटी थी, वो उसको सीधा कर देता है, और उसके ऊपर लेट जाता है।

वीर तनु की आंखो में देखता है और उसके होठ पर अपने होठ राख देता है और तुरंत हटा देता है और कहता है बस थोड़ी देर , पक्का थोड़ी देर में आ जाऊंगा।

तनु वीर की इस हरकत से उसे ही देख रही थी, तभी वो कहती है " 1 घंटे मैं वापिस आना पड़ेगा"

वीर एक बार और उसे किस करता है और कहता है गुस्सा हो क्या , बोलो गुस्सा हो गई इसलिए कह रही हो।

तनु कुछ नही बोलती और दूसरी तरफ करवट ले लेती है , सो रही साक्षी को गले लगा लेती है।

फिर वीर उसे सीधा करता है ,"उसके ऊपर लेट जाता है और उसकी जुल्फे सही करने लगता है, और तनु का अब पारा अब बहुत चढ़ा हुआ था"

वीर - मुझे पता है तुम्हारा दिमाग अब हिला हुआ है, गुस्सा हो ना तुम।

तनु बस वीर को घूर रही थी कही न कही उसे वीर की ये बचकानी हरकते अच्छी लगी रही थी।

तभी वीर फिर से उसे किस करता है और कहता है उसके गाल खींचने लगता है और कहता है अकेले नही जाना मुझे , सब के साथ चला जाऊंगा लेकिन तुम गुस्सा मत हो प्लीज़।

तनु - अच्छा ठीक है, जाओ मैं गुस्सा नही हूं, अंजली और रूही को लेटे जाओ और काव्या को भी लेते जाओ।

वीर - तुम चलो ना।

तनु - जी नहीं हमे सोना है, वैसे भी हम दोनो बहुत थक गए है, और साक्षी को मत जगाओ और जाओ चुप चाप 1 घंटे मैं आ जाना।

वीर - अब अंजली को मनाऊं

तनु - मेरी परमीशन मिल गई अब तुम जानो और तुम्हारा काम hehehe

वीर - तुम हेल्प कर दो ना

तनु - नही अब मुझे सोने दो।

वीर एक चादर उठा कर दोनो को उड़ा देता है और तनु के जिस्म को लपेट लेटा है।

तनु - क्या है जाओ ना

वीर - तुम्हे सोना है ना, नींद आ रही है तो फिर तुम्हे सुला दूं पहले।

तनु - अरे मैं सो जाऊंगी पागल तुम जाओ

वीर - हमे मत बताओ मुझे अच्छा से पता हैं तुम्हे तब तक नींद नही आती जब तक तुम्हे मैं सुला ना दूं, और तुम्हे सुला कर चला जाऊंगा प्रोमिस बस अपनी बाग मैं रहुंगा।

इधर वीर तनु की साड़ी की अल्पीन हटा कर पल्लू नीचे कर देता है और उसके पेट को लपेट कर उसको अपने सीने से लगा लेटा है।

और तनु उसके सीने में घुस जाती है और उसे छपता लेती है और कब उसे नींद आ जाती है पता ही नही चलता।

तभी वो तनु को छोड़कर साक्षी की तरफ देखता है और हस्ते हुए उसके माथे पर टुनकी मारता है और कहता है " मुझे अच्छे से पता है, एक बार आप सोती हो तो नींद खत्म करने के बाद ही उठोगी, बचपन से देख रहा मेरी साक्षी सो जाओ"

तभी वीर जैसे ही दोनो को सुला कर उठ जाता है देखता है तो रूही उसे ही दोनो को प्यार करता देख रही थी और अंजली उसे घूर रही थी।

तभी वीर बाहर जाने लगता है, और अंजली को भी बाहर बुला लेता है।

अंजली बहार आ जाती है और वीर को देख कर गुस्से मैं कहती है " तुम वो घटिया इंसान हो, वीर जिसका मैं कभी चहरा नही देखना चाहती थी"

वीर - मुझे पता है ," तुम मुझसे नफ़रत करती हो घिन आती है तुम्हे "

अंजली - इतने सालो में मैने हर दिन ये सोचा वीर की तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया, क्यो इस्तेमाल किया तुमने मेरा क्यो किया ये सब, तुम चाहे जितना बदल जाओ वीर मेरी नज़र में तुम वही पुराने वीर रहोगे।

अंजली ये कह कर जाने के लिए मुड़ जाती है और वीर उसका हाथ पकड़ लेता है, जिससे अब अंजली का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है और वो बहुत जोर जोर से वीर को तमाचे मारती है"

अंजलि - तुमने क्यू किया मेरा साथ ऐसा , क्यो किया बोलो , तुम्हे कुछ पता है मैं बस यही सोचती थी मेरे साथ ऐसा क्यो किया तुमने

ये कह कर अंजली जोर जोर से रोने लगती है

और वीर उसका हाथ पकड़ कर कहता है मत रो चाहो तो और मार लो मुझे , लेकिन ऐसे दर्द मत दो , तुम मत रो प्लीज़।

अंजली वीर को देखती है जो उसके आसू पोंछ रहा होता है और अंजली कहती है " दर्द देने वाले आसू पोछते हुए अच्छे नही लगते वीर"

अंजली को रोता देख वीर उसे गले लगा लेता है और अंजली रोते हुए, उसे गले लगा लेती है।


वीर - तुम रोया मत करो।

अंजली अपने आसू पोंछ लेती है और वीर से अलग हो जाती है तभी वीर आजू बाजू देखता है और धीरे से कहता है डरो मत किसी ने गले लगते नही देखा।

वीर की बात सुन कर अंजली रो रही थी उसे हसी आ जाती है और तभी वीर कहता है क्या तुम रूही को ले कर बाग मैं चलोगी प्लीज़ मना मत करना।

अंजली कुछ नही कहती और पलट जाती है और जैसे ही अंदर जाती है अनु और रूही गेट पर से भाग कर बेड के कोने में बैठ जाती है

तभी अंजलि कहती है ," चलो बाग चलते है, थोड़ा बाहर की हवा खा कर मूड फ्रेश हो जाएगा"

अनु उठ जाती है और रूही का हाथ थाम कर चलने लगती है और पीछे पीछे वीर चल रहा था काव्या को ले कर"

तभी अनु पलट कर वीर को देखती है और रूही भी हल्की सी स्माइल पास कर के अंजली को और फिर वीर को देखती है।

तभी रूही अंजली से कहती है " वीर उतना भी बुरा नही है ना"

उसकी बात सुन कर अंजली कुछ नहीं कहती और रूही हसने लगती है।

तभी अनु और रूही बाग मैं खेलने लगती है और अंजली कोने में खड़ी वीर को देखने लगती है।

वीर - काव्या की बच्ची रुक तू

काव्या - hehehe पापा इतनी जल्दी हाथ में नही आऊंगी मैं, ही ही ही ही

वीर - काव्या रुक

काव्या - ही ही पकड़ के दिखाओ पापा।

तभी वीर और काव्या भागते भागते थक जाते है और अंजली के पास आ कर दोनो लुड़क जाते है।

इधर रूही और अनु भी उन्हें देख रही थी , और रूही वीर को चुपके से नज़रे बचा कर पूछती है क्यू हुआ।

वीर इशारे से सब ठीक है का इशारा करता है।

इधर वीर जैसे ही हल्का लेटा था की काव्या उठ कर पत्थर फेखना शुरू कर देती है ताकि फल नीचे गिर जाए।

तभी वीर एक टक काव्या को निहार रहा था, और बगल में बैठी अंजली को देखने लगता है जो तब एक एकदम चुप चाप बैठी थी।

तभी वीर उसके सर पर एक तापली मार देता है जिससे अंजली का सर फिर से घूम जाता है और उसने वीर को घुर कर देखा और उसकी आंखे बता रही थी की वो कितना गुस्सा मैं है।

तभी वीर उसको घूरता देख एक और टपली मार कर दूर चला जाता है और हसने लगता है।

तभी अंजलि गुस्सा मैं कहती है मैं चुप हूं, इसका मतलब ये नही की तुम कुछ भी करोगे।

अंजली अपना वाक्य पूरा करती उसके पहले एक बार और वीर टपली मार देता है और इस बार अंजली वीर को दौड़ा लेती है , " रुको तुम एक बार बहुत हाथ चल रहा तुम्हारा तुमने समझ क्या रखा है"

" इतनी हिम्मत कभी तनु ने नही की मुझे टपली मार कर भाग जाए"

वीर - तुम्हारे पति हूं इसमें और क्या समझने वाली बात है

वीर और अंजली को ऐसे भागते देख रूही दूर खड़ी हसने लगती है और कहती है , अगर मैं यह नहीं आती तो तुम्हारा ये रूप मुझे नही दिखता अंजली, हमेशा चुप रहने वाली लड़की वीर के सामने शेरनी कैसे बन गई"

अनु - क्युकी वो उसका पति है रूही , हम बहने ऐसी ही है वीर से बहुत लड़ती है, जितनी भी बहने आई है वो सभी वीर से बस लड़ती थी , क्युकी हमारा प्यार जताने का तरीका दूसरा है वैसे भी एक लड़की के लिए उसका पति बहुत कुछ होता है, वो उससे लड़ती है, मारती है, प्यार जताती है वैसे भी ये उसका हक है।

अनु - वीर को इतने थप्पड़ मारने के बाद उसका गुस्सा उतर गया कही ना कही उसे रियलाइज हुआ होगा कुछ।

रूही - ये तो गलत बात है ना हमेशा उसे डांटना ,मारना चुप करा देना इससे कल को वो कुछ फील करेगा तो क्या उसकी कोई वाइफ ऐसी है जिससे जो दिल की बात शेयर करे, और वो उसका साथ दे।

अब दोनो चुप थी और अनु के पास रूही की चीजों का उतर नही था तभी रूही आगे बोलती है हा मुझे पता है तुम और बाकी सभी उससे बहुत प्यार करती हो, लेकिन उसे स्पेशल फील करवाना क्या ये सही नही।

तभी अनु एक स्माइल करती है और कहती है हर किसी का अपना नेचर है, साक्षी दीदी मस्ती करती रहती है , तनु दीदी बहुत गुस्सैल है, दोनो वीर को बेशक बहुत डाटती है लेकिन तुमने आज देखा ना वीर के आलावा और किसी मैं हिम्मत है उन्हे ऐसे निशान देने की।

और वीर के साथ हम खुश है वीर खुद अंजली को ऐसे भागा रहा क्युकी इसी बहाने अंजली भाग रही और मस्ती कर रही चुप रहने से अच्छा है गुस्सा मैं मस्ती कर लो।

तभी उन दोनो की नज़र वीर पर लड़ती है जो अंजली के पास से भाग रहा था और कहता है " अच्छा सॉरी माफ कर दो वाइफ"

अंजली - तुमने मुझे छुआ कैसे

तभी वीर का पैर पर एक पत्थर लग जाता है और वो गिर पड़ता है उसे ऐसे गिरते देख अंजली हसने लगती है और कहती है आ गया स्वाद बहुत उड़ रहे थे ना भाग रहे थे ना।

तभी वीर चुप चाप बैठ जाता है और अपने पैर सहलाने लगता है

तभी अंजलि उसके पास बैठ जाती है और उसका पैर सही करने लगती है, देखने के लिए।

और उनकी ये हरकते देख कर रूही को कहती है अनु ," देखा पहली बार दीदी हसी ना जब से आई"

रूही - पहले तो नही पता था अनु वीर कैसा है, जिससे शादी हो रही वो मुझसे एक्सपेट करेगा भी या नही या केवल मेरे जिस्म से प्यार करेगा, लेकिन अब अच्छा लग रहा है मुझे एक ऐसा लाइफ पार्टनर मिला जैसा मैं चाहती थी देखना वीर तुम्हारी रूही तुम्हे वो अहसास दिलाएगी जो तुमने कभी फील नही किया होगा।

अनु ये देख कर हसने लगती है और मन मैं सोचती है बेशक तनु तुम हम सब मैं सबसे सुंदर हो, और खास हो लेकिन याद रखना एक बात।

रूही - क्या बताओ हमेशा याद रखूंगी।

अनु - मेरे जितनी सुंदर तो हो लेकिन भाभी हो
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जीरो फिगर तो मैं ही हूं, और इसी बात का तो घमंड है पगलिया।

रूही - रुको तुम्हे बताती हूं मैं।

*" ही ही ही ही ही*" ,"अरे रुक ना"

तभी वीर खड़ा हो जाता है और कहता है अब चलो सब घर बहुत लेट हो रहा है।

अंजली - नही चलूंगी , जो करना है कर लो।

वीर अंजली के पास आता है और उसे पीछे से तपली मार कर भाग जाता है और कहता है मोटी भाग पाती नही और बोलती इतना है।

उसकी बात सुन कर अंजली भड़क उठती है और वीर के पास आने लगती है और वीर भाग जाता है घर की ओर।

और पीछे पीछे सभी आ जाती है।

और दोपहर का टाइम था सब थके होने की वजह से सोने चली जाती है और वीर चुप चाप बाहर आ जाता है छत पर।

" यहां अकेले क्या कर रहे हो" वीर के कान में ये लफ्ज़ पड़ते ही वीर पलट कर के देखता है तो उसे अनु खड़ी मिलती है।

अनु - बोलो यह क्या कर रहे हो , अकेले।

वीर - कुछ नही बस बोर हो रहा था।

अनु - अगर पांच पांच पत्नी होने के बाद भी पति बोर हो तो धिकार है उसकी पत्नी पर।

वीर - नही ऐसा नही है , तुम हस्ते हुए अच्छी लगती हो an

अनु - अच्छा जी , वैसे शर्म नही आती।

वीर - क्यो
अनु - अच्छा कोई मुझे बगीचे में चेक आउट कर रहा था।

वीर - अरे मेरी एक वाइफ ही तो ऐसी है तो वो मैं

अनु - क्या

वीर - क क क कुछ नही

अनु - ही ही ही उल्लू अब मैं सब को बताऊंगी ,

वीर - नही, वैसे सोरी

अनु - किस लिए सॉरी, क्युकी चेकआउट तो रोज करते हो अब बताओ, क्यो सॉरी।

वीर - वो मैने आपकी फ्रेंड की शादी मैं आपको नही ले जा पाया

अनु - कोई बात नही , मुझे पता है कुछ बड़ी बात है जो तुम सब मूझे नही बताओगे , मेरी सेफ्टी के लिए तो कोई बात नही तुमने कोशिश किया ना तो छोड़ो।

वीर - लेकिन मुझे अच्छा नही लगा ना।

अनु - क्यू किस नही ले पाए।

वीर - धत

अनु - मेरे लिए इतनी मार खाए, ताकि मुझे बाग ले जा सको।

वीर - आप स्माइल करिए बस।

तभी अनु उसे कस के गले लगा लेती है


अनु - थैंकयू

वीर - वेलकम मिसेज वीर

तभी पहली बार दोनो गले लगे थे तो अनु की सास बहुत तेज चलने लगी थी, तभी अनु को अपने पेट पर कुछ एहसास होता है और वो चिहुंक कर हट जाती है और लाल गाल कर के दूसरी तरफ मुड़ जाती है।

तभी वीर उसका हाथ पकड़ लेता है और हर तरफ देखने लगता है, जब उसे अहसास होता है की कोई नही देख रहा तो वो अनु का हाथ पकड़ कर के रूम के पास ले आता है और रूम को बाहर से लॉक कर देता है।

तभी रूम के बंद होने के अहसास से अनु सिहर उठी थी उसे अजीब सी फीलिंग आने लगी थी।

तभी वीर तेजी से सास लेते हुए अनु को दिवाल से सटा देता है और अनु की सास बहुत तेज तेज चलने लगी थी और उसकी आंखे खुद ब खुद बंद हो गई थी।

अनु को आज एक पत्नी होने का अहसास हो रहा था।

तभी वीर का एक हाथ उसकी कमर पर आ गया, और दूसरा हाथ उसके गले पर अगले ही पल वीर अपने होठ अनु के होठ पर ले जाता है और अनु के तेज सास और और कापते हुए होठ वीर के सामने थे।

वीर अपने होठ अनु के होठ पर रख कर उसके ऊपरी होठ को चूमने लगता है


और कब अनु के हाथ खुद ब खुद वीर की पीठ पर चलने लगे उसे पता ही नही चला और और अनु वीर का साथ देने लगी।

आज पहली बार कोई अनु के जिस्म का मजा लूट रहा था और ये कोई और नही उसका खुद का उसका प्यार और पति था जिसके अहसास से वो सिहर उठ रही थी।

तभी अनु की सास रुकने लगती है और वो वीर से दूर हट जाती है

और अनु की आंखे बंद थी और वीर वापिस उसे पकड़े खड़ा था।

अनु और वीर दोनो कुछ नही बोल रहे थे अनु की फूलती हुई सास वो कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी बेचारी को आज कोई मसल रहा था, जिससे कभी कोई बोलता नही था।

वीर - क्या हुआ अच्छा नही लगा क्या।

अनु - नही, हा

वीर - पहली बार मैं ऐसे होता है रुको मैं दुबारा करता हूं फिर कन्फर्म हो जाएगा

अनु - ओए तीस मार खान मार खाओगे अब समझे

वीर - अरे ये कौन सी बात हुई।

अनु - हमारे यहां ऐसा ही होता है समझे, ना इजहार ना कुछ सीधे शुरू हू हटो।

तभी वीर उसे चिड़ते हुए बोलता है हा हा मुझे छोटे छोटे पसन्द नही।

ये सुन कर अनु के गाल लाल के साथ मुड़ती है और अपनी hoodie उतार कर फेकते हुए, वीर को बिल्ली जैसी नज़र से देखती है।


वीर की नज़र अब अनु के ऊपर नीचे हो रहे सीने उसकी पतली कमर, लाल लिपस्टिक जो अब गायब हो चुकी थी उस पर टिकी हुई थी।

और वीर को ऐसे घूरते देख अनु कहती है शो खत्म हुआ , और मेरे छोटे नही है समझे उल्लू की दुम हू।

वीर आगे बड़ता है तभी अनु भाग कर रूम का दूर ओपन कर देती है और वीर धीरे से कहता है ड्रेस तो लेती जाओ।

अनु बिना कुछ सुने बस रूम में घुस जाती है और तनु के बगल चुप चाप लेटे हुए तेज तेज सास ले रही थी।

और आज उसकी फर्स्ट किस हुई थी जिसके एहसास से उसका पूरा बदन कप जा रहा था और वो कहती है "उल्लू कही का "

तभी तनु पलट जाती है और अनु को कपते हुए देख कर पूछती है क्या हुआ।

रूही - अनु तू ठीक है ना।

अनु - हा हा मुझे क्या होगा, ये तो बस यू ही।

अंजली - पानी पियोगी सास क्यो फूल रही है।

तभी तनु कहती है अरे कुछ नही हुआ अंजू समझो यार वो शादी सौदा लड़की है अगर शादी सुदा लड़की हापे और कापे ना तो मतलब वो शादी शुदा नही।

ये सुन कर साक्षी जो सो रही थी वो हसने लगती है।
फिर अंजली वीर को तिरछी नजर से देखती है और वीर गाभरा जाता है।

************

To be continued
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anu ke sath bond kamjor ho rha tha ... Isliya reader ko jodna jaruri tha....
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Aur waise bhi abhi toh party shuru hui hai.....bahut time se ramesh aur rajesh nhi dikh rhe kyu...
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...kuch bda hone waala hai..........

