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Meri aur hot bhabhi ki sex ki kahani

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम रोहन है. मुझे सेक्स कि कहानिया पढने का बहुत चस्का है; खास कर भाभी के साथ सेक्स वाली कहानी. आज आप लोगो के साथ, मैं भी अपने सेक्स की घटना को शेयर कर रहा हु. इस हॉट भाभी के साथ ये मेरा कोई पहला सेक्स नहीं था. मैंने उनकी काफी बार चुदाई कि हुई थी. उस दिन, जब मैं उनके घर पर गया, तो उन से मेरा झगड़ा हो गया था और मैं उन से मिलने नहीं गया.

फिर ५ - ६ दिन के बाद, भाभी ही मेरी दूकान पर मुझ से मिलने आई. मैं उनकी किसी बात का जवाब ठीक से नहीं दे रहा था. उन्होंने बोला - मत बात करो. आज मैं तुम्हे इतनी बुरी लग रही हु, कि मेरी तरफ ठीक से देखने में भी हर्ज़ है? फिर मैंने कहा - तुम्ही ने तो कहा था, कि ज्यादा घर मत आया करो. तुम्हारे भैया को शक होने लगा है. गली के लोग भी बोलने लगे है. कहीं कोई मुसीबत गले ना पद जाए, इसलिए मैंने आना ही छोड़ दिया.

वो कहने लगी, कि आज आ जाओ दोपहर में. तुम्हारे भैया को २ दिन के लिए देहरादून ऑफिस कि तरफ से जाना है. समझ रहे हो ना, किस लिए बुला रही हु? तो मैंने उसे झूठी ना करते हुए बोला - ना, मैं नहीं आ रहा. तुम अपने घर जाओ. कहीं कोई देख ना ले. फिर वो बोली - अगर मुझसे प्यार करते हो, तो जरुर आओगे तुम. और अगर तुम नहीं आये, तो मेरा मरा हुए मुह देखोगे तुम. इतना कह कर वो चली गयी.

फिर दोपहर में, करीब २ बजे उसकी मिस्ड कॉल आई और मैंने उसका कोई रेस्पोंसे नहीं दिया. मुझे मालूम था, कि वहां से फिर कॉल आएगी. और वैसा ही हुआ. ५ मिनट के बाद उसने फिर से कॉल करी और मैंने इधर से उनकी कॉल काट कर खुद कॉल की. मैंने उसको कहा - मुझ को फ़ोन - वोन मत करो. तुम्हारे आदमी को सब बता देते है ना, कि मैं तुम्हारे घर आता हु. फिर क्यों अपनी माँ चुदवाने के लिए कॉल कर रही है.

तो वो बोली - माँ की तो कब की उम्र निकल गयी चुदाई की. अब क्या करेगी वो. चुदवाने कि उम्र तो मेरी है और जानेमन जब तक इस शरीर में चुदवाने कि ताकत है. मैं तुम से चुद्वाती रहूंगी. इसलिए तो मुझे तुम्हारी गलियों पर भी प्यार आता है. अब तुम जल्दी करो, बस तुम जल्दी से आ जाओ. मुझे और ज्यादा मत तड़पओ. चोदना तो मुझे भी था, लेकिन मैं झूठमुठ का नाटक कर के अपनी वैल्यू बढ़ा रहा था. उसकी ज्यादा बैचेनी को देख कर मैंने उसको आता हु कहा और शॉप बंद करके उसके घर कि तरफ चल दिया.

वो अपने मकान के छज्जे पर खड़ी थी. वो मुझे देखते ही बहुत खुश हो गयी और जल्दी से जीने कि तरफ आ गयी. उसने जीने में ही अपने बाहों को खोल लिया और मुझे अपने पास बुलाने लगी.

मैं भी भाग कर जल्दी से ऊपर चढ़ गया. तो वो कहने लगी, जल्दी से कुण्डी लगा दो. फिर मैंने वापस से नीचे गया और दरवाजे को बंद कर के वापस आ गया. हम दोनों बेडरूम में चले गए/ बेडरूम में जाते ही, वो मुझसे से चिपक गयी और मेरे होठो को जोर - जोर से चूसने लगी. बीच - बीच में वो अपनी पूरी कि जीभ मेरे मुह में डाल देती थी. मुझे उसकी जीभ बड़ी मीठी लग रही थी.

इस सब प्रक्रिया में, मेरा लौड़ा एकदम कड़क हो चूका था. आज तो यह हॉट भाभी कुछ ज्यादा ही आग लगा रही थी. उसने आज मैंने गिफ्ट की हुई येलो साड़ी पहनी हुई थी और डीप नेक वाला ब्लाउज पहना हुआ था. उस ब्लाउज में से उसके मोटे - मोटे चुचे बाहर आने को बेताब होते से दिख रहे थे.

फिर मैंने उसके ब्लाउज के एक - एक करके सारे बटन खोल दिए. जिस से उसके मोटे - मोटे गोरे चुचे मेरे सामने बिलकुल नंगे थे. मैं तो बस उन को नंगा देख कर उन पर टूट पड़ा. एक तो गोरे - गोरे मोटे चुचे और उन पर भूरे निप्पल आग में घी का काम कर रहे थे.

तो अब मैंने देर ना करते हुए, उसकी चुचियो को चुसना शुरू कर दिया. फिर मैंने हाथ को नीचे कर के एक ऊँगली उसकी चूत में डाल दी. मेरे ऊँगली डालने से वो और भी ज्यादा तड़प उठी. वो मेरी बाहों में प्यासी मछली की तरह तड़प रही थी. अब मैंने उसके चूचो को चोदा और उसकी चूत पर अपने जीभ को लगा दिया और उसकी चूत को चाटने लगा. मैंने अपने हाथ से उसकी चूत को खोल दिया और अपनी जीभ उसकी चूत पर रख दी.

