लंड पे लिखा था लाठी - मतलब कि लाल चंद त्रिपाठी

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तो आज अर्ज किया है आपके लिए कुछ मजेदार चूत शेरो शायरी बेलन बाबा स्पेशल फार्म में गौर फरमाईयेगा

चिलचिलाती धूप में चिलचिलाना चूत का, चूत की चादर बिछी है शामियाना चूत का, जा चला जा मीर गंज कारखाना चूत का चूत से पैदा हुआ फिर भी दीवाना चूत का? आज बेलन बाबा ने अपनी नयी कहानी को सुनाने के लिए हम भक्तों को बिठाया। कोई जानता है कि बाबा बेलन का असली नाम क्या है? शायद नहीं लेकिन आज बताते हैं आपको कि बाबा बेलन का असली नाम इस कहानी में आप जान पाएंगे। बाबा बेलन जब कोकशास्त्र के ओरिजिनल वर्जन पर काम कर रहे थे, तो वो नंगे होकर एक्सरसाईज किया करते थे। बाबा के लंड पर लिखा था मोटे मोटे अक्षरों में लाठी! बाबा रोज सैकड़ो दंड पेलते, मजे से खाना खाते, ब्रह्मचर्य का पालन करते और चूत और गाँड की सेक्सी दुनिया से दूर रहते थे। दो नये नये लौंडे उनकी सेवा के लिए लगाए गए थे।

वो बाबा की खूब सेवा करते। एक दिन की बात है कि उनके मन में एक सवाल उठा। उन्होंने कहा कि बेलन बाबा, ये आपके लंड पे क्या लिखा है ? लाठी? इसका मतलब कि बहुत बड़ा लंड? लेकिन यह लंड तो हमारे आपके लौंडे जितना ही बड़ा दिखता है तो फिर दिखावे के लिए लिखवा रखा है। बेलन बाबा ने कहा बेटा इसका जवाब तुम लोगों को तब पता चलेगा जब तुम लोग अपनी अपनी मां को यहां ले आओगे। दोनों चेलों ने कहा कि ठीक है ऐसा ही करते हैं। अगले दिन चंटू चेले की मां बेलन बाबा से मिलने आई। उनकी उमर यही कोई चालीस साल थी। बाबा बेलन ने उनसे कपडा पहन कर मिलना पसंद किया क्योंकि वो क्या है कि आप लोग जानते हैं कि बाबा बेलन को चूत का अकाल कभी नहीं रहा और वो इतनी पुरानी चूत नहीं मार सकते।

इसलिए उन्होंने अपने चेले से कहा कि चल माता जी को ले जा अपनी बहन को कल लेकर आना। अब बाबा बेलन का प्रस्ताव कोई चेला और भक्त नहीं ठुकरा सकते। इसलिए अगले दिन नव यौवना हुस्न की मल्लिका चंटू की बहन जिसकी उमर कमसिन पर स्तन बड़े थे, बाबा के किले में पधारी। एक्चुअली बाबा को अपने चेलों का भ्रम दूर करना था कि काहे उनके लंड पर लाठी लिखा हुआ है। इसलिए उन्होंने कहा कि अब इस नवयौवना मदमस्त कन्या को मेरे सामने नंगा करके ले आओ। जैसे ही चंटू बंटू ने उस कन्या की साड़ी खोली, बाबा का लंड एक इंच बढ गया और दिखने लगा ला ..ल! चंटू बंटू आश्चर्यचकित रह गये।

