मेरी छिनाल गर्लफ्रेंड रोमा

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Meri Chinaal Girlfriend Roma

नमस्कार मित्रों। मैं प्रेरक (उम्र २४), आप लोगों को मेरी ज़िन्दगी से जुड़ी एक घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ। उस घटना को मैंने इस कहानी के रूप में पेश किया है।

भाइयों में उम्मीद करता हूँ कि आप लोग यह कहानी पढ़कर मेरी छिनाल गर्लफ्रेंड को याद करेंगे और उसके नाम की मुठ मारेंगे।

मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जिसका नाम है रोमा (उम्र २३) । कुछ दिन पहले ही मैंने उसके साथ ब्रेकअप किया था। ब्रेकअप करने की वजह यह थी कि छिनाल रोमा मेरे पैसों से ऐयाशी करती थी और चुदाई किसी और से करवाती थी।

मेरे पिताजी का अपना व्यापार है जिसकी वजह से मुझे पैसों की कोई परवाह नहीं है। मैं अपने पिताजी के पैसों से रोमा की हर इच्छा को पूरी करता था। इसके बावजूद रोमा ने मुझे कभी उसे चोदने नहीं दिया।

इंजीनियरिंग कॉलेज में हमारा एक ग्रुप है जिसमें मैं और रोमा को छोड़कर ४ लोग है। हम सब अच्छे दोस्त हैं और कॉलेज में खूब मस्ती भी करते हैं। हमारे ग्रुप में हाल ही में चिराग (उम्र २४) शामिल हुआ था।

इस कुत्ते चिराग के साथ ही रोमा को मैंने चुदाई करते देखा था। जबसे चिराग हमारे ग्रुप में शामिल हुआ था तबसे ही उसकी गंदी नज़र रोमा पर पड़ी थी।

मैंने कई बार गुस्से में आकर रोमा से पूछा था कि कहीं उसका कोई चक्कर तो नहीं चल रहा चिराग के साथ। लेकिन उसने मेरे सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।

ग्रुप में तो चिराग और रोमा हसी-मज़ाक किया करते थे। इसे मैं कैसे तो भी बर्दाश कर लेता था। मगर मैंने रोमा को काफी बार चिराग के साथ चैटिंग करते देखा था।

मैं और रोमा जब अकेले होते थे तब भी रोमा चिराग के साथ ही चैटिंग किया करती थी। मुझे देखना था कि रोमा और चिराग के बिच में ऐसी क्या बातें होती हैं जिसकी वजह से रोमा मुझे नज़रअंदाज़ करने लगी थी।

एक दिन मुझे किसीने बताया कि रोमा और चिराग अब कॉलेज के पीछे वाले जंगल में साथ जाने लगे थे। इस जगह कॉलेज के कपल्स अक्सर छिपकर एकांत में चुदाई करने जाते थे। मैंने इस बात को अफवाह समझकर टाल दिया था।

जहाँ तक मैं रोमा को जानता था, वह इस तरह की लड़की नहीं थी। यह बात बताने वाला मेरा दुश्मन था। जाहिर है कि मेरा दुश्मन मेरी गांड में चिंगारी फ़ूँकेगा।

फिर थोड़े दिन बाद मुझे जंगल में जाने वाली बात तो नहीं, लेकिन रोमा और चिराग कॉलेज के बाद साथ घूमते है, यह बात सुनने को मिली।

कॉलेज के बाद वैसे भी मुझे क्रिकेट खेलने जाना होता है इसलिए मैं रोमा के साथ नहीं घूमता था। मुझे इतना तो पता था कि रोमा अपनी सहेलियों के साथ कॉलेज से निकलती है और फिर उनके साथ घुमकर अपने घर जाती है।

प्यार में शक होना तो ज़ाहिर-सी बात है, इसलिए मैंने सोचा कि एक दिन कॉलेज में रूककर देखता हूँ। उस दिन से ही रोमा को देखकर मेरा खून खौलना शुरू हो गया था।

एक दिन मैं कॉलेज ख़तम हो जाने के बाद कैंटीन में रुख गया था। आधे घंटे के बाद रोमा और चिराग कॉलेज से निकले और कॉलेज के पीछे के रास्ते पर चलने लगे। मेरा दिल वह नज़ारा देखकर ही घबरा गया था।

मैंने उन दोनों का पीछा किया और कुछ देर बाद कॉलेज के पीछे वाले जंगल में पहुँच गया। रोमा और चिराग एक झाड़ के निचे साथ बैठे थे। मैं उन्हें दिख न जाऊ इसलिए दबे पाँव चलकर उनसे थोड़ा पीछे आकर खड़ा हो गया।

इस जगह पर खड़े रहकर मुझे देखने को यह नज़ारा मिला था - रोमा और चिराग का हाथ एक दूसरे की कमर पर थी।

चिराग अपने होठों से रोमा के गले को चूमकर कुछ बातें कर रहा था जिसकी वजह से रोमा शर्मा रही थी। चिराग अपने दूसरे हाथ को रोमा की जांग पर से सरकाकर चूत के ऊपर लेकर जाता और रोमा उसके हाथ को हटा देती।

थोड़ी देर ऐसे ही बातें करने के बाद चिराग ने अपनी जेब से एक छोटा-सा पैकेट निकाला। उस पैकेट को देखकर रोमा ने अपना मुँह चिराग के सीने पर रख दिया। चिराग ने रोमा की कमर पर से हाथ निकालकर रोमा की गांड पर रख दी और उसे सहलाने लगा।

