अगली सुबह मेरी नींद पूजा से पहले खुल गई तकरीबन साढ़े पांच बजे और बाहर बारिश हो कर रुकी ही थी और मेरे बगल में मेरी जान एकदम मासूम बच्चे की तरफ बेफिक्र हो कर सोई थी यही सुकून वो मेरे जाने के बाद ढूंढती थी और नही मिलने पे बेचैन रहती थी......
उसका बेदाग हुस्न मेरी दी हुई पारदर्शी नाइटी में और भी खिल रहा था और उसका पेट जो अब दिन पर दिन और बड़ा होता जा रहा था वो ये एहसास करा रहा था की जल्दी ही दो नई जिम्मेदारियों हम दोनो के हिस्से में आने वाली है.....
आज की ये सुबह मेरी पटना में मेरी आखिरी सुबह थी आज रात हम भोपाल चले जायेंगे और वहा जा कर वही अकेलापन और सुना घर काटने को दौड़ेगा हमको और यहां मेरी जान तड़पेगी सो अलग....
इसी को शायद जीवन कहते है और जब तक जिंदगी है ये सब तो लगा रहेगा....
कुछ मिनटों तक पूजा के बगल में उसको निहारता हुआ लेटा रहा फिर उसके माथे पे चूम कर उठा और बाथरूम गया फ्रेश होने.....
फ्रेश हो कर लौटा तो पूजा अभी भी सोई ही थी एक बार को सोचा की उठा दू फिर नही उठाया ये सोच कर की ये बेफिक्री वाली नींद सो लेने देता हु वैसे भी आज से उसकी नींद चैन सब हम अपने साथ ही लिए जायेंगे.....
काल रात कमरे में जो आज सजावट की थी उसको धीरे धीरे समेटने लगा और कमरे के चारो कोनो में अटके हुए बलून को छोड़ दिया क्युकी वो जल्दी पचकने वाले थे नही और नही हमारे पंखे से टकरा कर फूटने वाले थे.....
पूजा के सीने पे अभी भी केक के कुछ टुकड़े लगे थे जिनको अगर मैं साफ करने जाता तो शायद वो जाग जाती इसलिए उसको छोड़ बाकी कमरे को एकदम नॉर्मल कर दिया पर वो चाइनीज झालर को वैसे का वैसा ही रहने दिए क्युकी उसकी टिमटिमाती रंग बिरंगी छटा कमरे में अच्छी लगती और मायूसी का एहसास कम होता....
खैर सब कुछ सही करने के बाद हम एक टीशर्ट पहन कर कमरे से बाहर निकले तो देखे की जिमी नही है मतलब उसको ले कर पापा रोड पे जा चुके थे.....और मां किचन में लगी थी और दीदी आंगन में बैठी अखबार पढ़ रही थी.....हमको नीचे आता देख बोली तब हीरो हीरालाल कैसा रहा तेरा स्पेशल पार्टी अच्छा रहा....
हम हस कर बोले एकदम झक्कास आखिर प्लानिंग किसका था....
दीदी बोली चल पूजा खुश हुई ना वो ज्यादा मायने रखता है लेकिन आज तो तू लौट जायेगा बेचारी फिर उदास रहने लगेगी....
कुछ अर्जी वर्जी लगवा के ट्रांसफर पटना या कही आस पास के दफ्तर में करवा ले ना....
तभी पीछे से मां बोली ऐसा हो सकता है क्या बेटा अगर हो सकता है तो देख न कुछ कर के.....
इतने में रोड से पापा आए और जिमी को बांधते हुए बोले उसके लिए ऊंची पहुंच होनी चाहिए जिसकी पैरवी लगेगी और साथ ही साथ मोटी घुस की रकम तब ही कुछ हो सकता है क्युकी अभी नौकरी को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो इतनी जल्दी ट्रांसफर का कोई सीन नही बनता क्यू बेटा सही बोले ना हम....
हम मुंह बना के बोले हा पापा सही बोले आप.....
फिर हम बोले छोड़ो ये सब बाते और मां चाय पियोगी हम बनाए....तो मां बोली अरे बेटा बनाए है जा ले के पी ले और पूजा बेटा को भी उठा दे जा कर.....
फिर हम गरम थरमस में चाय भरे और दो खाली कप ले कर ऊपर चल दिए.....
कमरे में आए तो पूजा वैसे ही सो रही थी....हम चाय टेबल पे रखे और फिर पूजा के गाल पे चूम कर उसकी चूची को दबाते हुए बोले जानेमन उठो जाओ सुबह हो गई है.....