जैसे जैसे बाबा का लंड बढेगा वैसे वैसे उनका नाम का राज खुल जाएगा। क्या बात है। तभी कन्या ने अपने ब्लाउज उतारे और बाबा का लंड दो इंच और बढ गया। अब दिख रहा था कि लाल चं...। वाह क्या बात है और कन्या का ब्लाउज खुल गया। इस माहोल को देख कर बाबा का लंड ढाई इंच और बढ गया और अब लंड पर लिखा दिख रहा था लाल चंद ... लंड का आकार आठ इंच का हो चुका था, अभी वह पूरा खड़ा नहीं हुआ था और इसलिए चेलों चंटू और बंटू की उत्सुकता अभी भी बढती जा रही थी। तभी कन्या के नंगे चूंचे खड़े होकर मुर्गी के बच्चे के चूजे जैसे मस्त मस्त दिखने लगे। कंवारें चूंचे देखते ही बाबा के लंड पर एक अक्षर और उभर आया लाल चंद त्रि...ठी।

लंड का रहस्य उठा

अब रहस्य उठने वाला था और बस चूत दिखते ही बाबा का नाम भक्तों के सामने चला आता। कन्या ने अपने गांड पर तमाचे मारते हुए पैंटी उतार दी। बाबा का नाम पता चल गया लाल चंद त्रिपाठी। जब लंड सिकुड़ जाता तो ला और ठी के बीच के सारे अक्षर छुप जाते और बच जाता 'लाठी'। तो ये था राज बेलन बाबा के नाम का। अब वो जान गए थे और कन्या को ले जाने के फीराक में थे कि बाबा ने अपने लौड़े का जलवा दिखाया। दस इन्च का अजगर जैसा मोटा लंड देख कर कन्या का भी चुदने का मन करने लगा और उसने आकर बाबा के सामने घुटना मोड़ कर बैठ गयी। अब वह इस लंड को जी भर के प्यार करने के मूड में दिख रही थी कि बाबा ने उसे उसके मुह में लंड पेल दिया। तीन इंच से ज्यादा पेलने पर लगा कि उसका मुह फट जाएगा। इसलिए उसने धीरे धीरे उसे चूसना जारी रखा। आज वो चूस रही थी और बाबा का नाम का रहस्य उठ चुका था। उसका नाम था लालचंद त्रिपाठी और लौड़े पे लिखा था लाठी।

तो बाबा ने लंड चूसा कर उस लौंडिया को चक्रासन करा दिया। कमर के बीच में हाथो से पकड़ कर जब चूत चोदने के लिए लंड अंदर घुसाया तो ऐसा लग रहा था कि उसकी टांगे दो भागों में बंट जाएंगी। लेकिन ये क्या बाबा ने अपना ढेर सारा थूक ले कर उसके चूत पर मल दिया और मलने के बाद चोदना शुरु किया लड़की रोने लगी आह प्लीज बाबा मर जाउंगी किसी लायक नहीं रह जाउंगी अपना पूरा लौड़ा ना डालना नहीं तो बच्चा पैदा करने लायक भी नहीं रह जाउंगी। लेकिन शेर के मुह मे आया हुआ शिकार और बाबा के लंड के आगे की चूत कभी बख्से ना जाते। पेल कर बाबा ने उस लौंडिया का कौमार्य तो भंग किया ही अपनी चेलियों के ब्रिगेड में शामिल कर लिया।

आज भी उस लौंडिया के चूत को पूछने वाले लंडों की बहुत कमी है क्योंकि आप जानते हैं कि बाबा बेलन द्वारा पेला गया चूत और गांड आम आदमी के प्रयोग के लायक नहीं रहता उनको सिर्फ बाबा ही मन करने पर प्रयोग में ला सकते है। बेवकूफ चेलों की वजह से एक लौंडीया चुदी और लुटी। अगर वे बाबा के लंड की मर्दानगी पर शक न करते तो आज ये हश्र ना होता उसकी चूत का और इसलिए कहा गया है कि - बेलन चूत ना मारिये, चूत का बहुत अकाल। देख लौंडिया मार सरका और लो तेल लगाय। मतलब कि बेलन तू अब चूत ना मारो बल्कि सरका मारो तेल लगा के क्योंकि अपने समाज में लिंगानुपात बहुत कम हो गया है। वाह बेलन बाबा की जय चूत नाशक प्रचंड लंड धारी बाबा!
 
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