Like thokne ka ....revos likhne ka.........

Milte hai next update main seee youuuu tata tata.... soch rha agala update bhi jaldi de dun ... Ready toh wo bhi hai ... Bas thoda kaam baaki hai... Toh jaldi se like karwa do.....20 tak
 
Update - 31 rohit and khalifa...

तनु कहती है अरे कुछ नही हुआ अंजू समझो यार वो शादी सौदा लड़की है अगर शादी सुदा लड़की हापे और कापे ना तो मतलब वो शादी शुदा नही।

ये सुन कर साक्षी जो सो रही थी वो हसने लगती है।
फिर अंजली वीर को तिरछी नजर से देखती है और वीर घबरा जाता है।

अब आगे --------

अमेरिका की एक बहुत बड़ी बिल्डिंग में रचना खड़ी थी, जो चाय पीते हुए किसी से बात कर रही थी।

लड़का - मैम हमने अमेरिका मैं अपने आदमी लगा दिए, आपके कहे अनुसार और उधर से रोहित सर के मुताबिक़ सारा काम देखा जा रहा है।

रचना - काम की बात पर आओ , सीधे।

लड़का - मैम खलीफा के साथ हमेशा उसका राइट हैंड रहता है, लेकिन वो कौन है किसी को नही पता लेकिन जब भी कुछ काम होता है या खलीफा बुरा फस जाता है, तो वो आदमी ही खलीफा को निकलता है उसका दिमाग नेक्स्ट लेवल पर है कोई नही जानता , वो कौन है , क्या है बस खलीफा ही उसके बारे मैं जानता है।

रचना - अगर खलीफा पूरे यूरोप को कंट्रोल कर रहा है तो उसके ऊपर किसी बड़े कंट्री का सपोर्ट तो होगा।

लड़का - हा हैं, लेकिन किसका ये नही पता लेकिन कुछ गुप्त सूत्रों की माने तो उसके ऊपर यूएसए का कंट्रोल है , वही कुछ लोकल गैंग्स मानती है की यूएसए की मदद खुद छिपे हुआ तरीके से खलीफा करता है।

रचना - केवल एयरवेज से खलीफा के पैसे नही आ सकते, लेकिन खलीफा बहुत से राज छुपा रहा है।

लड़का - शायद तुम तुम भूल रही हो तुम कहा हो ये खलीफा की जगह है उसकी मर्जी के बिना पत्ता भी नही हिलता, उसके पास हर चीज पर उसकी नज़र रहती है।

रचना - इंतजार सबसे बड़ी चीज़ होती है और अब तुम जाओ।

उसके जाते ही रचना अपना फोन निकलती है, और किसी को कॉल मिलाती है।

रचना कॉल पर ," हेलो डैड"

रोहित - हा रचू

रचना - बहुत अजीब है डैड, मैने पता किया और ये बहुत ही स्ट्रेंज है पूरे यूरोप और गल्फ कंट्री पर खलीफा की एयरवेज है लेकिन खलीफा का केवल इतना ही बिजनेस नही हो सकता।

रोहित - ही ही ही मेरी बेटी बस तुम उसका विश्वास जीतो और किसी तरह खलीफा को बहुत बड़ा प्रॉफिट देने की कोशिश करो जिससे खलीफा का माइंड डिरवर्ट हो और तुम धीरे धीरे समझती जाओगी , और तुम्हारे लिए मैं इंटरनेशन दबाव बनाता हूं बाकी तुम बस इन्फोमेशन निकलो बाकी का काम मैं देखे लूंगा।

रचना फोन काटने के बाद कहती है, तुम्हे हमारे साथ नही खेलना था खलीफा , तुम्हे ये बहुत महंगा पड़ेगा।

**************

इधर एक बहुत बड़ी building जहा हर तरह हतियार समेत आदमी खड़े थे , और अंदर मीटिंग चल रही थी ये मीटिंग कोई और नही अमेरिका के डिफेंस मिनिस्टर हैंडल कर रहे है।

पूरे हॉल में बस हल्ला हो रहा था , तभी एक आदमी की जोर से चिल्लाने की आवाज से हर कोई चुप हो जाता है और वो कहता है " बहुत से एशियन माफिया और रसियन माफिया अमेरिका के आस पास नज़र आ रहे है हमे पूरा चोकना रहना पड़ेगा।

तभी एक लड़का कहता है लेकिन सर रसियन और एशियन माफिया तो रोहित के लिए काम करते है, तो क्या ये रोहित की कोई सोची समझी साजिश है, और हम रोहित को हल्के में नही ले सकते।

"क्या हमे एक बार और खलीफा से बात करनी चहिए"

वही रोहित और खलिफा के नाम सामने आते ही पूरा हॉल चुप हो गया और बस घड़ी की सुई की टिक टिक की आवाज आ रही थी।

**************

तुम करना क्या चाहते हो , सीधा उसके करीब और उसके प्लेन को तोड़वाओ , खलीफा को उससे बहुत नुकसान होगा" ये आवाज़ रोहित के राइट हैंड जॉन की थी जो रसियन माफिया था , जिसका नाम पूरे अंडरवर्ल्ड मैं खुल्यात था , जो पूरा रसियन सभलता है।

रोहित - उससे उसे नुकसान होगा वो रुकेगा नही , खलीफा झुकेगा , रुकेगा नही , उसे तोड़ना है सचेत नही करना, तुम रसियन माफिया को रचना के आस पास फैला दो, और लियो को तैयार करो मिलने बुलाओ।

जॉन - क्या उसे बुलाना जरूरी है।

रोहित - हा और उसे न्यूक्लीयर तैयार रखने को बोलो।

रोहित - और बिना मेरे से पूछे कोई स्टेप नही लेगा , लियो के अंडर पूरा चाइना है उसे जल्दी बुलाओ, हमारा सामना किसी अहरे गहरे से नही हो रहा गल्फ कंट्री के बादशाह खलीफा से हो रहा, जिसके बारे मैं किसी को कुछ नही पता।

************

इधर इन सब से दूर वीर जैसे ही कमरे में घुसता है अंजली उसे घूर कर देखती है और अनु बस चुप चाप करवट ले कर लेट जाती है उसके होठ अभी भी वीर के एहसाह से कप रहे थे।

आज पहली बार उसे किसी ने प्यार का एहसाह जताया वो अनु जो सबको चिल्ला देती आज उसे किसी ने चुप करा दिया ये सोच कर वो वीर को चुपके से देखती है और कहती है उल्लू कही के हिम्मत तो देखो कोई देख लेता तो

तभी वीर अंजली के बाजू आ जाता है, और उससे धीरे से कहता है "ऐसे क्यो घुर रही हो हमे"

अंजली - पक्के बेशर्म हो तुम।

वीर - अच्छा जी और वो कैसे मैने क्या किया।

अंजली - हा हा मुझे तो दिखाई नही पड़ता ना कुछ
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सुबह से देख रही हूं।

वीर - क्या देख रही हो?

अंजली - मैं पहले ही बता रही मुझे ये बेशर्मी पसंद नही समझे और अगर मेरा पास भी आए तो जान ले लुंगी तुम्हारी।

तभी वीर उसके गाल नोच लेता है और कहता है तुम बहुत अच्छी हो।

तभी अंजलि उसे घूर कर देखती है अगर तनु ना होती तो वीर को दौड़ा कर मारती।

अंजली - बहुत हाल चलने लगे है तुम्हरे एक बार अकेले मिलो फिर बताऊंगी तुमको।

वीर - बाहर चले क्या अभी

उसकी ये बात सुन कर अंजली उसे घूर कर देखती है और वीर चुप चाप पीछे सरक जाता है, क्युकी अब उंगली करना सही नही।

ये सोच कर वो साक्षी जो नींद मैं कुनमूना रही थी उसे देखने लगता है।

इधर वीर को जाता देख रूही हस्ते हुए अंजली से कहती है वैसे आपके दिल में एक आवारा और आजाद पंछी आ गया है ।

अंजली - तू टीवी देख और उसेसे दूर रह तू समझी ।

रूही - क्या कह कर उसे अलग करूंगी , की अपनी वाइफ को मत छेड़ो।

अंजली - ठीक है मैं उससे बात करूंगी।

इधर रूही अपने मन मैं सोचती है वीर इतना सिंपल है ,तभी उसे अपने फोन पर एक नोटिफिकेशन आती है।

रूही चेक करती है, तो देखती है वो किसी और का नही अनु का था msg, "लेकिन अनु तो अभी सो रही थी तो ये msg यानी वीर ये " ये कह कर अनु वीर को देखती है जो उसका फोन हाथ में लिया था।

रूही - क्या है हा , क्यो msg कर रहे हो।

वीर - वो देखना था,

रूही - क्या

वीर - आपने गुलाब को।

रूही - अच्छा कल तक तो गुलाब पसन्द नहीं आ रहा था अभी सजी हुई हूं तो गुलाब याद आ रहा है।

वीर - तब तो मैं अपनी वाइफ को cheat नही कर सकता था ना

रूही - बस बस नो मस्का

वीर - ओके सुनिए

रूही - क्या है जल्दी बोलो

वीर - वो दे दो ना।

रूही - क्या दे दूं, आपको।

वीर - वो स्माइल जिसे देखने के लिए हम तो कब से तड़प रहे।

रूही उसकी ये बात सुन कर फोन रख देती है और ना चाहते हुए भी उसके फेस पर एक स्माइल आ जाती है ।

तभी वीर कुछ कहता उसके पहले रूही कहती है "बस अब जिसके फोन से चैट कर रहे हो ना वो उठ गई तो जान ले लेगी"

वीर - आपके होते हुआ।

रूही ये बात सुन कर स्माइल करते हुए कहती है फ्लर्ट कर रहे है आप।

वीर - नही अपनी वाइफ से एक मुलाकात की परमीशन मांग रहा।

रूही - सॉरी वीर मुझे पता है तुम बहुत सीधे हो , मासूम हो और हमे अच्छा लगा तुम्हारा नेचर लेकिन हम अंजू को हर्ट भी नही करेंगे।

वीर - चुपके से तो मिल सकती हो ना

रूही - ये तड़प अच्छी है अब बाय मैं सोचोगी।

वीर - आज रात सोना मत जल्दी, प्लीज हमसे बात कर लेना एक बार तुमसे बात करूंगा बस।

रूही - अच्छा जी मैं तो सो जाऊंगी , वैसे भी क्यों जागू मैं हा।

वीर - थैंक्यू

रूही - क्यू , एक अनाथ के लिए इतना परेशान नही होते।

वीर - कुछ नही बस ऐसे ही क्या मैं तुमहरा पति नही इतना नफ़रत करती हो की एक मिनट मैं पराया कर दिया हमे, तुम अनाथ नही हो तुम्हारा पति है तुम्हारी मांग मैं सिंदूर है।

रूही - सॉरी अच्छा रो मत पक्का अब कभी नहि करूंगी।

वीर बिना जवाब दिया फोन रख देता है।

रूही अपना फोन रख कर वीर को देखती है जो उसे देख रहा था और उसकी आंखे नम थी जिसे देख कर कब रूही की आंखे खुद ब खुद नम हो गई पता भी नही चला।

तभी रूही अपनी नम आंखें साफ कर के मन ही मन कहती हैं देखो मां मेरा लाइफ पार्टनर मेरे से बात करने के लिएं तड़प रहा वो मेरे साथ है अब मैं अनाथ नही हूं, कोई मेरा है भी हैं जिसे मुझ पर हक जताना है , जिसे मेरा हाथ थामना है, वो मेरा साथ खड़े होना चाहता है ये सोच कर उसका बदन कप जाता है वीर वो पहला लड़का था जिसके बारे मैं रूही ने आज सोचा था।

तभी रूही वीर को देखती है और कहती है यार मैं इतनी पागल कैसे हो सकती हो आज पहली बार मेरे से वो बात करना चाहते थे , और मैने पहली बार मैं ही रुला दिया।
**********"*

"मैं कहता हूं मुझे मेरे शरीर मैं वापिस भेजो वर्ना अच्छा नही होगा आहाहहहह"
" मैं वापिस आऊंगा जल्दी ही आआआह्हह् "
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Aaj update main bas itna hi....chota isliya hai kyuki rohit aur khalifa ki real power ka andaza lga sako......and aaj Sunday hai toh aaj bhi update aayga....and promise guysss ....bada rhega.....with romantic scenes..... Thoda support kro brotherss....
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Kam se kam like kar diya karo whi support ho jayga....agar revos nhi de pate toh.....
 
Update - 32

तभी रूही वीर को देखती है और कहती है यार मैं इतनी पागल कैसे हो सकती हो आज पहली बार मेरे से वो बात करना चाहते थे , और मैने पहली बार मैं ही रुला दिया।
**********"*

"मैं कहता हूं मुझे मेरे शरीर मैं वापिस भेजो वर्ना अच्छा नही होगा आहाहहहह"
" मैं वापिस आऊंगा जल्दी ही आआआह्हह् "

अब आगे ----

इधर वीर अपनी नम आखों को पोछने लगता है तभी उसका दिल दर्द करने लगता है, और वीर की एक बार को सास रुक जाती है, वीर ये अहसास को जानता था ये कैसा अहसास था।

वीर - नही नही नही ऐसा नही हो सकता नही हो सकता ऐसा तुम मेरा साथ ऐसा नही कर सकते।

ये कह कर वीर तुरंत उठ जाता है और रूम से बाहर चला जाता है।

उसके रूम से बाहर जाते ही रूही का दिल उदास हो जाता है , और वो गुस्से मैं कहती है क्या जरूरत थी उसे हर्ट करने की , लो कर दिया उसे नाराज़ जिसे खुश करना था उसे ही उदास कर दिया।

इधर वीर छत पर खड़ा था और अपने आसू पोंछ रहा था, और कहता है अगर मेरी नियति ऐसी ही लिखी है तो मुझे मंजूर है, ये कह कर वो रूम की तरफ़ झांकता है जहा पर उसकी सभी पत्नियां थी ,साक्षी , अंजली , तनु , अनु, रूही और उसकी जान उसको लाडली काव्या जो कार्टून देख रही थी।

वीर अपनी आंखो से बह रहे आसू साफ करता है और रूम की तरफ चल पड़ता है, जो होगा देखा जाएगा।

ये सोच कर वो रूम की तरफ़ जाता है और मन मैं कहता है अगर ऐसा ही होना है तो मैं ये वक्त अपनी पत्नियों के साथ बिताना चाहूंगा लेकिन तनु से दूर ही रहना पड़ेगा।

ये कह कर वो रूम में आता है तो उसके सामने सबसे पहले उसे अनु मिलती है जिसकी सास अब ठीक थी और वो वीर को देख कर अपनी आंखे मूंद लेती है, जिससे वीर देख लेता है और उसके बगल आ जाता है।

और वीर उसके बगल लेट कर उसे देखते हुए कहता है क्या अपनी बिल्लोटे के बगल में लेट जाऊ।

जिसे सुन कर अनु धीरे से अपनी एक आंख खोल कर वीर को देखती है और कहती है "request accepted"

ये सुन कर वीर हस देता है और अनु कहती है " keep quiet let me sleep"

वीर हंसते हुए कहता है पैर लाद लूं।

अनु जल्दी से सीधे सीधे लेट जाती है और जल्दी से अपनी एक आंख खोल लेती है और आजू बाजू देखती है और जल्दी से हा कह कर आंखे मूंद लेती है ।

तभी वीर ऊपर उठ कर लाइट ऑफ कर देता है और अनु वीर को बगल ना पा कर हड़बड़ा जाती है और आंखो को खोल कर देखती है तो जल्दी से आंखो को वापिस मूंद लेती है और उसकी हार्ट बीट वापिस तेज हो जाती है।

