लंड को मिली गांड : कालेज के दिन

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भुसहुल में मारी गांड

कालेज के दिन और गांड मरुवल का खेल किसे याद न होगा। मुझे तो याद है भाई वो इंटर की कक्षा वो लंफंगो सा घुमना और वो गुटखे खा कर पच्च थूकना। हमेशा लंड सह्लाना और चूत के बारे में सोचते रहना पर फिर भी चूत न मिल पाने के गम में मूठ मारकर सो जाना। भैया के रेक में से किताबों के बीच छुपा के रखी गयी मस्तराम की अश्लील किताबों को पढ कर के मूठ मारना और फिर उन किताबों को वहीं धीरे से रख देना। पकड़े जाने पर डांट खाना और फिर वही बेशरमी करना

तो आपको बता दें कि यह कहानी उन्हीं दिनों की है जिन दिनों की बात मैं आपस कर रहा हूं। मेरा नाम राजीव है और मैं वही मउ उत्तर प्रदेश के एक हाइस्कूल में पढता था, वहां मेरे दोस्त थे अमन और आकाश। हम तीनों हमेशा एक ही लफंगई के काम में फंसे रहते थे, साथ मिलकर ब्लू फिल्में देखना, और फिर लड़कियों को छेड़ना और फिर उससे भी मन न भरे तो उनको खोद देना।

पर चूत का इंत्जाम नहीं हो पा रहा था। ऐसे में क्या किया जाए, फिर विचार किया गया कि किसी लौन्डे को फंसाया जाए। वो आसान रहेगा। अगर शुरुआत करनी है तो निचले दर्जे से की जाए। इसके लिए एक लड़का राजू जो कि निहायत गांडू था, उसको चोदने का प्लान बनाया। राजू को बस एक फिल्म दिखा दो और वो गांड मरा लेता था।

उस दिन हम लोग राजू को लेकर के हाल में गये। राजू मेरे और अमन के बीच में बैठा था और हम दोनों के लंड पकड़ के सहला रहा था, पूरे फिल्म के दौरान उसने हम तीनो का मूठ मारा। हस्तमैथुन का मजा लेकर हम सब चले अपने कालेज की ओर। वहां देखा तो कालेज बन्द था।

अब गांड मारने का जुगांड भी चाहिए था। हमने पाया कि एक मवेषी बांधने वाला भुसहुल - बोले तो भुसे का घर खुला हुआ था। मई के महीने में कोई दूर दूर तक न था, मैने कहा यार आज इसी भुसहुल में इसकी गांड मारते हैं। और राजू को लेकर हम तीन दोस्त अंदर घुस गये। राजू रेडी भी था और तैयार भी। उसे ऐसे एडवेंचर अच्छे लगते थे। अंदर जाकर हमने दरवाजा भेंड़ दिया और फिर राजू ने हम तीनों की जिप खोल ली। हम सबके लंड खड़े करने और अपने मजे करने के लिए

उसने मेरा लंड अपने मुह में ले लिया। और अमन और आकाश का लंड अपने हाथों में। दोनों का मूठ मारते हुए उसने मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया। एक बात बता दें आपको अगर कोई आपका लंड पकड़ के चूसता है तो उसमें कम मजा आता है पर अगर वह बिना हाथों से पकड़े चूसता है तो उसमें जयादह मजा आता है। इसलिए मैने उसे चूसने दिया। वो साला ऐसे चूस रहा था जैसे कि मेरे लंड के अंदर का सारा माल अभी निकाल के खा जाएगा। मैने हल्के हल्के धक्के लगाने शुरु कर दिए। मेरा अंडकोष उसके मुह और दाढ़ी पर झूल झूल कर टकरा रह था।

अब उसको कुत्ते की तरह चार पैरों पर खड़ा कर दिया गया, मैने बहुत मुखमैथुन का मजा ले लिया था। उसने समझ लिया कि अब उसके गांड मराने की बारी आ गयी है। उसने कहा " जरा रुको अपनी गांड गीली कर लें। उसने अपने हाथ पर अपना ढेर सारा थूक लिया और अपनी गांड पर मल कर एक उंगली अंदर करके देखा, सब कुछ ठीक था। उसने कहा अब ले लो मेरी।

कुत्ते की तरह बनाके लंड दिया गांड में

मैने अपना लंड खड़ा करके उसके गांड में घुसाना शुरु किया। सात इंच लंबा मोटा लंड आसानी से तो नहीं घुस रहा था पर राजू हिम्मती था। उसने अपनी गांड को मेरे लंड पर धकेलते हुए खुद ही काम आसान कर दिया। अब मेरा सुपाड़ा अंदर था और बाकी काम मैं खुद ही कर लेता। मैने उसकी पीठ सहलाते हुए लंड को उसकी गांड में पेवस्त किया। अमन और आकाश मेरे आदेश का इंतजार कर रहे थे कि आगे क्या करना है। मैने कहा कि तुम दोनों में से कोई एक इसके मुह में सामने से पेलो मैं इसकी गांड मारता हूं।

इस बार अमन आगे आया और उसने अपना खड़ा लंड उसके मुह में पेल दिया। राजू लंड चूसने का आदी था, उसके अंदर एक दीवानापन था इसके लिए। तभी आकाश भी अपना लंड किनारे से आकर उसके मुह में देने लगा। दोनों ने वी शेप में लंड उसके मुह में घुसाए। अब तो हम तीनों ही मजे ले रहे थे

उसने आराम से उन दोनों के लंड अंदर ले लिये। आधे ही जा पाए थे क्योंकि दोनों टकरा जाते अंदर में और बाहर में अमन और आकाश को चिपक के मुखमैथुन का मजा लेना पड रहा था।

मैने जोर जोर से धक्के मारने शुरु कर दिये थे। जब मैं इधर से उसकी गांड में पेलता तो उधर दोनों ही अपने लन्ड उसके मुह में गहरा पेल देते। राजू की हालत पन्क्चर हो रही थी पर वो आदी था।

उसने कुछ न बोला मैने उसके अंडकोष को सह्लाते हुए उसका लंड पकड़ लिया और उसका मूठ मारते हुए उसकी गांड मारनी शुरु कर दी। अब राजू को हर तरफ से मजा आ रहा था, मुह में लंड, गांड में लंड और अंड्कोष और उसके अपने लौड़े को भी सहलाया और मसला जा रहा था।

यह परफेक्ट ट्रिपल एक्शन था जिसे कि कोई पोर्न स्टार ही अंजाम दे सकता था पर हम इसे कर रहे थे। बखूबी और प्यार से। मैने जल्द ही अपनी स्पीड बढाते हुए अपना वीर्य उसकी गांड में छोड़ दिया।

लुब्रिकेटेड गांड में से अपना लंड खींच कर मैने अमन को ईशारा किया पिछला मोर्चा संभालने के लिए। सच में उसकी गांड चोद कर चूत चोदने जैसा ही मजा आया था। अब मौका था दूसरे दोस्तों के फारिग होने का और जल्द ही उन दोनों ने भी अपनी अपनी बारी निपटा ली।

अमन का लौड़ा थोड़ा टेढा था और वो वक्राकार है। उसने जब राजू की लेनी शुरु की तो राजू को विशेष दरद का अहसास हुआ, लेकिन गांड मराना कोई खेल तो नहीं। जल्द ही हम तीनो निपट लिए। चूत का अभाव गांड मारकर पूरा किया। हमारे लंड को सूकून मिला।
 
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