पूजा कुनमुनाई और हमको अपने बाहों में लेने को हाथ उठा कर बिस्तर पे ढूंढी जब मेरा अहसास उसको नही हुआ तो वो आंखे खोल कर देखने लगी तभी हम पीछे से बोले अरे जानेमन हम इधर है वो पलट कर देखी और अपने हाथ फैला दी....और हम सीधा उसकी बाहों में समा गए....
वो मेरे को जोर के अपनी बाहों में भर के मेरे होंठ पे चूम ली और बोली कहा चले गए थे हमको छोड़ के उठाए क्यू नही गंदे आदमी....
हम चाय की तरफ इशारा किए और बोले अपनी जान के लिए चाय लाने गए थे....वो बोली आप बनाए क्या जान....
हम बनाए तो नही ही थे पर उसको बोले हा हम बनाए...वो बोली अरे मेरा जान क्यू हमको उठा देते ना....
हम उसकी नाइटी के कपड़े को सरकाते हुए नंगे चूतड़ों पे हाथ लगाए और बोले ऐसे जाती क्या नीचे.....
वो बोली नही जान कपड़ा चेंज कर लेते हम....हम बोले अरे हम ले आए तो क्या हुआ कल तुम पिला देना....
ये बात हमको नही बोलना चाहिए था....क्युकी कल तो हम रहेंगे ही नही यहां....वो मेरी बात सुन कर कुछ नही बोली बस मुंह फेर ली...हम उसके चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ घुमाए और बोले अभी रोना नहीं वरना बहुत मारेंगे...और पटाक से एक थप्पड़ उसके चूतड़ों पे बजा दिए....
वो कसमसा कर बोली जान एक दो दिन और रुक कर जाते ना आज बुधवार है ना कल गुरुवार और परसो शुक्रवार फिर शनिवार आ जायेगा तो एक ही बार जाइयेगा सन्डे के दिन प्लीज ना.....
हम अभी उसका बात काटना नही चाहते थे इसलिए बोले चलो ट्राई करते है हम तुम अभी से उदास मत हो लेकिन....
पूजा की जैसे मनमांगी मुराद पूरी हो गई हो वो खुशी से चहक के मेरे होंठ पे चूम के बोली सच में जान आप रूकिएगा इस हफ्ते ना....
हम बोले अरे अभी ना बोले जानेमन की ट्राई करते है पहले उसके लिए कोशिश तो करने दो जानेमन फिलहाल उठो और चाय पी लो गरम गरम है एकदम....
पूजा उठी और बाथरूम गई पहले और फ्रेश हो कर आई जब तक हम मन ही मन सोचते रहे की कैसे ट्राई मारे ऑफिस में एक लिव ऑलरेडी चल रही है और उसको फिर से एक्सटेंड करना गड़बड़ हो सकता था.....
वही अगर हम पटना में या कही आस पास पोस्टिंग ले लेते तो ये झंझट ही खतम हो जाता पर अभी तो ऐसा कुछ होने से रहा.....
अभी हम ये सब सोच ही रहे थे की मेरी जान नहा कर पूरी नंगी बाथरूम से बाहर आई तो हम बोले अरे नहा ली इतना जल्दी और अभी ही नाइटी क्यों उतार दी...
वो बोली केक लगा हुआ था पूरा जान मेरे सीने पे भी और उसपे भी इसलिए उसको धोने डाल दिए वरना दाग पकड़ लेता उसमे जो हमको बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं होता और हम नहा लिए थोड़ा....
पूजा अलमीरा में से दूसरा नाइटी निकाल रही थी और वो निकाल कर वो अपनी कल रात वाली ब्रा को उठाई पहनने को पर हम पूजा को रोक दिए और उसको अपनी गोद में बिठा लिए और मेरे दोनो हाथ उसके चुचियों पे जम गए....और लगे खेलने उसके निप्पल से....
हम बोले कल रात इनके मुकाबले वो रिंग छोटा पड़ गया था ना....वो मदहोश वाली आवाज में बोली आप इनको इतना दबाते चूसते है की ये बड़े हो गए है पहले से बहत ज्यादा मेरे निप्पल क्या मेरे ये दोनो बहुत बड़े हो गए है सब ब्रा टाइट होता है ये कल रात वाला जो आप लाए है वो एकदम फिट हो रहा था लेकिन जो इन दोनो का हाल है जल्दी ही ये भी टाइट होने लगेंगे....
हम बोले अरे अब ज्यादा बड़ा नहीं करना है इनको बस इनमे जल्दी से दूध ले आओ फिर तो जैसे पैंटी बंद करवाए थे वैसे ही ब्रा भी बंद करवा देंगे....