रोमा ने चिराग की पैंट की ज़िप उतारदी और अपनी हथेली को अंदर घुसा दिया। अंदर से चिराग का लौड़ा बाहर निकालकर उसके साथ खेलने लगी। चिराग भी मस्त होकर अपना हाथ रोमा की कमर पर से हटाकर उसकी गांड पर रख दिया।

थोड़ा सहलाने के बाद चिराग ने रोमा की पैंट के अंदर अपना हाथ घुसाया और उसकी गांड को दबाने लगा।

शायद चिराग रोमा की गांड की छेद में अपनी उंगली घुसा रहा था इसलिए रोमा खिलखिला उठी। रोमा और चिराग एक दूसरे की होठों की चुम्मियाँ लेने लगे। कामुकता की वजह से दोनों एक दूसरे के होठों को चूसने लगे।

रोमा ने चिराग का लौड़ा हिला-हिलाकर पूरा खड़ा कर दिया था। चिराग ने रोमा की पैंट में से अपना हाथ निकाला और उँगलियों को सूँघने लगा। उसने अपनी उँगलियाँ चाटी और फिर रोमा को भी उनका स्वाद चटाया।

चिराग ने अपनी पैंट का बटन खोलकर अपने लौड़े और गोटियों को रोमा के मुँह के सामने रखा। रोमा चिराग के पैरों पर बैठकर उसका लौड़ा चूसने लगी। चिराग ने रोमा की टी-शर्ट के अंदर अपना दोनों हाथ घुसाया और उसकी चूचियों को दबाने लगा।

चिराग ने वह छोटा पैकेट रोमा को दिया और रोमा ने उस पैकेट को अपने दाँतों से खोला। वह कंडोम था जो रोमा चिराग के लौड़े पर चढ़ा रही थी। चिराग के लौड़े पर कंडोम चढ़ाकर रोमा खड़ी हो गई।

अपनी पैंट का बटन खोलकर उसने अपनी पैंट और चड्डी को घुटनों तक उतार दिया। रोमा की चूत पूरी साफ़ थी। उसने अपनी बिना झाटों वाली चूत को चिराग के मुँह के ऊपर रखा। जैसे कुत्ता हड्डी चाटता है, वैसे चिराग रोमा की चूत को चाटने लगा।

रोमा चिराग के बाल खींचकर, सिसकियाँ भरकर मस्त हो रही थी। फिर चिराग ने रोमा को घुमाकर उसके चुत्तड़ो को फैलाया और उसकी गांड चाटने लगा। रोमा चिराग के मुँह पर अपनी गोरी गांड पटकने लगी।

कुछ देर ऐसा करने के बाद रोमा चिराग के तनकर खड़े हुए लौड़े पर बैठ गई। अपने हाथों से लौड़े को अपनी चूत पर घिसकर उसे अंदर घुसा दिया। ३-४ बार लौड़े पर उठकर बैठकर रोमा ने पूरे लौड़े को अपनी चूत के अंदर घुसा दिया।

चिराग के लौड़े पर रोमा अब ज़ोर-ज़ोर से उछल रही थी। चिराग रोमा की टी-शर्ट को उठाकर उसकी चूचियाँ दबाने लगा। रोमा अब तक किसी से भी चुदी नहीं थी, मुझसे भी नहीं।

फिर भी रोमा की चूत से खून नहीं निकला तब मैं समझ गया था कि यह इन दोनों की पहली चुदाई नहीं है। छिनाल साली मेरे पैसों से ऐयाशी करती थी और लौड़ा दूसरे का चुस्ती है।

पहले रोमा खुद से लौड़े पर उछल रही थी, फिर चिराग ने अपने हाथों से रोमा की नंगी गांड को पकड़कर उसे उछालना शुरू किया। दोनों एक दूसरे की चुम्मियाँ लेते हुए मज़े कर रहे थे।

रोमा अब घूमकर चिराग के लौड़े पर बैठ गई। उसने अपनी गांड को चिराग की ओर करके उसके लौड़े पर उछलने लगी। चिराग ने अपनी उँगली को रोमा की गांड की छेद में घुसा दिया था। दूसरे हाथ से वह रोमा की चूची दबा रहा था।

थोड़ी देर के बाद चिराग ने रोमा को घोड़ी बनाकर बिठा दिया। उसकी गांड को पकड़कर चिराग ने रोमा की चूत में ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए।

कुछ देर ज़ोरदार धक्के मारने के बाद चिराग ने रोमा की गांड पर अपना लौड़ा चिपका दिया। वह झड़ चूका था। चिराग उठकर अपनी पैंट ठीक कर रहा था। रोमा ने रुमाल से अपनी गीली चूत को साफ़ किया।

वह रूमाल देखकर मैंने पहचान लिया था कि वह रुमाल मैंने रोमा को भेंट दी थी। अपनी चूत को उस रुमाल से साफ़ करने के बाद रोमा ने उस रुमाल को वहीं फेंक दिया। दोनों ही दुबारा एक दूसरे की कमर पर हाथ डालकर वहाँ से चले गए।

रुमाल के साथ रोमा ने मेरे प्यार को भी फेंक दिया था। मित्रों, मेरी यह कहानी आप लोगों के लिए एक सबक है। आप लोग मेरी जैसी गलती मत कर देना।
 
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