और वीर उसके बगल लेट कर उसके ऊपर एक पाव लाद देता है और कहता है , वैसे तुम्हारा जीरो फिगर हाए उससे भी ज्यादा तुम्हारी झाग मुझे अच्छी लगती है।

ये सुन कर अनु कहती है हल्ला मत करो सोने दो हमे।

तभी वीर उसके मुंह पर अपने हाथ रख देता है और उसके ऊपर आ जाता है।

वीर की इस हरकत पर बेचारी अनु की तो सास ही अटक जाती है आज पहली बार कोई उसके ऊपर लेटा हुआ था और उसकी आंखो में देख रहा था, वो अनु जिससे कोई नज़रे नही मिलता था आज वो किसी के नीचे लेटी थी।

वीर -
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शह ये कह कर वीर उसके बालो को सही करने लगता है, और कहता है वैसे गद्दा मुलायम है मेरा।

अनु अपनी सास रोकते हुए जल्दी से कहती है हटो मेरे

वो कुछ कहती तभी वीर कहता है, वैसे तुम बहुत स्पेशल हो।

अनु वीर की आंखो को देखने लगती है और वीर उसके बालो को कभी गाल को सहला रहा था।

वीर - अब सोइए आप, अच्छे से

अनु - पूरी नींद उड़ गई , सारा दिमाग हिल कर कहते हो अब सो जाऊ।

वीर - सुनिए जी

अनु अपनी आंखे बस बंद कर लेती है और सर दूसरी तरफ कर लेती है।

वीर - ओह फो सुनिए जी (अनु का चहरा थामते हुए कहता है)

अनु बस पूरी ताकत से hmm कह सकी।

वीर - हमे आपसे प्यार है , वो भी गहरा वाला नही रह सकते अब आपसे दूर।

अनु की दिल की धड़कने अब साफ साफ वीर को सुनाई दे रही थी।

तभी वीर कहता है आपकी इस मासूमियत और गुस्से पर हमे आपसे प्यार हो गया बिल्लोटे

अनु - क्यू अब डर नही लगता।

वीर - डर तो अभी भी आपसे है , आखिर कर मेरी वाइफ हो, लेकिन अब इज़हार करने का सही समय है, वैसे भी मुझे आपसे दूर नही रहना अब नही रह सकता आपसे दूर समझी मेरी पतली कमरिया।

अनु - t t t ठीक है।

वीर - क्या ठीक है

वीर अनु की t-shirt को ऊपर करता है जिससे उसकी पतली कमर साफ साफ वीर के सामने आ जाती है।

वीर - सुनो थामोगे मेरा हाथ दोगे मेरा साथ , बनोगे मेरी हसी की वजह दोगे मेरे हर रूप को अपना नाम।

अनु जो बहुत तेज तेज सास ले रही थी बेचारी की हालत बहुत खराब थी, ऊपर से ये एहसास जो उसे हमेशा याद रहेगा, आज कोई उसे छेड़ रहा था उसकी बहेनाे के बगल, कोई उसे इज़हार कर रहा था , तनु को ये अहसास बहुत अच्छा लग रहा था वो वीर का साथ देना चाहती थी उसे हा कहना चाहती थी लेकिन उसके मुंह उसका साथ नही दे रहे थे।

तभी वीर के दिल में एक बहुत तेज तेज झटका लगता है जिससे वीर पहले से जानता था तभी वीर की नज़र सामने लेटी अनु पर पड़ती है और वीर के आसू निकल आते है और वीर जल्दी से ऊपर हट जाता है।

तभी अनु को अपने ऊपर आसू की एक बूंद फील होती है तो वो जल्दी से आंखे खोल लेती है और खुद कापते हुए वीर के ऊपर आती है और उसके आसू पोछती है और कहती है मेरी मांग मैं तुम्हारी लंबी उमर है, मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूं वैसे तुम्हारा ये अंदाज भी अच्छा लगा मुझे।

ये कह अनु बुरी तरह कप रही थी तो वीर उसे अपने सीने मैं जकड़ लेता है और उसकी कमर को सहलाने लगता है।

अनु - शर्म नही आती (उसके सीने मैं घुसे घुसे बोलती है)

वीर - अपनी पत्नी से कैसी शर्म।

अनु जल्दी से आजू बाजू देखती है तो उसे कोई भी नही देख रहा था तभी वो वीर के गाल पर किस कर के वापिस उसके सीने मैं घुस जाती है और अपने दुपाते से उसे और वीर को छुपा लेती है और कस के वीर के सीने मैं घुस जाती है।

वही इस अहसास से वीर की भी दिल की धड़कन तेज हो गई थी और अनु के सीने वीर को फील हो रही थी।

वीर उसे गले लगा लेता है और आसू वीर की आंखो से बहने लगते है।

जिसे वीर पोंछ रहा था और अनु को बहुत कस के जकड़ लेता है और जिससे अनु इस गर्मी को फील कर के कब सो जाती है पता नही चलता।

तभी वीर उसे अपने सीने में लगाए लगाए वो भी कब नींद के आगोस में चला जाता है पता ही नही चलता।

जब वीर की नींद खुलती है तो वो देखता है अनु उसके सीने मैं सो रही थी, तभी वीर साक्षी को देखता है जो जमाई ले रही थी जिसे देख कर वीर उसे अपने पास बुला लेता है और कहता इतना कौन सोता है।

तभी साक्षी हसने लगती है और कहती है मिसेज वीर ।

तभी वीर उसे सीने से लगा लेटा है और ये बात साक्षी को भी अजीब लगी।

वो चुप चाप वीर के सीने मैं घुसी हुई थी और वीर की तेज चलती सासें और उसके तेज धड़कने उसे अजीब सा एहसाह से रही थी , उसे ये सब बहुत अजीब लग रहा था तभी साक्षी उठ कर वीर को गले लगा कर कहती है क्या बात है।

वीर - k कुछ भी तो नही

तभी साक्षी से थोड़ी देर बात कर के उसे बहला कर वीर उठ जाता है और अब शाम हो गई थी जिससे सब जाग गए थे।

वीर बाहर चुप चाप खड़ा था, जिसके पास काव्या आ जाती है और कहती है क्या हुआ पापा यह क्या कर रहे हो अकेले।

वीर - मैं सोच रहा हूं, अपनी काव्या को ले कर भाग जाऊ क्यो क्या कहती हो।

काव्या - ही ही ही पापा भाग कर कहा जाएंगे मम्मी फिर दोनो को मरेंगी।

तनु - अच्छा तो बाप बेटी चुपके चुपके प्लानिंग कर रहे हो क्यों

वीर - ही ही ही ही आप भी चलो तीनो मिल कर भाग चले।

तनु आ कर काव्या को गले लगा लगा लेटी है और वीर उन दोनो को ही देख रहा था और तभी वो दोनो को गले लगा लेता है।

तनु - क्या बात है?

वीर - कुछ नही मैने सोचा कि मैं भी गले लगा लूं फिर क्या पता ये दुबारा आए या ना आए।

तनु - क

तनु अपनी बात को पूरा करती उसके पहले साक्षी आ जाती है और कहती है चल रोटी सेक आज हम दोनो की पारी है चल जल्दी।

ये कह कर वो उसको ले कर चली जाती है और काव्या भी खेलने चली जाती है।

इधर टाइम बिताने लगता है और वीर का दर्द बड़ता जा रहा था जो वो चाह कर भी किसी को नही बता पा रहा था।

लेकिन वो जनता था अगर उसने साक्षी और तनु ने दूरी नही बनाई तो उन्हें पक्का पता चल जाएगा लेकिन उनसे दूरी बनाना इतना भी आसान नही।।

इधर फिर अपना दिल बहलाने के लिए टेबल पर आ कर बैठ जाता है और लुंडो खेलना शुरू कर देता है जहा पर अनु अंजली रूही और वीर तीनो ludo खेलने लगते है और तभी वीर की नज़र सामने बैठी अंजली पर पड़ जाती है जो हस रही थी क्युकी अभी अभी उसने वीर की गोट काटी थी।

तभी वीर ने अपने पैर को अंजली के पैर पर रख दिया टेबल के नीचे जिससे अंजली को खासी आ गई।

रूही - क्या हुआ दीदी

अंजली - कुछ भी तो नही वो एक मच्छर है परेशान कर रहा है हमे चलो गेम पर ध्यान देते है।

तभी वीर की नज़र बेड पर जाती है तो वो देखता है साक्षी बेड पर लेटे लेटे उसे ही घुर रही है



जिससे वीर घबरा जाता है और जल्दी से नज़रे फेर लेता है।

और रात को सब खाना खा कर लेटने चले जाते है और वीर चुप चाप जा कर सबसे पहले काव्या को ले कर सोने चला जाता है और काव्या से ढेर सारी बात करने लगा।

और इधर वीर के जस्ट बगल कौन लेता था उसने ध्यान ही नही दिया और वो उठ कर बाउंड्री पर खड़ा हो गया और वो सभी पल उसे याद आ रहे थे जो जो उसने यहां बिताए थे।

तभी उसे अपने बगल किसी के साथ होने के एहसाह होता है तो वो पलट कर देखता है तो उसके बगल रूही खड़ी थी।

वीर - तुम सोई क्यू नही इतनी रात

रूही - मेरी तो आदत है देर रात जागने की तारे देखने की क्युकी हमे पसंद है या यू कहे की बचपन से अकेलेपन ने सीखा दिया।

वीर - ही ही ही अकेले pan तो अच्छा होता है ना रूही वैसे भी लेकिन अब तुम अकेले नही हो, तुम्हारी अंजली है, अनु है , और सब तो है।

रूही - कभी कभी सब का होना नही वीर किसी खास का होना ही फर्क पड़ता है।

वीर - रूही का हाथ पकड़ कर उसे अपने पास बुला कर उसे पीछे से गले लगा देता है।

वीर - रूही तुम्हे एक बात बताऊं।

रूही - हा

वीर - मेरी सभी वाइफ मैं तुम सबसे अलग हो।

रूही - अच्छा और मैं खास क्यो हूं

वीर - तुम मुझे अपनापन की याद दिलाती हो।

रूही - अच्छा बच्चू मस्का लगा रहे है क्यू इतनी रात गए।

तभी वीर रूही को अपनी गोद मैं उठा लेता है और अब रूही एकदम चुप थी और वीर रूही को ले कर सीडी पर बैठ जाता है और रूही वीर की गोद में बैठी थी।

और दोनो चांद की तरफ देख रहे थे।

वीर ने चुपी तोड़ी और बोला रूही

रूही के पूरे जिस्म पर चिटी रेंग गई उसे पहले ही वीर प्यार था ऊपर से सीधे वीर ने उसे जब संभाला तो वो उसके बाहों मैं अपने आप छोड़ दी।

वीर - तुम ना सोचा कम करो, समझी इतना क्यों सोचती हो और तुम अकेले नही हो मेरी वाइफ हो समझी मैं राहु या ना राहु लेकिन आप अब मेरी हो चुकी है।

रूही ने बस अपनी मुंडी हा मैं हिलाई।

रूही - देर हो रही है

वीर - हा अब देर हो रही है मुझे भी
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बाय रूही।

ये कह कर वीर रूही को उठा कर बिस्तर तक ले आता है।

और रूही को बिस्तर पर लिटा देता है और उसके सीने तक चादर उड़ा देता है।

और उसके फोरहेड पर किस करता है।

तभी रूही उसका हाथ थामना चाहती थी , उसे गले लगाना चाहती थी।

लेकिन तब तक वीर उसके पास से चला गया था।

इधर साक्षी और तनु दोनो बाहर खड़ी वीर को घूर रही थी और तनु वीर के पास जैसे ही जाती है तो देखती है

वीर के पूरे शरीर पर दर्द और लाल लाल खून आने लगे थे और वीर जोरदार तरह से चीख रहा था और कुछ ही देर में वीर की सासें थम चुकी थी।

ये चीख सुन कर वीर की सभी पत्नियां जाग चुकी थी और सभी वीर के आस पास खड़ी थी।

तभी एक काला साया वीर के शरीर को ले कर वहा से जाने लगता है।

तभी तनु और साक्षी भी अपनी अपनी शक्ति की मदद से वहा से गायब हो जाती है और साथ ही साथ रूही वीर को ऐसे जाता देख उसकी आंखे लाल हो गई थी और वो चीखती हुई वही गिर पड़ती है और चिलाती है मेरा सब कुछ चला गया लेकिन मैं वीर को नही जाने दूंगी , नही तभी वो एक जंगल मैं आ जाती है और उसे अंजली और अनु ने पकड़ रखा था जिसकी वजह से वो दोनो भी आ जाती है।

इधर पूरे जंगल मै बस अंधेरा था और वो काला साया और पहाड़ के ऊपर वीर खड़ा हस रहा था।

"हा हा हा हा हा हा तनु साक्षी मुझे यकीन था तुम दोनो आओगी"

"देखो सब कुछ खत्म करते है, मुझे वो दे दो जो रूही के पास है फिर मैं चला जाऊंगा"

वीर का पुरा चहरा बदल चुका था एक अजीब सा कमीनापन उसके चहरे पर आ गया था उसका शरीर अब हट्टा कटा हो गया था और उसकी बड़ी बड़ी दाढ़ी

तभी अंजलि चिलाती है मां चुदाना तू फिर आ गया , मर क्यो नही जाते तुम।

वीर - तुम सब ने तो शादी कर के एक जुट हो गए , मैं थोड़े समय के लिए क्या गया तुम तो इतनी बदल गई, अपने ही बेटे से शादी कर लिया तुमने तो साक्षी याद है ना तुम्हे हर रात तू जलील होती थी हा हा हा हा।

तभी तनु चल कर आस पास देख रही थी , और sid को ढूंढने लगती है।

तभी तनु का चहरा बदल जाता है और वो जोर से चिल्लाती है।

तभी वीर कुछ बोलने वाला था लेकिन तनु अपने मुंह पर उंगली रख देती है और चिल्लाते हुए कहती है।



"मेरा sid कहा है , sid कहा है"

तभी साक्षी के डरवानी हसी हस्ते हुए वीर के पास आती है।

तभी तनु कहती है मैं नाग कन्या तनु, नागो की अंतिम पीढ़ी अगर मेरा sid नही मिला तो मैं पूरे इंसानों का नामो निशा मिटा दूंगी मैं कहती सामने आओ वर्ना जो होगा उसके लिए तुम खुद जिमेदार होगे।

तनु का ये रूप देख कर वीर के रोए खड़े हो गए और साक्षी एक पेड़ पर चढ़ कर बैठ गई और रूही के पास आ कर खड़ी हो गई।

साक्षी - रूही मेरे पीछे रहना आगे मत आना।

अनु - दीदी डर लग रहा है।

साक्षी - एक यक्षिणी की बहन हो कर डर लग रहा है तुम्हे।

अनु - दीदी हमारा वीर कहा गया।

तभी तनु कहती है ठीक है तुम्हे यही मंजूर है तो ठीक है।

तभी तनु अपने साप के अवतार में आ जाती है और तभी वहा पर यशस्वी आ जाती है और उसके पास पास बहुत से साप थे।

तभी वो काला साया तनु के सामने आ जाता है और कहता है "हमे माफ करे नाग कन्या, हमे पता है आपके पास वो चीज है लेकिन आप मेरे किए की सजा पूरे इंसानों को मत दीजिए"

तनु - sid कहा है , उसे तुमने छुने की कोशिश की?