मेरी जीभ के गरम स्पर्श का अहसास होते ही उसके मुह से अहहाह अहहाह हम्म्म्म हम्म्म्म ऊऊऊ मर गयी. जैसा निकलने लगा. वो मस्त मदहोश सिस्कारिया भरने लगी थी. वो अब अपने हाथो से मेरे सिर को अपनी चूत में दबा रही थी. मैंने भी अब उसकी चूत को और भी ज्यादा जोर से चाटना शुरू कर दिया था. मैंने जितना अन्दर अपनी चूत को डालता और उसकी चूत कि दीवारों को अपनी जीभ से रगड़ता, वो उतना ही बैचेन होने लगती और पागलो की तरह से मेरे बालो को खिचती और कभी अपने हाथो से मेरे सिर को अपनी चूत में दबाने लगती. फिर मैंने उसकी चूत को छोड़ा और उसको नीचे बैठा दिया और उसके मुह के सामने अपने लंड को हिलाने लगा. फिर मैंने उसके सिर को पकड़ कर उसके मुह को खोला और अपने लौड़े को उसके मुह में पेल दिया. वो बड़े ही प्यार से मेरे लौड़े को चूम - चूम कर चाट रही थी.

फिर भाभी अब खड़ी हुई और मैंने उसका पेटीकोट उठाया. मैंने फिर से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. इस बार तो लगा, कि वो पागल ही हो जायेगी. वो और भी ज्यादा जोर से सिस्कारिया ले रही थी हाहाहा हाहाहा उम्म्म्म ह्म्म्मम्म ऊऊऊ ऊऊऊऊईईईईइमा.. फिर मैंने उसके पेटीकोट को उतार दिया और उसकी चूत मेरे एकदम सामने थी. उसकी चूत एकदम लाल रंग की छोटे - छोटे बालो से घिरी हुई, क्या कयामत लग रही थी.

फिर मैंने उसे ऐसे ही खड़े - खड़े अपने हाथ से लंड उसकी चूत पर नीचे से सेट किया और एक धक्का मारा. मेरा लंड धक्के के एक ही वार से पूरा का पूरा उसकी चूत में उतर गया. उसकी आँखे बंद हो चुकी थी. वो मेरे बालो को खीच रही थी. उस ने मुझे अपनी तरफ खीचा और मेरे होठो को अपने होठो से लगा लिया. वो मेरे होठो को मस्ती में चूस रही थी. फिर मैंने उसकी टांग को अपने हाथो में उठा लिया और ऐसे ही लंड को उसकी चूत में पेलने लगा. हर धक्के के साथ उसके मुह से हाहाह हाहाहा हम्म्म्म मर गयी करके सिस्कारिया निकल रही थी.

हम दोनों पुरे नंगे ही चुदाई कर रहे थे. दोनों के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था. फिर मैंने थोडा थकने लगा. क्योंकि वो साली एक मोती औरत थी और मैं उसकी टांग को उठा कर उसकी चूत को पेल रहा था. मुझे खड़े - खड़े चुदाई करने में बड़ा मजा आता है.

फिर मैंने उसे नीचे लिटाया और उसकी चूत पर अपने लौड़े को सेट किया और उसकी दोनों टाँगे अपने कंधे पर रख ली. उसकी चूत में, मैंने फिर से एक धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया. अब इस हॉट भाभी को कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था. वो आँखे बंद किये हुए, अपनी चूत में मेरे लौड़े को ले रही थी. मैंने हर धक्के के साथ, उसका मोटा शरीर ही हिल रहा था.

फिर थोड़ी देर बाद, मैंने उसको उठाया और अपने ऊपर चड़ा दिया. मैंने उसको फिर अपने लंड को उसकी चूत में लेने को कहा. मैं नीचे लेटा हुआ था और वो मेरे ऊपर बैठ कर अपनी चूत को मेरे लंड पर रखने लगी. फिर उसने अपनी चूत को मेरे लौड़े पर सेट किया और एकदम से नीचे बैठ गयी. मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस चूका था. हम दोनों के मुह से अहहाह अहहाह अहहाह हाहाह करके जोर की आवाज़े निकल रही थी. वो मेरे लंड पर कूद रही थी और मैंने अपनी घाड को ऊपर कि तरफ धक्का मारना शुरू कर दिया था. हॉट भाभी ने मेरे लौड़े को पूरा का पूरा अपनी चूत में खा लिया था.

इस वक्त जो मुझे मजा आ रहा था. दोस्तों, मैं उसको शब्दों में बयां नहीं कर सकता. फिर थोड़ी देर बाद, मैंने उसे नीचे सीधा लिटाया और अपने लंड को उसकी चूत में घुसा कर जोर - जोर से धक्के लगाने लगा. अब मेरा माल झड़ने वाला था और मैंने एक तेजी के धक्के साथ, अपने माल को उसकी चूत में छोड़ दिया. मैंने अपने लंड को थोड़ी देर ऐसे ही उसकी चूत में पड़ा रहने दिया और उसके ऊपर पड़ा रहा. हम दोनों ऐसे ही नंगे पड़े हुए एक - दुसरे को चूम रहे थे. इस हॉट भाभी ने मुझे बहुत कस कर पकड़ कर रखा हुआ था. मैंने उनको ३ बार चोदा और उनकी प्यास को शांत कर के दूकान वापस आ गया.

तो दोस्तों, कैसी लगी आपको मेरी कहानी? रोमेंटिक थी या लस्ट से भरी हुई? मुझे आप के कमेंट का हमेशा इंतज़ार रहेगा. ताकि मैं आप से अपने और भी सेक्स एक्सपीरियंस शेयर कर सकू.
 
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