" Sid जिंदा है , sid को अपने शरीर में जाना होगा इसलिए sid को हमने उसके शरीर पर उसे वापिस भेज दिया , ये सब कुछ हमे करने को कहा गया था ताकि आपकी और साक्षी की शक्तियों को जगाया जा सके और ये रोशनी के आदेश पर हुआ, और sid को अपने शारीर में जाना होगा यही श्रृष्टि का नियम है"

तनु - sid कहा है

" इसी पहाड़ी पर मैनें उसे छोड़ दिया था और ऊपर की ओर चला गया"

तभी तनु ऊपर की ओर देखती है तो एक लड़का खड़ा था जो उसकी ओर देख कर मुस्करा रहा था , और वो अपने कदम बड़ा रहा था।

तनु - siddddddd अगर तुम एक कदम और आगे बढ़ाए तो अच्छा नही होगा , sid मैं कहती हूं रुक जाओ वर्ना।

Sid- मैं एक बोझ नही बनाना चाहता तनु।

तनु - अगर तूने एक कदम भी पीछे किया तो तुम हमेशा याद रखोगे ऐसा बुरा हाल करूंगी।

Sid - कुछ कहता तभी एक गोली आ कर sid के सीने में घूस जाती है।

तभी तनु दौड़ कर Sid को पकड़ लेटी है और पलट कर वीर को देखती है।

वीर - मैने मैने मैने कुछ नही किया तनु मां कसम मैने कुछ नही किया।

वीर का पुरा शरीर कप रहा था और वो पलट कर देखता है तो रमेश उधर खड़ा मुस्कुरा रहा था।

रमेश - कैसी हो तनु।

वीर कुछ कहता उसके पहले साक्षी उसकी तरफ धीरे धीरे बड़ती है, जिसकी आंखे पूरी लाल थी , जिसके बड़ी बड़ी बाली , नाक में नथ।

रमेश - अगर एक कदम और आगे बढ़ाया तो मैं गोली मार दूंगा।

साक्षी - तू एक यक्षिणी को गोली से मरेगा।

रमेश कुछ कहता उसके पहले रमेश की गर्दन अलग हो चुकी थी।

वीर दूर खड़ा सब बहुत गौर से देख रहा था और वो जल्दी से ऊपर पहाड़ से पानी मैं कुद जाता है और कूदने से पहले बोलता है " हम दुबारा जरूर मिलेंगे तनु , लेकिन इस बार पूरी तैयारी से"

तभी तनु किसकी बाहों में sid पड़ा था वो अभी भी बेहोश था।

और sid की सभी पत्नियां उसके पास आ गई , और साक्षी कहती है वीर वापिस आएगा, हमे उसे मार देना था।

तनु जिसकी सासें अभी भी बहुत तेज चल रही थी और वो sid के भरते हुए घाव को देख रही थी।

तनु - सब को देख लूंगी , लेकिन अभी चुप रहो जरा मुझे किसी से बात करनी है।

तनु को इतने गुस्से में देख कर साक्षी पीछे हो जाती है और sid को देख रही थी।

तभी सिड अंगड़ाई लेते हुए उठता है,"और तनु को देखता है तो उसकी ओर देखते हुए कहता है "तुम नागिन हो"

तनु बस उसकी ओर देख रही थी।

Sid - जल्दी से पूरी नागिन बन जाओ ना मुझे केचुली उतारनी है।

इतने में sid को एक जोरदार तमाचा पड़ता है जिससे सब पीछे हो जाती है।

Sid इस थप्पड़ से जल्दी से उठ जाता है और पीछे से भाग जाता है।

तनु - मैने क्या कहा था तुमसे।

chataaaaaak

तनु - मैने कहा था तुमसे पीछे एक कदम भी बढ़ाए तो बहुत महंगा पड़ेगा क्या करने जा रहे थे।

Sid जल्दी से तनु का हाथ पकड़ लेता है और कहता है, "मुझे कुछ बोलने तो दो, मुझे लगा था की ये सब मेरी वजह से हो रहा तो मैं दूर हो जाऊंगा तो सब ठीक हो जाएगा"

तभी तनु वापिस से sid को घूरती है, जिससे वो अब भाग कर साक्षी के पास खड़ा हो जाता है, जिससे साक्षी उसे घूरने लगती है और फिर वो रूही लोग को देखता है तो सब गुस्से से तमतमाई हुई थी।

सिद वापिस से तनु के पास आ कर खड़ा हो जाता है, और तनु कहती है घर चलो एक बार फिर बताती हूं , बहुत उड़ने लगे हो ना ज्यादा दिमाग लगा रहे हो , उससे पहले किसी और से मिल लूं जरा।

तभी तनु यशस्वी के पास आ जाती है और जो अब डर जाती है और तनु उसके सामने आ कर कहती है," एक नागिन का क्या काम होता है "

यशस्वी - अपने नाग रानी की रक्षा करना।

तनु - जब sid के ऊपर गोली चल रही थी तुम खड़ी खड़ी क्या कर रही थी।

ये बात तनु ने इतना चिल्ला कर बोली थी की पूरे आस के पास के लोग चुप हो गए थे।

तभी sid आगे आ कर तनु की कमर को जकड़ लेता है और उसकी पीठ पर अपना सर रख देता है।

जिससे तनु अब नॉर्मल होने लगी थी , और तभी sid कहता है ,' यशस्वी जाओ"

यशस्वी को तो बारोशा ही नही हो रहा था की तनु को इस तरह जकड़ कर शांत कर दिया।

यशस्वी - जी।

यशस्वी के जाते ही तनु और बाकी सब घर आ जाती है और sid आ कर बिस्तर पर बैठ जाता है।

तभी अंजली कहती है "तनु साक्षी ये रमेश यह कैसे आया, और उसे ये बात कैसे पता , और वीर अगर कैद था तो उसे सब कैसे पता और अब वीर वो राज जान गया है तो क्या वो चुप चाप बैठेगा"

तनु चुप चाप आगे बढ़ती है और कहती है तुम काव्या को अंदर बेड पर सुला दो।

ये कह कर वो पेड़ के पास जा कर लकड़ी की टहनी तोड़ने लगी थी।

जिसे देख कर के sid डर जाता है और कहता है गलती हो गई तनु अब कभी जान लेने की नही सोचूंगा तनु एक बार माफ कर दो।

"तनु , तनु मेरी एक बात तो सुनो तनु"

तनु आह आह तनु यार प्रोमिस अब कभी सपने में भी ऐसा नही सोचूंगा। तनु एक बार माफ कर दो तनु आ

अनु और रूही चुप चाप खड़ी हो कर sid को घूरे जा रही थी।

"तभी उन दोनो को एक टपली आ कर लगती हैं "

दोनो एक साथ हड़बड़ा कर कहती हैं क्या है।

साक्षी - क्या देख रही है।

" अपने पति को देख रही हूं, वैसे बहुत सुंदर हैं ना , अब तो और मासूम लग रहा है"

तनु - अपने भेजे में एक बात डाल लो, तुम सिर्फ हमारे हो , दूर जाने की कोशिश तो छोड़ो दिमाग में ख्याल भी नही आना चहिए।

तनु - अगर कुछ हो जाता तो लग जाती तो हमारा क्या होता हम पांचों के बारे मैं ख्याल नही आया।

Sid - और कैसे लगेगी।

उसकी ये बात सुन कर रूही और अनु हस देती है और अंजली अपने मुंह पर हाथ रख देती है।

साक्षी - इसकी हरकतें कभी सुधर नही सकती।

तभी तनु उसका कॉलर पकड़ लेती है और sid के होठ पर अपने होठ रख देती है।



Sid को बिस्तर पर लिटा देती है और उसके ऊपर वो भी लेट जाती है।

तनु - सॉरी , लेकिन अब याद रखना ये तुम्हारी लाइफ नही है , हम पांचों की है, याद नही आई हमारी ऐसे करते टाइम।

Sid - बहुत आई थी।

अनु अपनी तकिया सही करती है और कहती है वो तो दिख रहा था कितनी याद आई।

इन सब से दूर ऊपर साक्षी बैठी sid को देख रही थी।

Sid कब सो गया उसे पता ही नही चला।

वही रूही और अनु तनु सभी वीर को देख रही थी

" हमारे लिए ये दूर जाना चाहता था"

तनु - उल्लू है ये पागल कही का कोई बात नही सोचता।

वैसे बहुत प्यार आ रहा है ना

ये सुन कर के सभी के गाल लाल हो जाते है
.
.
.
.
To be continued.....
 
Update - 33

Sid कब सो गया उसे पता ही नही चला।

वही रूही और अनु तनु सभी वीर को देख रही थी

" हमारे लिए ये दूर जाना चाहता था"

तनु - उल्लू है ये पागल कही का

अब आगे --

इधर sid लेटा हुआ था और उसके आस पास सभी बैठी हुई थी और अब कोई कुछ नही बोल रहा था।

तभी sid तनु को घूरता है तो वो खाना खाते हुए sid को देखती है और इशारे से पूछती है क्या हुआ?

Sid - कुटाई मेरी हुई , सुता मैं गया और भूख तुमको लग गई रात के 2 बजे

तभी तनु अपना हाथ आगे कर के sid को भी खिलाती है और कहती है तुम भी खाओ बहुत कांड किया है अब मैं थक गई हूं।

रूही - दीदी वो

तनु - बिल्कुल चुप रात के 2 बज रहे है सब सो जाओ और जो हुआ सो हुआ देखा जाएगा, और वीर की बात है तो देखा जाएगा और बाकी बात कल करना किसी को डरने की जरूरत नही है।

इधर सब अब थक कर के सोने चले गए और सीड उठ कर के साक्षी के पास चला जाता है जो एक दम कोने छत पर खडी थी और sid को देख रही थी



इधर sid चुप चाप उसकी तरफ़ चल कर के जाता है और साक्षी से कहता है," गुस्सा हो हमसे"

साक्षी - मैं क्यों गुस्सा होने लगी, मैं हूं कौन तेरी हा।

Sid - सब कुछ

साक्षी - ये झूठा दिलासा देने की ज़रूरत नही है ठीक है जाओ तनु के पास, रूही के पास मेरे पास क्यों आया है तू जा ना।

Sid - आप से तो चाह कर के भी दूर नही जा सकता।

इतना सुनने के बाद साक्षी वीर का दबा देती है और गुस्से से कहती है," मैं हर रोज तड़पती थी , रोती थी ढूंढती थी की वो कहा गया , मैं किस को भूल गई मेरी लाइफ की पहली खुशी कहा गई"

साक्षी - तुझे एक बार भी हिंट नही दिया , कम से कम एक बार अपनी मां को बता देता तो आज इतना दर्द नही होता मुझे एक बार भी बताना जरूरी नही समझा तूने।

साक्षी - अरे अगर तुझे मेरा जिस्म ही चाहिए था तो एक बार बोलता sid मैं खुद अपनी साड़ी उतार देती ऐसा क्यो किया तूने क्यो किया बोल।

सीड - हा नही बताया मैने, नही बताया कुछ भी मैने बचपन से ले कर आज तक आपकी खुशी देखने के लिए तड़पा, हर रोज वो सब करने की कोशिश करता जिससे आप हसी देख सकू , सुकून देख सकू।

सीड - लेकिन नही कर पाया कुछ ऐसा , फिर अचानक से मेरी आत्मा वीर के शरीर मैं घुस गई जो मैं नही चाहता था, फिर मुझे एक मौका मिला आपको खुश करने का तो किया।

सीड - मैं यह आपके लिए आया नौकर बना , मेरी जान लेने के कोशिश हुई मैने कुछ नही कहा और आपके साथ रहते रहते, कब मुझे आपके साथ प्यार हो गया नही पता चला, कब आपकी वो हसी मुझे सुकून देने लगी मुझे नही पता चला।

सीड - मुझे पहले आपको खुश करने की जरुरत थी, लेकिन फिर आपके बिना नही रह पता था , सोचा सचाइ बता दूं लेकिन फिर आप मुझसे नफ़रत करती इसलिए मैने नही बताया, नही रह सकता आपसे दूर जो जैसा दिल ने कहा वैसे किया l।

सीड - मैं बचपन से सीधा सा हूं नही आती मुझे चाल और छल करना , सोचा मेरे जाने से सब ठीक हो जाएगा तो मैं चला जाता हूं , नही आया था वापिस क्युकी मैं नही चाहता था मेरी वजह से सब आपको पापी कहे।

सीड - लोग अपने पहले प्यार को हमेसा याद रखते है, फिर तो आप बचपन से मेरे साथ थी, तो मैं डर गया आपको खोने के अहसास से तो मैना सोचा झूट बोल कर साथ रह सकता हूं तो बोला झूठ, मैने जिस्म के लिए नही किया कैसे बता देता सचाई की में आपसे नही खोना चाहता था।

उसकी ये बात सुन कर साक्षी उसे देख रही थी और अब उसकी आंखे पूरी लाल हो चुकी थी और वो sid के सीने पर हाथ रख कर उसे अपने साथ छत पर रूम के ऊपर वाली जगह पर लाती है और एक कोने बैठ जाती है।


और sid को कहती है की ठीक है जाओ आराम से तुम्हारी 4 वाइफ है अच्छा से रहो उनके साथ।

Sid - और आप मुझसे नाराज़ है क्या।

साक्षी - मैं तुमसे नफ़रत करती हूं , तुमने जो किया उसके बाद तो और

Sid - क्या मुझे मेरे प्यार के लिए एक मौका नही मिल सकता मैं मानता हूं गलती किया लेकिन पक्का मैं कुछ भी करूंगा हमेशा आपकी बात मानुगा, तुम तो मेरी वाइफ हो ना।

साक्षी - ठीक है तुम्हे मौका चाहिए ना, तो ठीक है जाओ और कुद जाओ छत से मरने के बाद बस मेरे हो कर रहना मैं अपना लुंगी।

ये सुन कर sid की आंखो में आसू आ गए , और वो चुप चाप दीवाल के पास जा कर खड़ा हो गया और साक्षी की तरफ देखते हुए उसकी आँखो में आसू आ गए और खुद पीछे हो गया, और उसने साक्षी के लिए मरने का फैसला किया था।

फिर उपर से छलांग लगा दी लेकिन वो जमीन पर गिरता उसके पहले वो खुद ब खुद वापिस उसी जगह पर आ गया।

तभी साक्षी उसकी तरफ देख रही थी और आगे बड़ती है और sid को एक थप्पड मारती है।

Sid डर कर थोड़ा पीछे हो जाता है और साक्षी उसको कहती है ,"बहुत हिम्मत बड़ गई ना तुम्हारी"

साक्षी sid के सामने खड़ी हो कर उसके होठ पर अपने होठ मिला देती है और उसके कॉलर को पकड़ लेती है।



साक्षी के अचानक हुए हमले से sid थोड़ा कन्फ्यूज हो गया था और साक्षी को दिवाल से सटा कर चूमने लगती है


और sid के होठों पर काटने लगती है और कब sid के हाथ उसकी कमर पर चले जाते है उसे पता ही नही चलता।

तभी जब sid की सास फूलने लगती है तो
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वो साक्षी से अलग होता है और उसे देखता है तभी साक्षी हंसते हुए बोलती है,"ऐसे क्या देख रहे हो आज के बाद अपनी लाइफ लेने के बारे मैं सोचना भी मत समझे".

तभी sid धीरे से कहता है प्यास लगी है तभी वीर ध्यान से देखता तो वो बेड पर बैठा था और उसके सामने साक्षी पानी का ग्लास लिए खड़ी थी।

ये देख कर साक्षी हस्ती है और sid को पानी पिलाती है और उसके माथे पर एक हाथ मारती है प्यार से और कहती है बचपन से जरा भी नही बदला तू बेशर्म।

Sid - अपनी मां पर गया हूं।

साक्षी - और मां को जो मा बनाना चाहते हो उसका क्या।

Sid - वो वो वो

साक्षी - बस बस अब बहाना मत मारो बेशर्म कही के वैसे भी मेरी यक्षिणि की शक्ति तुमसे शादी और प्यार के बाद जगी है इसलिए मैं खुद तुमसे प्यार करती हूं।

Sid - तो मारा क्यो था।

साक्षी - आज के बाद मुझसे हर एक बात शेयर करेगा , छोटी सी छोटी।

सीड - वो क्या हमारे बारे मैं सब को पता चल जाएगा और सब ऐसे रिएक्ट करेंगे घर वाले।

साक्षी - नही मैं ठीक कर दूंगी लेकिन केवल वही लोग सब जानेंगे जो उस समय वही थे बाकी सब को यही लगेग की तुम ही शुरू से हमारे साथ हो बस अब खुश और कुछ चहिए अपनी वाइफ से।

सीड - नही, बाकी मुझे कुछ नही जानना।

साक्षी - मुझे माफ करना sid में अभी कुछ नही बता सकती तुम्हे अपना पास्ट और अपने यक्षीणी का रहसय , लेकिन इतना जान लो एक यक्षिणी की ताकत उसके पति में होती है , और तुमने ही मुझे प्यार से जगाया क्या हूं ये एहसाह दिलाया , वादा रहा हमेशा तुम्हारे साथ रहेगी तुम्हारी साक्षी।

सीड- अगर मैं मर जाता तो
इतना सुन कर साक्षी की आंखे पूरी लाल हो जाती है और sid समझ जाता है की उसने फिर कुछ गलत बोल दिया इसलिए उसने जल्दी से उसका हाथ पकड़ लिया

साक्षी - ऐसा कभी नही होगा , तुम मेरी जान से भी ज्यादा अनमोल हो sid तुम्हारी साक्षी कुछ नही होने देंगी तुम्हे, तुम्हे मेरे होते हुए डर लग ही नही सकता समझें।

Sid - बस जो जवाब चहिए था वो जवाब मिल गया।

साक्षी - ही ही ही पागल, अब जाओ और सो जाओ।

ये कह कर साक्षी जाने लगती है और तभी sid उसका हाथ पकड़ लेता है और साक्षी चुप चाप बेड पर लेट जाती है



साक्षी - क्या बात है पति जी जल्दी बोलो नींद आ रही है मुझे।

Sid कुछ नही बोलता और साक्षी के होठ पर अपने होठ रख देता है और दोनो के होठ आपस में मिल जाते है और साक्षी के शरीर पर एक लहर से दौड़ जाती है।



किस करते करते sid अपने हाथ से साक्षी की गांड़ दबाने लगता है और साक्षी को जल्दी से बेड पर लिटा कर sid उसके ऊपर आ जाता है और उसके गले को चूमने लगता है।



साक्षी - आआह पागल आराम से तुम्हारी साक्षी भाग थोड़ी रही।

सीड - कंट्रोल नही होता।

साक्षी - सॉरी।

सीड - क्यों

साक्षी - बहुत गुस्सा हो गई थी मैं इसलिए डॉट दी, और मार दी।

सीड - मुझे अच्छा से पता है साक्षी, तुम इसलिए नाराज़ थी क्युकी मैने तुम्हे सब कुछ शेयर नही किया पहले, क्युकी तुम जानती हो मैं सबसे ज्यादा तुम्हारे क्लोज हूं।

वही ये सुन कर साक्षी के गाल लाल हो चुके थे उसकी सारी पोल खुल चुकी थी और धीरे से वो कहती है प्यार करती हूं तुमसे बहुत, कैसे ये बरदाश करती।

Sid - तो बस अपने प्यार के लिए डाट खाना मंजूर है हमे।

तभी sid अपनी गर्म सास लेते हुए साक्षी के चूचों को दबाने लगता है।



साक्षी - उम्मम्म सीड sid siddd

तभी sid साक्षी के ब्लाउज उतार देता है और उसके ब्रा मैं से उसके चूचे बहार निकल कर काटने लगता है



और चुस्त है और साक्षी की सिसकारी पूरे रूम में फेल गई।

इधर sid ने जल्दी से साक्षी की साड़ी उतार दी और उसकी कमर को चूमने लगता है



साक्षी इस अहसास से पागल हो जाती है और सीड के बाल पकड़ कर के दबा देती है, इधर sid अब उसके चूचों को चूसने लगता है और काटने लगता है और साक्षी अब पागल हुए जा रही थी।

और साक्षी को बिस्तर पर लिटा कर sid उसके पैरो में आ गया और साक्षी की चूत पर अपनी जीभ राख दिया जिससे साक्षी पागल हो गई।

साक्षी - छह sidddddddd आआआआहह वासस्स सीड आह्ह्ह्ह्ह सीड आआआह्हह मेरी कमर जकड़ लो अच्छे से मजा आ रहा है



साक्षी - अब चोद दो sid sid डाल दो यार मत तड़पा यार आआआहह् यार डाल दे ना hubby प्लीज डाल दो, आआआह्ह् क्यो सता रहे हो मुझे डालते क्यो नही।

तभी sid उसकी चूत पर से अपना मुंह हटा देता है और साक्षी जल्दी से उठ कर sid को धकेल देती है और उसके ऊपर बैठ जाती है और लन्ड सेट कर के धक्के देने लगती है।



साक्षी - आआआआहहह yarrrr मजा आ रहा है , क्यो तड़पा रहे हो अपनी वाइफ को हा, आआआहह बहुत अच्छा लग रहा है aaaahaha ऐसे ही आआहह।

तभी sid उसको बेड पर लिटा देता है और लन्ड सेट करने लगता है और साक्षी बोल पड़ती है धीरे धीरे करना पहले सेट हो जाए अंदर जगह बन जाए फिर तेज तेज करना।



साक्षी - आआआहह ऐसे ही आआह्हह्हह येसस्स्स yesssssssssss उह्ह्ह्ह्हह म्म्म्मम्म मैम्मी ree aahahahah उम्मम्मम्मम जाआन आए

तभी sid उसके हाथ पकड़ लेटा है और धक्के तेज तेज लगाने लगता है


साक्षी - आह्हह्ह थोड़ा साबर नही होता ना तुमसे आआहहहह चीख निकलवा देते हो आआआहह्हह्ह याररर थोड़ा धीरे धीरे भाग थोड़ी रही हूं आह्हह्हह्हह सीड sid i love you ना पक्का अब नही डाटूंगी तुम्हे पक्का sid आराम से यार अंदर जलन हो रही है



साक्षी - नही sid इतना तेज नही sid इतना जोर से नही बच्चा थोड़ा धीरे जान अपनी वाइफ पर रहम खाओ यार आआआशह

सीड - i love you naa जान तुम जानते हो तुमसे कितना प्यार करता हूं मैं ।

साक्षी - आहा अरे जान तो थोड़ा धीरे करो करो ना तुम तो तोड़ देते हो पूरा घंटो तक करते हो आआआआआ हाआआन

तभी sid अपना लन्ड निकाल कर उसे किस करने लगता है और साक्षी कहती है "आह ऐसे थोड़ा ब्रेक दे दिया करो एक दम हवाई जहाज बना देते हो यार तुम तो"

सीड - घोड़ी बनो ना

साक्षी - लगता है आज चोद चोद कर मार डालोगे



सीड - पागल ऐसे कौन मारता है।

साक्षी - आआहहह हाआआआआ जान ऐसे अच्छा लग रहा है थोडा तेज तेज धकेल लो और कस के जकड़ लो मुझे।



साक्षी - जान बस करो ना और कितना करोगे आए मम्मी एसे तो पूरी रात निकल जाएगी थोड़ा रेस्ट दे दो आआआश उम्मम्म्म उम्म्म आआह्हह्हह शीत goddddddd sidddd jaaaaaan I love you प्लीज।



साक्षी अचानक से देखती है सीड उसे दबोचे रखा है और उसके कान को चूम रहा है तो साक्षी सिसकियां पूरे रूम में घुंज रही थी जिससे वो किसी तरह सीड को जकड़ लेती है और sid से कहती है "आराम से जड़ो और तेज़ी से धक्के लगा लो जान मैं ठीक हूं"

साक्षी sid को आराम से झड़ने देती है और sid उसके ऊपर लेट कर उसे चूमने लगता है और साक्षी हस्ते हुए कहती है चैन नही पड़ रहा अभी भी तुम्हे।

साक्षी - अब बस बाद मैं करना वर्ना चूत बाहर आ जाएगी मेरी।

सीड साक्षी को नाइटी पहना कर गोद मैं उठा कर बाहर ले आता है और दोनो को पसीने बहुत आए थे।

साक्षी - इतना प्यार इसी लिए तो हम सभी आप पर फिदा है।

ये कह साक्षी sid की गोद में घूस कर सो गई।

तभी सीड की नज़र सोई हुई तनु पर पड़ जाती है

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जिसकी साड़ी का पल्लू उसकी कमर के नीचे था और और ब्लाउज दिख रहे थे, जिसके चहरे पर सोते हुआ ही एक मुस्कान थी ये देख कर के sid का दिल धक धक करने लगता है और sid उसे देखते ही उसकी ओर जा कर उसके ऊपर लेट जाता है जिससे तनु की आंखे खुल जाती है।

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To be continued
 
Update -34

और sid उसे देखते ही उसकी ओर जा कर उसके ऊपर लेट जाता है जिससे तनु की आंखे खुल जाती है।

अब आगे -----

तनु - क्या कर रहे हो हा हटो मेरे ऊपर से sid मैं कह रही हूं , ना हटो।

Sid - जी मैं नही हटूंगा।

तनु - यार तुम पागल हो क्या सब सो रहे है बगल और तुम हटो मेरे ऊपर से जाग जाएंगी सब हटो

सीड तनु के होठ पर अपने होठ रख देता है जिससे तनु अब हिल नही पाती।

तनु - sid हट जाओ यार क्या कर रहे हो कल कर लेना, ना देखो सब जाग जाएंगी प्लीज़।

Sid - बहुत अच्छी लग रही हो जान हम

तनु - मस्का मत लगाओ।

Sid अपने होठ तनु के गले पर रख देता है और उसकी चूचों को अपने हाथ से दबाने लगता है।

तनु - आआह्ह्ह sid यार धीरे धीरे प्लीज़ ,कोई उठ जाएगा।

तनु - तुम ना बेशर्म होते जा रहे हो सब्र नहीं होता ना।

Sid - मेरी गलती है ये अब , अगर मैं तुम्हारे बिना नही रह पता तो।

तनु - आह तो काटो मत ना , और मेरे बिना नही रह पाते मुझे पता है इसीलिए आज कम मारी, sid जी।



Sid तनु के ऊपर उसके गले की ओर बढ़ता है तो तनु उसे हटाने लगती है।

Sid - वैसे जान आपको क्या लगा हम आपको धुड नही पाएंगे हा क्यों बोलो।

तनु जिसके गले पर sid काट कर गुदगुदी कर रहा था वो हंसते हुए बोली sid यार सब जाग जाएंगी प्लीज़ मत करो ये मुझे पता था तुम आओगे जरूर मेरे पास ही।

तभी तनु को sid की सासें अपने चहरे पर फील होने लगती है और तो अपने दोनो हाथ उसके कंधो पर रख कर कहती है,"ठीक है लेकिन साड़ी नही उतारूंगी, एक राउंड बस"

Sid - he he he थैंक्यू यू आर बेस्ट वाइफ।

तनु - ही ही ही

तनु आगे बडकर sid के होठ पर अपने होठ रख देती है, और दोनो एक दूसरे के होठ को खाने लगते है।



sid तनु के चूचों को अपने मुंह में भर लेता है और कब प्यार मैं तनु के साड़ी उतार जाती है तनु को पता ही नही चलता और जब तनु होश में आई तो sid तनु के ऊपर अपना लन्ड डालने वाला था और तनु के अंदर sid का जाते ही तनु की सिसकारी निकल गई , और उसका मुंह खुला का खुला रह गया।



तनु - आह्हह्हह्हह sidddddddd जाआआन नही देखो बात हुई थी की साड़ी ऊपर कर के करना है , अह्हहहह sid आराम से दर्द होता है , एक तो तुम हमेशा मेरे ऊपर चढ़े रहते हो आआआहह यार।

Sid - प्यार किया तो डरना क्या आआआह बहुत मजा आ रहा है।

तनु - तुम्हारे मजे की ऐसी की तैसी बेशरम ये कह कर तनु sid के ऊपर आ जाती है और धक्के लगाने लगती है।



Sid - आआआहह्हा तनु ऐसे ही यार गॉड तुम्हारे ये रूप देख कर मेरा दिल गार्डन गार्डन हो गया।

तनु - अब स्पेशल वाइफ हूं तो ट्रीट तो देना पड़ेगा , शैतान कही के।

Sid की आंखे बन्द होने लगी और sid जल्दी से तनु को अपने नीचे लिटा कर तेजी तेजी दक्कके लगाने लगता है



तनु - आआहहः मम्मी उफ्फ आआआहह्हह्हह उम्मम्म्म थोड़ा धीरे धीरे यार sisddd मार जाउंगी यार थोड़ा धीरे प्लीज़ आआआहह तुम्हे आआह्हह्ह्ह मुझसे उम्म्म्म अब डर नही लगता हा , आआआहः

Sid - डर कहा से आ गया बीच में और अपनी वाइफ से कौन डरता है, वैसे भी मेरे सामने तो ऐसा रूप दिखता है तुम्हारा।

तनु - कोई जाग गया तो , क्या होगा यार बहुत कुटाई होगी तुम्हारी।

तभी sid तनु के ऊपर इतने तेज धक्के लगाने लगता है की तनु की सास अटक जाती है और खुद उसके हाथ sid को जकड़ लेते है ।



तनु - sidd sid sid बच्चा मेरे आए आआह्हह् जगा कर मानोगे क्या सब को, तेज तेज आआआहह्हह् ।

तभी तनु जल्दी से एक हाथ से साड़ी से अपने और sid के ऊपर डाल लेती है और sid को सहलाती है और sid उसके अंदर जड़ने देती है।

जैसे ही sid का पानी तनु अपने अन्दर फील करती है दोनो अपने होठ आपस में मिला देते है।

तनु - तुमने कहा था साड़ी नही उतारोगे बेशरम कही के ऐसे सब के सामने कौन सेक्स करता है।

Sid - वो तुम सुन्दर लग रही थी , कंट्रोल नही हुआ तो क्या करू
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पता नही क्यू तुमसे दूरी बर्दाश नही होती।

तनु - बेशरम सुबह हो गई 4 बज गया हटो साड़ी पहने दो है मेरे ऊपर से।

Sid तनु की आंखो में देखने लगता है और तनु कहती है "अच्छा बाबा ठीक है , वापिस मेरे ऊपर लेट जाना अब खुश लेकिन कपड़े पहने दो और खुद भी पहेनो जल्दी"

तनु जल्दी से रूम में चली जाती है और उसको ऐसे भागता देख sid को हसी आ जाती है और sid जल्दी से कपडे पहन लेता है और तभी तनु रूम से आती है और जो नाइटी पहने हुए थी और आ कर लेट जाती है।

और sid वापिस उसके ऊपर आ जाता है और उसके होठ को चूमने लगता है।

तनु - ओह हो किसी को बहुत प्यार आ रहा है।

Sid तनु की नजरो मैं देखता है तो तनु उसे गले लगा देती है और कहती है I love you बहुत ज्यादा मेरी जान निकल गई थी जब आप चले गए तो।

Sid - सॉरी

तनु - इतना ज्यादा प्यार करने वाला पति है मेरा , वैसे थोड़ा रात को जोश में आ जाता है लेकिन ठीक है।

सीड - अच्छा जी आपको मजा नही आती क्या।

तनु - आती है लेकिन अब बताओ क्या बात है?

Sid - मतलब

तनु - अच्छा जी मुझसे कुछ छिपाने की कोशिश मत करो समझे मुझे सब पता है , क्या बताना चाह रहे हो, जल्दी से बोलो।

Sid - वो मैं साक्षी के पास गया था उससे खुल कर बात की बहुत मुस्कील से मानी।

तनु - वो गुस्सा थी ना।

Sid - काफी ज्यादा

तनु - मतलब बेचारी मुझसे भी ज्यादा चूदी है।

उसकी बात सुन कर sid हस देता है और धीरे से कहता है तुमसे कम।

तनु - किसी दिन तुम्हारी बाकी पत्नी तुमको बहुत मारेंगी, तो मेरा नाम मत लेना।

Sid - क्यो मारेगी सब से इतना प्यार करता हूं , रूही अनु अंजू साक्षी।

Sid - सुनो

तनु - पूछो।

Sid - वैसे तुम बड़ी गुलगुल हो, सॉफ्ट सॉफ्ट।

तनु - बक पागल।

तनु - मैं नागिन हूं , ये बात तो तुम्हे अब पता चल गई होगी।

Sid - एक बार बनो ना।

तभी sid को कुछ याद आता है और वो कहता है एक सेकंड ये बताओ तुम्हारे अंदर जहर है।

तनु - हा

Sid - तो मैं मरा क्यों नही।

तनु - क्योंकि तुम मेरे प्यारे प्यारे पति हो, मेरी पहचान तुमसे से है मेरा दिल जीत कर अपनी बनाया है आपने मेरा गुस्सा सहते हो सब कुछ मेरे लिए करते हो।

Sid - हा इसलिए तो तुम्हारे ऊपर लेटा हूं जिससे सब डरते है , हम रोज उसके साथ खेलते है।

तनु - बस बस पागल लड़के

Sid - और रोशनी कौन है , और तुमने कहा था मुझसे की अच्छे से पता है तुम्हे की में वीर नही हूं कैसे पता तुम्हे।

तनु - सो जाओ फिर कभी बाद मैं बतूंगी और वैसे भी वीर और रोहित और रमेश पता नही क्या करेंगे, अब सो जाओ और मुझे भी सुला दो वर्ना रूम में जो काव्या लेती है वो सुबह सुबह बम मार देगी देर से उठने पर।

Sid - क्या काव्या रूम में है तो फिर मैंने साक्षी के साथ वो सब कहा किया था।

तभी तनु उसे जकड़ लेती है टाइटली और कहती है यक्षिणी है वो बस तुमसे प्यार करती है, वो क्या है अभी तुम्हे भी नही पता वो परिवार के लिए बहुत केयरफुल, उसकी पावर का कोई हिसाब नही है, लेकिन तुम ये सब मत सोचो।

Sid तनु की बात मान कर चुप चाप तनु को गले लगा कर सो जाता है और उसे सोता हुआ देख कर तनु प्यार से उसे सहलाती है और कहती है " मेरा पागल सा पति एक बार भी जिद कर के नही पूछा उल्टा मुझे भी ऐसे पकड़ा है, इतना समझता है मुझे पागल"

कब तनु उसके जिस्म की गर्मी में सो जाती है पता ही नही चलता।

*****************

इधर इन सब से दूर खलीफा एक घर पर बैठा था तभी उसे एक कॉल आती है।

" हेलो चाचू मैं जिंदा हूं , मुझे सब पता चल गया तनु और साक्षी के बारे में, मैं कल आ जाऊंगा हमे एक एक कदम संभाल कर रखना है , और रमेश मारा गया"

ये सुन कर खलीफा बौखला जाता है और कहता है क्या बकता है रमेश मारा गया

वीर - हा

खलीफा - ही ही ही ही तुम आओ राजेश को ले कर क्या कैसे करना है मुझे पता है।

खलीफा - लेकिन उससे पहले कुछ बड़ा करना है , कल का इंतजार करना रोहित।
**************

इधर इन सब से दूर रोहित एक प्लेन में बैठा कहता है, लियो से कॉन्टेक्ट करो और सब को तैयार करो कल का दिन खास है।।

****************

इन सब से दूर एक लड़का अमेरिका की सबसे बडी ऊंची बिल्डिंग पर tv देख रहा था जिसमें न्यूज आ रही थी।

"अब तक की सबसे बडी खबर अमेरिकी पंडुबी पर हमला हुआ जिसमें अमेरिका को बहुत ज्यादा लॉस हुआ हालाकि अभी कुछ सामने नही आया की पनडुब्बी में क्या था , लेकिन पूरे अमेरिका मैं कर्फ्यू लग गया जो बहुत बड़े खतरे के सबूत है और इन सब के पीछे की वजह

**************
रचना - शीट तुम वहा क्या कर रहे हो , निकलो वहा से वर्ना लेने के देने पड़ जाएंगे।

तभी रचना की चीख पूरे कमरे में गूंज जाती है
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To be continued.... [embed]http://ad.a-ads.com/2315437?size=300x250[/embed]
 
Update - 35
.रचना - शीट तुम वहा क्या कर रहे हो , निकलो वहा से वर्ना लेने के देने पड़ जाएंगे।

तभी रचना की चीख पूरे कमरे में गूंज जाती है।

अब आगे

एक रूम में एक लड़का दाखिल होता है और डरते हुए बोलता है ,"सर हमे रचना मैम की कोई ख़बर नही है, और हमारे जितने भी आदमी रचना के पास थे वो सभी गायब है"

रोहित - रचना को कुछ नही होगा , क्युकी खलीफा चाह कर भी कुछ नही कर सकता वो मजबूर है।

रोहित - तैयारी हो गई पूरी।

लड़का - yes सर

**************

खलिफा - तुम झक मार रही थी एक लड़की ने अपनी सारी की सारी बिजनेस कागज़ अपने नाम कर दी और तुम झक ही मारती रह गई।

जूली - सर मुझे क्या पता था, आपने ही तो कांट्रैक्ट दिया था इसे इसका तो काम यही थी, अब अगर उस टाइम पर अचानक से रचना से ये हो गया तो मैं क्या करू सर।

तभी खलीफा खड़ा होता है तो उसे किसी का फोन आता है तो वो निकल जाता है।

**************

इधर एक टापू पर एक हवाई जहाज लैंड होता है, जिसके लैंड होने के बाद वहा पर एक बहुत बड़ा ब्लास्ट होता है जिससे टापू पर मौजूद सभी आदमी डर जाते है।

जॉन - लियो हर किसी मार दो यह जितने भी लोग है, कोई जिंदा ना बचे।

लियो - ओके

लियो अपने आदमियों को फैला देता है और आस पास के सारी चीजे खंडर में बदल जाती है।

जॉन और लियो उस टापू के कोने में खड़े हो कर रोहित को फोन करते है , और इन सब की खबर देते है।

************

अमेरिकन न्यूज चैनल

Los Angels

अब तक की सबसे बड़ी खबर निकल कर आ रही माने जाने अमेरिकन बिजनेस टायकून खलीफा के एयरवेज बंद हो गया है , लेकिन इसके जवाब में खलिफा ने कहा था की वो वाटर सबमरीन के ज़रिए अपना बिजनेस चालू करेंगे , जिससे पानी के अंदर की दुनिया अब राज नी रह जाएंगी।

लेकिन अभी अभी खबरों की माने तो pradise टापू पर मौजूद दुनिया का सबसे आलीशान होटल जो खलिफा के अंडर था जो दुनिया का सबसे शांति वाली जगह थी उस पर अभी अभी मिसाइल से हमला हुआ, और अब खलिफा रातों रात बर्बाद हो गए है लेकिन इसके पीछे की वजह अभी किसी को नही पता लेकिन अमेरिका बैंक की माने तो खलीफा के सारे बड़े बड़े बिजनेस जैसे एयरवेज को खलीफा ने किसी और के नाम कर दिया।

फिलहाल के लिया खलीफा का कुछ पता नही है लेकिन ये शांति कही वर्ल्ड वार 3 के पहले की शांति हो सकती है, लेकिन अभी भी खलीफा का कुछ पता नही चल रहा है।

*********

इधर एक बड़ी बिल्डिंग में खलिफा भौखलाया हुआ था, और बहुत जोर से एक फोन फेकते हुए कहता है मदरचोद तुम लोग गांड़ मरवा रहे थे।

खलीफा - तुम मेरी समझ से ज्यादा तेज़ निकले रोहित।

***********

इन सब से दूर रोहित एक फ्लाइट पर मौजुद टीवी देख रहा था और उसकी गोद मैं बैठी थी , उसकी वाइफ पल्लवी उसके सामने बैठी थी और वो कह रही थी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा तुमने ये किया कैसे हाऊ।

"पुरे यूरोप के सबसे बड़े डॉन के होटल मैं एक भी बैकअप नही , और तुम्हे कैसे पता की ये होटल खलीफा का है"

रोहित - खलीफा का सबसे बडी इनकम आती है, gun और ड्रग्स सप्लाई से जो पुरे यूरोप पर सप्लाई होती है।

रोहित - तो मैंने खलिफा को ये दिखाया की मैं उसके सारे एयरवेज लेने के बाद गन और ड्रग्स का धंधा ले कर उसकी हाइप खत्म करना चाहता हूं , और मैने अपनी आधी बैकअप अमरीका में पहले ही फैला दी।

पल्लवी - अच्छा जिसकी वजह से खलीफा को लगा कि अगला हमला यह होगा और उसने अपनी सारी आर्मी उधर बुला ली जिससे तुमने उसके होटल को तोड़ कर उसकी कमर तोड़ दी।

रोहित - अच्छा।

पल्लवी - और ये सारे राज आपको रचना ने बताया।

रोहित - हा रचना को भी हैकिंग आती है और वो ऊपर से दुनिया की सबसे बड़ी हैकर स्पाइडर की बेटी है क्यों।

पल्लवी - रचना कहा है।

रोहित - मैने उसे अमेरिका से आने को बोला था लेकिन वो आ नही रही थी क्युकी उसे खलिफा को पूरा तबाह करना था इसीलिए वो आ नी रही थी तो मैने उसे किडनैप कर के इधर लाने को बोला है।

पल्लवी - बहुत दिमाग है आप मैं लेकिन क्या यूरोप के सबसे बड़े माफिया से ऐसे टकराना सही है।

रोहित - शुरूवात वहा से हुई।

पल्लवी - अच्छा रचना को इधर आने को बोलो।

***************

अमेरिका

हॉलीवुड

"वेल वेल वेल वेल इट्स टाइम टू मीट यू सर रोहित"

ये कह कर एक लड़का किसी के पास कॉल लगाता है जिससे सामने से आवाज आती है।

"सॉरी सोरी भाई मुझे एक मौका दे दो मैं सब ठीक कर दूंगा"

वो लड़का वापिस बोलता है।

"वीर और राजेश आए"

"नही "

लड़का - बाकी मैं खुद देख लूंगा मेरे अगले कॉल का इंतजार करना

कॉल disline

कॉल के काटते ही खलीफा जल्दी से पानी पीता है और कहता है इतने सालो बाद इसका कॉल लगता है कुछ बड़ा होने वाला है।

वही खलीफा के आस पास खड़े सभी लोग डर रहे थे।

**********

इधर दूसरी तरफ जब सुबह sid की नींद खुलती है तो वो देखता है तनु उसकी बाहों में लिपटी पड़ी है तो वो तनु के पेट पर हाथ रख कर उसके पैर पर पैर रख देता है।

इस हुए हमले से तनु की सास तेज़ चलने लगती है और वो sid के गर्दन पर नाखून से नकोट लेती है और तभी वो sid को सोता हुए देख कर उसकी गर्दन छोड़ देती है।

Sid - आह सुबह सुबह नाकोट क्यो रही हो तनु।

तनु बिना कुछ बोले चली जाती है और जब वो छत के कोने पर आती है तो उसे तनु अपने बाल सुखाते हुए नज़र आ रही थी।

तनु - क्या बात है अंजली इतना तेज तेज सास क्यो ले रही है

अंजली - अरे कहा वो तो मैं

तनु - sid की बाहों में मजा आई।

अंजली - मैं जानबूझ कर नी गई और वो मुझे तनु समझ रहा था।

ये सुन कर तनु हसने लगती है और दीवाल से टेक लगा कर कहती है " उसने मुझे ही खुद रात को नाइटी पहनाया और उसे नी पता होगा की मैं सुबह साड़ी मैं आ जाऊंगी"

तनु - और दूसरी बात वीर अपनी सारी वाइफ को पहचानता है वो मुझे परदे मैं भी पहचान लेगा

अंजली - इसका मतलब वो जान बूझकर मेरे से

तब तक तनु जा चुकी थी और अंजली अब गुस्से में sid के पास जाती है और sid का कॉलर पकड़ती है और तभी sid अंजली की कमर पकड़ कर उसके ऊपर आ कर लेट जाता है और अंजली की आंखे अपने आप बंद हो गई और कब उसके सीने से दुप्पटा हट गया उसे पता ही नही चला।

तभी अंजलि धीरे से अपनी आंखो को खोलती है तो देखती है sid सपने में उसे बडबडा रहा था।

तभी sid अपने हाथ से अंजली का पेट सहलाने लगता है और अंजली की सास बहुत तेज चलने लगती है और उसके होठ कांप रहे होते है तभी अंजलि धीरे से sid के पास हट जाती है और उसके हटते ही sid की नींद खुल जाती है और वो धीरे से आंखे पुतपुतता हुआ वापिस से सो जाता है और अंजली तेजी से सास लेते हुए रूम में चली जाती है

तभी वो धीरे से सोचती है की कैसे sid ने उसे परेशान किया करता है , और छेड़ता है।

अंजली अपनी हालत देखती है और अपने बिखरे हुए बाल और साड़ी देख कर हंसने लगती है और उसे अपने लड़की होने की याद आती है वो अपनी साड़ी सही करने लगती है।

इधर रूही जो खोई हुई थी नींद मैं उसे अपनी कमर पर एक हाथ फील होता है और वो तेजी से मुड़ती है और वो हाथ देख कर sid को देख कर चुप हो जाती है।

तभी sid की नींद खुलती है और वो रूही को देख कर घबरा जाता है और धीरे से कहता है मुझे मरना मत वो गलती से ऐसा हो गया।

रूही - वैसे चाहो तो अपनी वाइफ के साथ जो भी करो सॉरी क्यो बोल दे रहे हो, वैसे चाहो तो मेरे सीने से लग कर सो सकते हो।

ये सुन कर sid के रोए खड़े हो जाते है और वो रूही को अपने सीने मैं दबोच लेता है और धीरे से कहता है तुम बेस्ट वाइफ हो रूही।

रूही - ये सुन कर लाल गाल लिए अपनी आखें बंद कर देती है और sid को जकड़ लेती है आज उसका पति उसका उसके ऊपर लेटा था जो पुरे हक से उसे दबोचे हुआ था, आज उसे एक पत्नी की फीलिंग आ रही थी।

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कुछ साधु जंगल मे खडे उसी जगह को देख रहे थे जहा तनु ने नागिन बनी थी।

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Aaj ke liya itna hi.... Thoda hospital mai hun thts why thoda delay hua.... but bahut jlad ap sid ko gussa rup main dekhenge....
 
अपडेट - 36

उसका उसके ऊपर लेटा था जो पुरे हक से उसे दबोचे हुआ था, आज उसे एक पत्नी की फीलिंग आ रही थी।

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कुछ साधु जंगल मे खडे उसी जगह को देख रहे थे जहा तनु ने नागिन बनी थी।

अब आगे

सुबह जब sid की नींद खुली तो वो देखता है, उसने रूही को दबा रखा है अपने नीचे और रूही उसे उठा रही है।

Sid की नींद खुलते ही वो रूही के दोनो पकड़ कर उसके ऊपर सेट हो जाता है जिससे रूही हंसते हुए उसे दूसरी तरफ़ गिरा देती है और sid के गिरते ही टन की आवाज़ फैल जाती है और sid का सर दर्द करने लगता है।

Sid अपना सर सहलाने लगता है और रूही को देखता है और रूही दुसरी तरफ इशारा कर के अंजली की ओर उंगली करती है और धीरे से कहती है ," वो मुझे घूर रही है सॉरी ज्यादा जोर से लग गई क्या"

Sid उसे इग्नोर कर के उठ जाता है और कहता है "सुबह सुबह ही टन टना गई खोपड़ी "

उसे ऐसे बड़बड़ाता देख अंजली खुद ना चाहते हुए भी हस देती है और तभी उसकी नज़र sid पर पढ़ती है जो अपने सिक्स पैक टटोल रहा था।

Sid - ये कब हुआ, कैसे हुआ और क्यो हुआ सोया था तो सही था अचानक से कहां से निकल आया।

उसकी ये हरकतें दूर खड़ी अंजली देख रही थी बेशक वो बहुत सीधी और दुर्दशी लड़की थी , लेकिन वो sid की पत्नी भी थी और sid ने सबसे ज्यादा उससे दूरी बनाई थी इसी वजह से आज वो sid की बॉडी देख कर एक टक उसको देखती रहती है।

तभी ऊपर निधि और कुछ लड़कियां आ जाती है, और उन सब को देख कर sid हड़बड़ा जाता है और अंजली तुरंत sid के सामने उसकी दीवाल बन कर खड़ी हो जाती है और धीरे से कहती है "दिमाग सही नही रहता, तुम्हारा क्या कर रहे हो सुबह सुबह शर्म नी आती"

Sid - तुम मुझे क्यो डाट रही हो, मैने तो ससुरा कुछ किया भी नही, मैं अपना शरीर अपने ही घर में ना देख।

तभी अंजलि नोटिस करती है की sid ने उसके साड़ी के पल्लू से अपने शरीर ढक रखा है और उसकी ये करतूत देख कर ना चहते हुए भी sid पर उसे प्यार आ जाता है।

Sid - अंजू प्लीज़ ना, मुझे अकेला मत छोड़ना मेरी शर्ट भी बेड पर पड़ी है , मत जाना छोड़ कर।

अंजली से आज पहली बार sid ने कुछ मांगा था और अंजली उससे हामी भर देती है और अंजली स्माइल करते हुए तनु को इशारे करती है।

तभी निधि के साथ वो सभी लड़की अंदर रूम में चली जाती है, और अंजली कहती है जल्दी से शर्ट पहनो और फ्रेश हो जाओ , और नहा लो शरीर स्मैल कर रहा है , हरकतें तो सुधार लो अ

अंजली कुछ और कह पाती उसके पहले sid उसे गले लगा लेटा है और उसके गाल पर अपने होठ रसीद देता है।

Sid - थैंक्यू सो मच वाइफ मुझे हमेशा तुम पर गर्व रहा है, अंजू तुम दूर रह कर भी मेरे साथ रही हो, आई नो आपने बहुत फेस किया है मैं उसका भुगतान तो नही कर सकता लेकिन मुझे तुम पसन्द हो।

ये कह कर sid चुप चाप नहाने चला जाता है और अंजली वही मूर्ति की तरह शॉक रहती है आज पहली दफा उसे किसी ने ऐसे गले लगाया था बेशक वो वीर की gf रह चुकी थी लेकिन आज तक वीर ने उसे छुआ नही था , और जब वीर की सचाई उसके सामने आई तो वो नफ़रत करने लगी।

लेकिन आज एक लड़का उसे गले लगा कर उसके सारे दर्द पीड़ा कुछ सेकंड में छू मंतर कर गया था।

तभी अंजली हस्ते हुए कहती है "पागल लड़का इतने सब वाइफ है फिर भी मेरी स्माइल के पीछे पड़ा है"

"स्माइल के पीछे पड़ा है , या स्माइल ला दिया"

जैसे ही अंजली इस आवाज़ का पीछा करती है तो देखती है ये आवाज़ किसी और की नही रूही की थी।

इधर sid तुरंत नहानी के पास गया था जहा पर अंदर अनु नहाने जा रही थी और वो sid को देख कर अपने पास अंदर बुलाती है।

Sid - क्या मैं साथ नहाऊ सच्ची

अनु - मुची आईए तो आप

उसकी बात सुन कर सीड जल्दी से नहानी में घुस जाता है और उसके जाते ही अनु भी अंदर घुस जाती है और पानी ऑन कर देती है

Sid - वाह क्या बात है आज आपको बहुत प्यार आ रहा है।

*चटाआक*

एक थप्पड से sid जल्दी से पीछे की ओर सरक जाता है और अनु उसको थप्पड़ बरसाने लगती है।

Sid - मार क्यू रही हो?

अनु - तुमने मुझे कुछ बताया क्यो नही हा , सब कुछ क्यो नही बताया और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई सुसाइड करने की

Sid - यार टाइम नही मिला पक्का अब से सब बताऊंगा।

अनु - मेरी चुम्मी लेने का टाइम मिल गया था और इसका टाइम नही मिला तुमको रुको बताती हूं

तभी sid जल्दी से पीछे सरक जाता है और अपनी मासूम सी सकल बना कर कहता है " तुम मुझे बहला कर अंदर ले आई और मार रही हो , जानती हो सभी वाइफ मैं तुम्ही एक हो जिसके लिया हम बहुत तड़पते है इसी का फायदा उठा रही हो ना"

अनु - आज के बाद ऐसा कभी नही होना चहिए।

Sid - पक्का , और अब तो सारी बात शेयर करता हूं ना आपसे

अनु - हा हा बहुत अहसान करते है आप हम पर क्यों

Sid - हम्म्म्म Epic रिप्लाई

तभी sid अपने कान पकड़ लेता है और कहता है सॉरी माफ कर दो ना

अनु - अपनी टिमटिमाती हुई आंखो से आसू पूछती है और sid से कहती है एक बार भी मेरे बारे में नही सोचा क्या होता मेरा मैने तो तुम्हे बहूत प्यार किया है सबकी तरह नही हूं, देर से पिघली मैं इसका मतलब ये थोड़ी है की आप हमे कुछ ना बताओ i need you बहुत कुछ देखी हूं मैं लेकिन तुम्हारे आने से एक चाह मिल गई खुस रहने की , लेकिन तुम मुझे ऐसे छोर कर जाना चाहते थे।

तभी अनु कुछ और बोलती उसके पहले sid ने उसे बाहों में दबोच लिया था और अनु और sid के होठ आपस में मिल चुके थे



Sid बेतहसा अनु के होठों को चूमने लगा था और उसे अपनी बाहों मैं दबा लिया था, जिसके अहसास से अनु सिहर उठी थी , और वो sid के होठ से अपने होठ आजाद होते ही कहती है," क्या कर रहे हो"

Sid - अपनी पत्नी को प्यार , ऐसे भी एक ही तो ऐसी फिगर वाली।

अनु कुछ कहती उसके पहले Sid ने उसके शर्ट उतार दी और उसके गले पर होठ रख दिए।



जिसके एहसाह से अनु सिहर उठी और सिसकारी की आवाज फेल गई और तभी सीड फिर दूर हट कर उसके कमर और चूचों की बनावट देखने लगता है और सीड को ऐसे घूरते देख अनु अपने सीने पर हाथ रख लेटी है और sid को ढकेल देती है और कहती है "बेशर्म पति"

Sid - यार तुम तो सच्ची कमाल हो।

अनु - जी बस बस इतना बहुत कर लिया देर हो रही है चलो पलटो अब मुझे ड्रेस पहनना है।

सीड - मेरे सामने क्या दिक्कत है।

अनु - जी अपने आप को देखो सास फूल रही है और मुझे पता है मुझे ऐसे देख कर तुम्हारा क्या हाल होगा चलो भागो बाहर

ये कह कर अनु sid को बाहर ढकेल देती है और खुद सास कंट्रोल करने लगती है और कहती है पागल लड़का पूरा पागल है
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ये कह कर वो जीभ निकाल लेती है और कपड़े पहनने लगती है।

इधर sid बाहर आते ही उसे अंजली दिख जाती है जो वॉशिंगमशीन पर हाथ रख कर खडी थी उसे देखते ही sid की नज़र उसके पतली सी कमर dhud जैसा गोरा बदन पर टिक जाती है और उसे देखते ही sid की सास तो पहली से बारी थी वो अंजली को घूरने लगता है।


इधर अंजली जो काम कर रही थी वो sid को खुद को घूरता देख, अजीब सा चहरा बना लेती है और तभी उसकी नज़र sid की सासो पर पड़ती है तो वो इतना समझ जाती है की अभी उसको भागना चाहिए।

इधर अंजली भाग पड़ती है और उसके पीछे सीड भाग पड़ता है।

अंजली इधर बहुत जोर से भागते हुए एक दम ऊपर आ जाती है और ऊपर राखी खड़ी थी तनु के साथ और अंजली भाग कर राखी के पीछे खड़ी हो जाती है और तनु का हाथ पकड़ लेती है और सास को कंट्रोल करने लगती है

और राखी अंजली को देख कर कहती है " अरे मेरी बच्ची क्या हुआ, इतना हाफ क्यो रही हो"

अंजली कुछ बोलती उसके पहले sid उसके पास आ जाता है और पीछे खड़ी अंजली sid को जीभ निकाल कर चिड़ने लगती है।

और sid को देख कर राखी हस देती है और कहती है ऐसे ही खुश रहो तुम सभी।

तभी धीरे से तनु अंजली से कहती है क्या हुआ

अंजली - बड़ी मुस्किल से बच के आई , अगर हाथ लग जाती उसके तो बच्चे होने के बाद ही छोड़ता।

उसकी बात सुन कर तनु हस देती है और अंजली वापिस बोलती है " ये ऐसा ही रहता है सबके साथ"

तनु - तुम्हारे साथ उसका बिहेवियर अलग है, वो सबके साथ अलग अलग ट्रीट आता है।

तभी तनु की नज़र सीड पर पड़ती है और वो देखती है तो sid की नज़र अंजली पर थी तो वो अंजली से कहती है एक एडवाइस दूं बहन।

अंजली - दे

तनु - पेनकिलर ले लेना बहन तू।

अंजली उसकी बात का मतलब समझते ही पीछे सरक जाती है और सीड को घूरती है उसका सबके साथ अलग टाइप का रैवया था लेकिन अंजली के साथ एक अलग सा ही रिश्ता था, उसे अंजली और रूही के साथ अलग ही मजा आता था।

अंजली - उल्लू का पट्टा।

तनु - जी इसी उल्लू के पट्टे से प्यार है आपको , आप तो बहुत बोल रही थी छुने नही दूंगी ये नही करने दूंगी।

अंजली - हा तो मुझे प्यार हो गया तो मैं क्या करू ऐसे हमेशा छेड़ता रहता है तंग करता है चोटी चोटी बात पर केयर करता है, ऊपर से फिकर खुद से ज्यादा।


तभी sid आगे आ कर तनु को बाहों मैं दबोच लेता है।

तनु उसकी बाहों मैं खुद को छोर देती है और सीड का हाथ उसकी कमर कस लेता है और ये देख कर अंजली घूरने लगती है और फिर उसके गाल लाल हो जाते है।

इधर तनु फिर sid से कहती है "अब नीचे चलो"

इधर sid नीचे आ जाता है और नीचे आते ही भीड़ देख कर उसकी हेकड़ी निकल जाती है।

Sid - लगता है दूसरे के घर आ गया।

उसकी ये बात सुन कर सब हस देती है।

तभी एक औरत बोलती हैं "क्या बात है sid जी लगता है बहुत मेहनत हुई है हमारी साक्षी जीजी पर , तभी बेचारी के गले के गांव नही भर रहे है"

उसकी बात सुन कर दूसरी लड़की बोल पड़ती है "ओहफो दीदी आप भी ना बेचारा जीजू अब करे भी तो क्या करे सारी भाभी जैसी बीबी मिली है कोई पतली दुबली मिली होती तो पता चलता

तभी वहा पर अनु आती है और जिसके आने से सभी चुप हो जाते है , और उसे देखने लगते है।




अनु - ज्यादा टेंशन मत लो तुम सब अभी हम जिंदा है, वैसे तुम यह क्यों आई हो बहन कही अपने वाले से ऊब गई क्या।

उसकी ये बात कर सभी हसने लगते है और तभी वो लड़की बोलती है।

"कामिनी तू मेरी शादी में अकेला नहीं आ सकती तो मैं पूरा खानदान इनवाइट कर दे रही फिर तो तुम सब को आना पड़ेगा ना"

तभी रूही बोल पड़ती है "ये औरत कौन है"

"अरे ये मेरी भाभी है , अभी हाल ताज मैं आई"

"ओह" तनु ने ऐसा बोला।

तभी वो लड़की दुबारा बोलती है "तो आप सब मेरे साथ चल रहे है उत्तराखंड और अब तय रहा"

साक्षी - अरे एक कार मैं कैसे सब आ जाएंगे तुम सब चलो हम सब आ जाएंगे।

तभी भाभी बोल पड़ती है "अरे तो क्या हुआ, आप सब मेरे साथ चलिए और तनु और sid कार से आ जाएंगे रास्ते में खाते पीते काट जाने रास्ते"

तभी साक्षी को तनु कुछ इशारे करती है तो सब जाने लगती है लेकिन sid किसी को जाने नही देना चाहता था इसलिए वो थोडा उदास था।

जैसे ही वो दोनो बाहर गई और बाकी सब को आने का बोल कर तभी साक्षी उठ कर सीड के गले लग जाती है और कहती टेंशन क्यो लेते हो बस कुछ घंटो की बात है रात को पक्का साथ मैं मस्ती किया जाएगा।

तभी वो sid को गहरी किस करती है और उसे समझाने के बाद चली जाती है और रूही पलट कर देखती है लेकिन sid उसे इग्नोर कर देता है ये देख कर अनु हस देती है और कहती है जंग हो गई, सुनो सुनो सुनो जंग हो गई।

ये रूही हंसते हुए चली जाती है और कहती वहा पर मैं आपको मना लुंगी मुझे अपने पति को मनाना आता है।

इधर सब जा चुकी थी और अंजली और अनु दोनो रुकी हुई थी और घबरा रही थी।

तभी इशारे से अनु जाने की परमीशन मागती है जिसके गाल अभी भी लाल थे और वो धीरे से कहती है गंदे पति हू।

उसकी बात सुन कर सीड उसके पीछे टपली मार देता है और उसे गले लगा लेटा है और अनु घुसी थी उसकी बाहों में और कहती है अब जा रही बाय।

सब के जाने के बाद अंजली सोच मैं डूबी थी तभी उसकी कमर पर उसे किसी के हाथ फील होते है।

जैसे ही अंजली कुछ समझती वो सीड की सीने मैं थी और उसे ये अहसास पहली बार हुआ ऐसा एहसाह जो उसकी दिल की धड़कने बड़ा दिया था।

सीड - अपना ध्यान रखना अंजू , क्युकी आप अब हमारी अमानत है समझी।

सीड - और ये पल्लू सही कर लो , और सुनिए

अंजली दबी हुई आवाज में हा कह सकी।

सीड - आई लव यू अंजू

उसकी ये बात सुन कर अंजू अपनी आंखे बंद कर लेती है और सीड उससे कहता है काव्या का ध्यान रखना जाओ।

अंजली काव्या को ले कर चली जाती है और उसके जाते ही सीड तनु की तरफ देखता है।

तनु - देखो मैं बता रहि हूं sid नही।

तनु भागने लगती है और सीड उसके पीछे भागने लगता है।

तनु - यार छोड़ दो मुझे ही ही ही ही सीड।

तनु पूरे छत पर भाग रही थी और हसी की आवाज़ आ रही थी।


इधर उसके साथ खेलने लगता है और आज तनु को खुद यकीन नही हो रहा था वो एक बच्चे की तरह खेल रही थी।

तभी sid उसको बाहों मैं भर लेता है और कहता है पसीना बहुत हो गया है आपको चलो पसीना दूर कर दूं।

ये कह कर वो तनु को नहानी मैं घूस जाता है।

तनु - सारी कसर निकलने वाली है

तभी तनु खुद अपने कपड़े निकाल देती है और सीड की ओर बढ़ती है और खुद उसके कपडे निकल कर फेक देती हैं




सीड और तनु दोनो इतने जोश में थे की दोनो की सासें रुक नही रही थी।

तभी तनु खड़े खड़े दीवाल से टेक लगा लो और सीड जमीन पर बैठ कर चूत पर मुंह रख दिया।




तनु - आआआहह यार इसीलिए तुमने सबको भेज दिया हा गंदे आआआहहहह थोडा आराम से ना।

तनु - तुम्हे पता है कुछ गडबड है और तुम्हे मेरी लेनी की पड़ी है आआआआहहह सीड

तभी sid खड़ा हो कर तनु के मुंह पर लन्ड दे कर चोदना शुरू कर देता है।




सीड - प्यार करता हूं तुमसे जान वैसे भी जो होगा देखा जाएगा आप टैंशन मत लो मैं हूं ना तुम्हारे साथ।

उसकी ये बात सुन कर तनु की आंखो में चमक आ जाती है।

तभी sid का लन्ड उसके अंदर जा चुका था जिससे उसे दर्द का आभास हो गया था।




लेकिन वो उसे गले से पकड़ लेती है।

तनु - आआह्ह थोड़ा आराम से ना गिर जाऊंगी मैं एक तो वैसे ही पूरा शरीर टूट रहा है आआह्हह्हह सीड नो प्लीज होल्ड में tightly।

Sid - आप जब तक मेरे पास हो आपको जरा भी गिरने की डरने की जरुरत नही है आपका पति आपके साथ है हमेशा।

तनु उसकी बात से अपने सारे दर्द भूल जाती है और सीड के होठ पर होठ रख देती है और सीड अपने दक्को की स्पीड बड़ा देता है।




तनु की सिसकारियां पूरे छत पर फैल जाती है और सीड कहता है मैं थक गया अब।

तनु - रुको बैठो तुम मैं करती हूं।




तनु - क्या बात है हा मुझे ऐसे क्यो देख रहे हो, हा।

सीड - i डोंट नो लेकिन आप सच्ची बेस्ट हो।

तनु - बेस्ट बेस्ट कर के पूरी रात मेरी लिए हो , अभी भी ले रहे हो पूरा शरीर दुख रहा है पूरे शरीर पर तुम्हारे प्यार के निशान है और कहते हो बेस्ट।




सीड - तो सबसे ज्यादा प्यार भी तो तुम्ही को तो करता हूं।



तनु - आआआहहहह होले होलें ना, बेहर्म थोड़ा रहम खा लिया कर मैं तेरी बीवी हूं तेरा बगल लेती हूं , भाग थोड़े रही हूं।

तनु वीर को आराम से झड़ने देती है अपने अंदर और वीर उसके बदन पर चिपका हुआ था।

दोनो बेशुद नहानी मैं ही सो जाते है।

जब तनु की नींद खुलती है तो वो रूम में लेटी थी और वो जल्दी से उठ कर साड़ी पहन लेती है।

सीड - आराम से जल्दी कैसी।

तनु - तुम्हारा कुछ आता पता नही कब शुरू हो जाओ।

उसकी बात सुन कर सीड हस देता है और तनु और सीड निकल पड़ते है।

तभी उनकी कार के पीछे एक कार आ जाती है जो उनका पीछा कर रही थी।

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"हेलो हा काम हो गया , तनु अकेले आएगी तुम्हे पता है ना क्या करना है"

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Story ab critical fase par ruki hai naah ek taraf khalifa aur rohit...... Idhar sid chut ke piche hi Pda hai....
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like thok hi doge
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[color=rgb(255,]अपडेट - 37[/color]
[color=rgb(97,]तभी उनकी कार के पीछे एक कार आ जाती है जो उनका पीछा कर रही थी।[/color]

[color=rgb(97,]*************[/color]

[color=rgb(97,]"हेलो हा काम हो गया , तनु अकेले आएगी तुम्हे पता है ना क्या करना है"[/color]

अब आगे -----

सीड और तनु कार से चले जा रहे थे और एक काली सीसे की कार सीड की कार का पीछा कर रही थी।

सीड - तनु कार देखो पीछे अच्छी है ना फुल z black सीसे लगे है , मैं भी लगवाऊंगा ऐसे ही।

तनु धीरे से पुतपुताती है कैसा लड़का मिल गया मुझे इतना मासूम सा ठरकी सा।

सीड - कुछ कहा क्या तुमने

तनु - नही कुछ नही

तभी अचानक से सीड की कार का टायर पंचर हो जाता है और सीड बड़ी मुस्किल से उसे कंट्रोल करता है और कार को रोकता है।

तनु - दिमाग कहा है तुम्हारा हा।

सीड - मुझे क्यो डाट रही हो अचानक से कार पंचर हो गई।

तनु सीड को कस कर गले लगा लेती है और कहती है मैं डर गई थी ना थोड़ा ध्यान रखा करो सही रास्ते पर से आना था ये जंगल के रस्ते आना जरूरी था।

सीड - अरे तुमने देखा नही मेन रोड पर तो जाम लगा था क्युकी आगे रोड बन रही थी constration का काम चालू था।

ये सुन कर तनु का दिमाग फटने लगता है और वो कहती है शीट मैने इतनी बड़ी मिस्टेक कैसे कर दी यार।

सीड - इस एवरीथिंग ओके।

तनु - लन्ड ओके तुम्हारे चक्कर मैं सब हुआ ये पहले ये कार का पीछा करना फिर पंचर इट्स ट्रैप।

सीड तनु की डाट सुन कर चुप हो गया था और उसने चुप रहने का फैसला किया और तभी एक गोली सीड की कार पर आ कर लगती है और तनु गुस्से मैं बाहर आ जाती है और उसके पीछे सीड भी।

तनु - किसी मां चुदाना चाहती है बताओ।

सीड तनु के मुंह से गाली सुन कर झेप जाता है।

इधर तनु गुस्से में थोड़ा आगे निकल जाती है और आगे जा कर उसे कुछ लड़के खड़े मिलते है जिन्हे देख कर सीड थोड़ा घबरा जाता है।

तभी तनु की लाल आंखे से उन्हे देखती है और तभी उसे उन गुंडों के आलावा भी और किसी के होने का आभास होता है और जब तक उसे कुछ समझ आता हर तरफ बिनी की आवाज आने लगती है और उन्हें गुंडे देखते है जो हस रहे थे।

तनु - ये बहनचोद बॉलीवुड ने मूवी बना बना कर लोगो का दिमाग खराब कर रखा है ये कह कर तनु आगे बड़ती है अपने नाखून से एक साधु के गले पर गाड़ देती है जिससे उसकी मौत वही पर हो जाती है।

"अबे मेडरचोद इस पर असर क्यों नही हुआ"

साधु - क्युकी ये एक इच्छाधारी नागिन है, ये अपनी नागिन की शक्ति का उपयोग नही कर सकती लेकिन इसका मतलब ये नही की वो खतरनाक नही जहर उसके अंदर है।

ये कह कर वो बीन बजाने लागत है और वो गुंडे तनु को देख कर कहते है घेरों साली को मारनी नही चहिए।

तनु एक स्माइल करती है और कहती है "तुम्हे क्या लगता है तुम ऐसे मुझे पकड़ लोगे"

तभी तनु उनसे बच कर लड़ना शुरू कर देती है, और तनु अपनी बेस्ट दे थी, लेकिन आती हूं बीन की आवाज़ उसे कमज़ोर कर देती।

तनु लड़ते लड़ते सीड के करीब जाती है और एक बार सीड को देखती है और पानी मैं ढकेल से पहले कहती है।

तनु - युद्ध हौसले से नही सीड , ताकत से लड़ा जाता है, जो मेरे पास इस टाइम नही है शायद मेरा और तुम्हारा साथ यही तक था।

ये कहते हुए तनु की आंखो में आसू था , उसकी आंखो में एक अलग सी कंपन थी , जो लड़की हमेशा गुस्सा मैं रहती थी वो आज उसके सामने रो रही थी।

तभी सीड की नज़र तनु के होठ पर पड़ती है जहा से खून आ रहा थे ।

और वो गुंडे आगे की तरफ बड़ रहे थे।

और सीड वही जमीन पर बैठ गया और जोर जोर से चिलाना चाहता था लेकिन उसके मन मैं कोई आवाज नहीं चल रही थी।

इधर एक लड़का हाथ में चाकू पकड़ रखी थी वो धीरे धीरे आगे बढ़ता है तनु की तरफ़।

इधर तनु ने चुप चाप जमीन पर बैठ कर अपनी डेथ एक्सेप्ट करना चुना था।

इधर सीड के सामने हर वो मंजर चल रहा था जब उसकी साक्षी हर रोज रोज रोती थी मार खाती थी और उसकी वो आसू sid को याद आने लगे थे।

उसे किस तरह हर रोज जलील किया जाता था, उसकी कमजोरी का फायदा उठाया जाता था और हमेशा की तरह चुप रहता था और आज उसके ही चक्कर मैं आज उसकी जान से ज्यादा प्यारी उसकी पत्नी जिसे उसने सबसे ज्यादा चाहा था वो मरने की हालत में थी।

इधर वो लड़का तनु के सामने खड़ा हो कर चाकू को हाथो मैं लेकर कहता है कोई अंतिम इच्छा वो क्या है ना तुझे जिंदा नही छोर सकते।

ये कह कर वो चाकू चला देता है और तनु अपनी आंखे बंद कर लेती है।

लेकिन जब थोड़ी देर बाद भी तनु को दर्द का अहसास नही हुआ तो अपनी नम आंखों से सीड को देखती है जिसके पेट में चाकू घुसी हुई थी।

"अरे लड़के क्यो मरना चाहता है बे तू"

सीड - मेरी पत्नी से दूर रह।

"क्या बोला तू जरा वापिस से बोलना तो मैं सुना नही"

इतने मैं सीड ने वो चाकू उसके पेट से निकल कर उस आदमी के गले में घोप देता है और चिल्ला कर कहता है "मेरी पत्नी से दूर रहो, उसकी तरफ़ उठने वाली हर एक सास को हमेशा के लिए बंद होना पड़ेगा"

अपने आदमी को ऐसे इतनी बेरमी से मारता देख वो आदमी एक साथ सीड पर चढ़ जाते है सीड ने अपनी पूरी ताकत से उनका सामना किया, ये सब तनु अपने आंखों से देख रही थी।

तभी तनु सीड को बचाने के लिए खड़ी होती है लेकिन sid उसके आगे खड़ा हो जाता है , और सीड से ज्यादा वो सभी जख्मी थे।

तनु एक टक sid को देखती है जो खुद जख्मी था लेकिन फिर भी वो तनु को कवर कर रहा था।

सीड अपनी टूटी आवाज मैं कहता है अकेला हूं जीत नही सकता लेकिन वादा कर रहा मेरी पत्नी की तरफ जो भी पहला कदम बड़ेगा उसे जिंदा नही छोडूंगा।

तनु - सीड चले जाओ यह से अभी भी वक्त है, ये सब मेरे लिए आए है।

तभी सीड के सर पर एक लोहे की रॉड आ कर लगती है , जिससे sid का सर फट जाता है और तनु की चीख निकल जाती है।

तनु - सीड सीड सीड

वही sid चुप चाप लेट जाता है और जब उसके होश आते है तो वो देखता है एक आदमी तनु का हाथ पकड़ कर रखा है।

ये देख कर सीड की पूरी आंखे गुस्से से लाल हो जाती है वो न चाहते हुए भी , अपने लंगड़ते हुए पैर से कार के पास जाता है और उसके सामने वो तनु का हाथ थामे हुए लड़का दिख रहा था।

उसके कानो मैं कुछ आवाज़ आ रही थी।

"भाग जाओ सीड "

इधर तनु की आंखो से बहते हुए आसू वो अपने मन मैं सोच रही थी की कैसे आज हमेशा चुप रहने वाला सुनने वाला लड़का उसका पति उसका प्यार उसके लिए लड़ रहा था, एक टक उसकी आंखो में आसू आ गया और उसके मुंह से अकस्मात निकला मैं तुम्हारे लिए जीना चाहती थी sid।

"तुम नही जानते की तुम क्या हो मेरे लिए"

तभी उसके कानो मैं आवाज आती है

"कपड़े उतार इसके , लोग इस औरत से डरते है मुझे तो वजह भी नही समझ आ रही"

इधर तनु ये बात सुन कर आंखे बंद कर लेती है और सीड को भागने का मौका देती है।

इधर तनु कुछ समझ पाती की तभी एक जोरदार धमाका होता है जिससे तनु समेत सभी के दिल रूह कप जाती है।

कहा पर साधु थे बीन बजा रहे थे , वो अब लाश के चीथड़े इधर उधर पड़े थे और इतनी बेरहम मौत देख कर सभी खडे लड़के कांपने लगते है।

तभी तनु की नज़र सीड पर पड़ती है जो गुस्से से अपना एक हाथ पकड़ा थे जो बहुत दर्द मैं था

और उसके पास जमीन में रॉकेट लांचर गिरा पड़ा था , तनु के मन मैं हज़ार सवाल उठ रहे थे लेकिन इन सब से भी बडकर उसे जो चीज सबसे अच्छी लगी थी वो था सीड का प्यार।

तभी सीड ने गुस्से मैं उस लड़के को देखा जिसने तनु का हाथ पकड़ा था।

सीड उसके सामने खड़ा हुआ था और गुस्से मैं बोला "तुमने मेरी तनु को छुआ"

इससे पहले की वो कुछ समझ पाता sid ने उसके सीने में चाकू घोपना शुरू कर दिया।

इधर ये देख कर बाकी के लोग बंदूक निकल लेता है और तभी उन्हें तनु के हसने की आवाज आती है।

देखते ही देखते है हर तरफ लाशे पड़ी हुई थी तभी तनु की नज़र सीड पर पढ़ती है जो अभी भी चाकू गोप रहा था इस मारे हुए लड़के को।

तनु - सीड सीड मैं ठीक हूं ना बच्चा मेरी तरफ देखो सीड।

तनु - सीड मर चुका है वो छोड़ दो उसे।

तनु - सीड छोड़ दो उसे मैं कह रही हूं ना हटो उधर।

तनु सीड का हाथ थाम कर उसके हाथ को पकड़ लेती है जिससे sid छटपटाने लगता है तो तनु उसे एक झापड़ देती है।

सीड - मुझे क्यू मार रही हो।

ये कहते हुए sid की आंखो में से आसू आने लगाते है।

इधर तनु अपने स्नेक फॉर्म को अगल बगल फैला देती है जिससे कोई डर जाए और ये देख कर सीड चुप चाप देखेने लगता है और कहता है



"क्या कर रही हो "

तनु कुछ नही बोलती अपनी अपनी साड़ी का पल्लू कमर मैं खोश लेती है और सीड को गले लगा लेती है।

तनु - देखो मैं ठीक हूं ना , मुझे कभी आज के बाद कोई तुम्हारे आलावा नही छुएगा पक्का प्रोमिस रोना बंद करो, अच्छा हुआ आज ये सब वर्ना मेरी जान का ये रूप में कैसे देखती।

ये सुन कर सीड तनु को घूरता है और तनु जीभ निकाल कर कहती "oops सॉरी पक्का अब नही कहूंगी"

सीड की पकड़ तनु के कमर पर बहुत कस कर थी उसे इतना कस कर दबोचे हुआ था की तनु उसे अपने सीने से लगा रहने देती है।

आज तनु ने सीड का ये रूप देखा आज उसे सीड के साथ जो एहसास हुआ वो कभी नही हुआ था पहले , आज उसे सीड के पीछे एक पत्नी की खडा होना sid का उसे बचाना।

बेशक सीड ने ये सब उसके आसू देख कर किया लेकिन इस जगह कोई और होता तो आज तनु ना होती, तनु को सीड की बात याद आ रही थी " साथ मर जायेंगे लेकिन छोर कर नही जाऊंगा"

इधर तनु अपने साप के ऊपर लेट जाती है और सीड को अपने ऊपर लेटा रहने देती है और उसे समझा रही थी।

तनु - ओह्फो बाबा अपनी तनु से बात नही करोगे , बोलो ना क्या हुआ चुप मत रहो।

सीड ने बस एक वर्ड बोला " सेफ"

तनु - हा आपके होते हुए मुझे क्या होगा , चलो अच्छा सेक्स करे जंगल मैं।

लेकिन sid के कप रहे बदन ने उसकी कमर को पकड़ लिया और धीरे से बोला " मैं तुम्हे कुछ नही होने दूंगा तनु वादा रहा तुम्हे कुछ नही होगा मैं सब को मार दूंगा "

तनु की आंखे झलक आई लेकिन उसने अपने आप को कंट्रोल किया क्युकी तनु की आंखो में आसू sid को बर्दश नही।

तनु सीड का प्यार केयर देख रही थी और तभी वो सीड के जिस्म पर हाथ फेरती है तो सीड के कहरने की आवाज़ आती है तो तनु जल्दी से उठ कर बैठ जाती है और लेकिन सीड अलग नही हो रहा था।

तनु सीड की शर्ट फाड़ देती है उसके बाद उसने सीड के जिस्म को देखा जहा बस निशान थे खून के जिस्म के छीले होने के , हाथ रॉकेट लॉचर चलने की वजह से जगह जगह कटे हुए थे, उसके खून अभी भी बह रहे थे"

तनु - तुमने इतना सब मेरे लिया किया।

सीड अभी भी तनु को अपने सीने मैं छुपाए हुआ था , और कहता है " तुम्हे कुछ नही होने दूंगा , मेरी वाइफ हो तुम मेरा सबसे खास वाइफ "

तनु मन मैं कहती है "हाथ तोड़ देता, पैर तोड़ देता , मेरे सीड की तरफ नही देखना था , उसे आसू और दर्द और चूपी नही देनी थी , मेरे सीड को तो मैं सभल लुंगी , लेकिन तुम्हे बस तुम इंतजार करना"

तनु सीड के गाल पर हाथ रखती है और उसके होठ पर होठ रख देती है , और उसे ये फील करवा रही थी अभी वो सेफ है।

तनु के मन मैं बहुत से सवाल थे लेकिन इन सब से बडकर था जिसकी बाहों मैं वो थी उसका अपना सीड।

वही पहाड़ पर खड़ा एक लड़का ये सब देख रहा था और हस रहा था।
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To be continued .....

Ab sid ko ekdm se burely nhi banaya ja sakta....... Well well well abhi tak wo chup tha kyuki uski patniyan safe thi lekin aaj tanu ko khatre main dekh kar sid ne use bachaya..........
Like thok dena.... Revos jee bhar kar dena ka ..... Aur support ke liya aapka bahut bahut sukriya .....

Hint - sid ki aankhein kholni jarrui thi .... Aage toh isse bhi mast mast deikhega babua [embed]http://ad.a-ads.com/2315437?size=300x250[/embed]
 
Update - 38

तनु के मन मैं बहुत से सवाल थे लेकिन इन सब से बडकर था जिसकी बाहों मैं वो थी उसका अपना सीड।

वही पहाड़ पर खड़ा एक लड़का ये सब देख रहा था और हस रहा था।

अब आगे-----

"मुझे बहुत से लोगो को बात पता चली सुनी , लेकिन जो नजारा यह आ कर देखा, वो सुनने में मजा नही है"

"हा हा हा हा हा हम मिलेंगे सीड लेकिन उसके पहले ज़रा कुछ काम निपटा लूं"

"लेकिन तुम्हारा राज बस मुझ तक रहेगा"

______________

तनु - ओहाफो सीड देखो कितनी चोट लग गई हैं , तुम्हे देखो मैं सेफ हूं जान अब जरा भी टेंशन मत लो मेरी समझें।

"हा हा बस समझ गया, एक बात याद रखना तुम मेरी हो बस और तुम्हारा आंसू मैं नही देख सकता"

सीड की ये बात सुन कर तनु की आंखे चोड़ी हो जाती है, और वो तिरछी नज़र से सीड को देखती है और उसके गाल लाल हो जाते है आज उसे पहली बार शर्म वाली फील आ रही थी जिसे वो समझ नी पा रही थी, आज उसे सीड ने एहसाह दिलाया था की वो उसकी पत्नी है।

तभी सीड जो उठ रहा था तनु उसे पकड़ लेती है और उसकी नाक खीच लेती है।

सीड - क्या हुआ -?

तनु - आज ये रूप भी देख लिया आपका?

तभी तनु देखती है की सीड उसकी साड़ी का पल्लू सही करने लगता है और सर पर तपली मार कर कहता है।

"उल्लू कहीं की पल्लू तो सही कर लो"

उसकी बात सुन कर तनु हसने लगती हैं , और कहती है अच्छा जी आप ने खुद मेरा पल्लू हटाया और मुझे ही कहते हो सही करने के लिए नही करती हटो जाओ, खुद करो।

उसकी बात सुन कर सीड झेप जाता है, और तनु का पल्लू सही करता है।

उसका पल्लू सही करने के बाद सीड कहता है ,"अब चले"

तनु - हा अब चलूंगी।

इधर तनु और सीड घर की चल पड़ते है जहा पहले से ही अंजली और बाकी सभी मौजुद थे।

इधर तनु रास्ते भर sid को निराहती रही और आज पहली बार उसे वो अहसास हुआ जिसे वो कब से जीना चाहती थी आज sid का ये रूप देख कर तनु के अंतरमन मैं जो तरंगे उठी उसे बता पाना किसी के लिए पॉसिबल नही था।

और तनु को ऐसा देखता देख sid उसेसे पूछता है,"क्या बात है"

तनु - तुम्हे बताना जरूरी है मेरा पति मेरा जो मन वो करू तुम्हे क्या।

सीड - मैं डर गया था।

तनु - awww आई लव यू मेरा बच्चा।

ऐसा कह कर तनु सीड की गोद मैं आ कर बैठ जाती है और सीड कार चलने लगता है।

तनु मन मैं सोचती हूं अपके होते मुझे कुछ नही होगा, आज आपने वो किया जो मैं कभी नही सोच सकती थी, कोई मुझे मुझसे भी ज्यादा चाहेगा।

तभी उन दोनो की डेस्टिनी आ जाती है और सीड कार खड़ी कर के अंदर जाने लगता है और अन्दर की ओर चला जाता है।

तनु उसे ऐसे जाते देखा हसने लगती है, अरे अंदर ही है तुम्हारी सारी टाइट मॉल आराम से जाओ।

तनु की ये आवाज़ सुन कर सीड झेप जाता है।

और सीड अंदर जाते ही देखता है पूरे हाल में हल्ला गुल्ला था और तभी सीड और तनु को ऐसे खड़े देख कर के कुछ लड़कियां आती है और तनु को ले कर भाग जाती है।

इधर सीड इतना हल्ला गुल्ला देख कर के उसे अच्छा नही लग रहा था आज पहली बार उसने जिंदगी में ऐसा फील किया था दर्द और खून तो बेशक तो रुक गया था , लेकिन वो दर्द जो उसके सीने मैं था, आज उसे अपनी पत्नियों को खोने का वो डर उसे विचलित कर रहा था।

इधर सीड को ऐसे उदास देख तनु उसकी ओर आना चाहती है लेकिन वो चाह कर भी नही आ पा रही थी।

इधर तभी सीड को छत की ओर जाने वाली सीडी दिखती है ।

"अगर मैं यह रुका तो मेरी पत्नियों का भी मूड खराब होगा"

तभी सीड ऊपर चला जाता है और अकेला छत पर चला जाता है , और कोने में बैठ जाता हैं।

तभी सीड वहा कुछ सोचता तभी उसके कन्धे पर एक हाथ आता है जो उसे पकड़ कर अपनी ओर खींच लेते है।

तभी सीड किसी को अहसाह होता है की वो किसी के गोद मैं सर रख कर लेटा है।

सीड ऊपर की ओर सर करता है तो देखता है अंजली थी।

अंजली - लेटो रहो ,

ये कह कर अंजली उसे माथा सहलाने लगती है, और उसके सीने मैं हाथ रख देती है।

"मुझे अपने सीने से लगा लो"

सीड को ऐसे कहता देख अंजली उसे उठा कर अपने सीने से लगा लेती है, बहुत कस कर के।

"सीड मैं हूं ना साथ , जरूर कुछ हुआ है ना, मुझे बताओ क्यो उदास है।"

"सीड"

"मुझ तुम्हारी लेनी है , लेकिन तुम देती ही नही हमेशा दुत्कार देती हो"

सीड की ये बात सुन कर अंजली sid के सर टपली मार देती है और कहती है "धत बेशर्म कही के और बताओं क्या बात है"

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इधर एक फ्लैट पर

Knock knock

"कौन है बे गोचू", एक आदमी गन के साथ दरवाजा खोलता है।

तभी दूसरा आदमी पूछता है ,"कौन है"

"पता नही बस पार्सल है"

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"रोहित भाई पार्सल आया है एक आपका नाम लिखा है"

रोहित - मेरा नाम , वो भी इस एड्रेस पर ये तो किसी को नही पता।

"अरे जी खोलो ना "

रोहित जैसे ही पार्सल खोलता है तो उसमें रचना का कटा हुआ सर रखा था , जिसे देख कर रोहित की पत्नी की चीख निकल जाती है.

हर तरफ़ आदमी खड़े थे वो rohit एक दम चुप हो जाते है।

तभी रोहित की नज़र पास मैं पड़ी चिट पर पड़ती है।

"Love you rohit,,,, enjoy your day"

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Well well welll update chota tha mujhe pta hai ....... Well badi muskil se update de pa rha... Duo to some reason meri sabhi id deactivated kar di gai ..... Well mujhe ni pta ye id rhegi yaa ni toh abhi de rha update hope hai jaldi hi real id activated hogi .... ... See you soon ...... Chota tha taaki aap sab story jaan joo .... Next update milta hai....
 
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