पूजा बोली हम जानते है मेरी जान की आप हमको एक ना एक दिन ऐसे ही रहने बोलिएगा पूरी की पूरी नंगी....
हम उसकी एक चूची को छोड़ कर उसकी चूत पे हाथ लगाते हुए बोले फिर तो मेरी मौज ही हो जायेगी पूरे दिन अपनी जान के इस हुस्न के समंदर में गोते लगाते रहेंगे....
पूजा मेरा हाथ पकड़ते हुए बोली एह बड़का ना आए गोता लगाने वाले आ रहा है दो दो पहरेदार मेरा उनका टैगलाइन होगा....
बिना परमिशन नो एडमिशन
समझे जब तक हम बोलेंगे नही वो लोग आने ही नही देगा आपको मेरे पास....
हम बोले मार के भगाइए देंगे दोनो को बोलेंगे जा जा के अपना दादा दादी नाना नानी को तंग कर हम दोनो प्यार में पंछी को अकेला छोड़ दे ज्यादा डिमांड करेगा दोनो तो बोलेंगे वेट करो भाई बहन दूसरा भेजते है....
पूजा बोली आप उन दोनो को मारियेगा उसका दादा दादी लोग आपको मारेगा....
हम
मुंह बनाते हुए बोले अरे यार अभी से मत डराओ तुम तब का तब देखेंगे और हमको इतना तो यकीन है की मेरा एक टच तुम्हारे तन बदन में आग लगाने को काफी है जो सिर्फ और सिर्फ मेरे इस पाइप से बुझेगी....
और ये बोल कर उसके दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिए और उसकी चूत में दो उंगलियां घुसा दिए....अंदर से वो पूरी गीली थी हम उंगली बाहर निकाल कर उसको दिखलाए और बोले अभी कोई बड़ा बड़ा बात कर रहा था सब धरा का धरा रह गया जा....
पूजा मेरे गाल पे काटते हुए बोली आप बहुत तेज है....खुद कर के इल्जाम हम पर लगा रहे है....
हम उसको अपने गोद से बिस्तर पे बिठाते हुए लिटा दिए और खुद उठ कर उसकी टांगो के बीच आ कर बोले अच्छा चलो जो हम किए है उसको हम ही ठीक कर देते है और अपना मुंह उसकी गीली चिकनी चूत पे लगा दिए.....
और सुबह सुबह हमारा कमरा पूजा की सिसकियों से गूंजने लगा....और हम भी इधर पूरे शिद्दत से उसकी बहती चूत को चूस रहे थे.....बल्कि चूसते चूसते आज कितने दिनों बाद हम उसकी पूरी चूत को अपने मुंह में भर ले रहे थे और अंदर ही उसके दाने को जब जीभ और दातों से कुरेदते तो पूजा की उत्तेजना देखने लायक होती....वो अपनी कमर को हवा में उठा दे रही थी और अपनी चुचियों को खुद ही मसल देती.......
अपने दोनो हाथो से जितना उसकी चूत को फैला कर चूस सकते थे चूसे और तकरीबन पांच मिनट की भयंकर चुसाई से पूजा डार्लिंग झड़ गई और झड़ते वक्त भी उसकी पूरी चूत को हम अपने मुंह में भर रखे थे....
झड़ने के बाद पूजा हाफते हुए बोली ओह जान ओह उफ्फ सुबह सुबह आप मेरा पूरा जान निकाल दिए....
हम वापिस उसके साइड में लेटते हुए बोले कई दोनो बाद आज जम कर चूसा तुम्हारी प्यारी सी चिकनी चूत को....
वो मेरे कंधे पे मुक्का मारी और बोली हट गंदे कैसे बोलते है....हम वापिस से उठे और उसके पैरो को आपस में सटा कर उसकी चूत के दोनो लबों को पकड़ के बोले अब इसको चूत नही बोलेंगे तो क्या बोलेंगे हा देखो तो कितनी प्यारी है हे जैसे पहली बार देखा था बिलकुल वैसी ही है....
पूजा कसमसाते हुए बोली आह जान इस्शश आपको जो बोलना है उसको बोलिए पर अभी उसको छोड़ दीजिए दर्द हो रहा है उसमे....
हम उसकी चूत छोड़ते हुए बोले अरे अभी तो कुछ किए भी नही बेचारा मेरा शहजादा अपनी रानी से मिला भी नही और तुम कह रही हो दर्द हो रहा है....पूजा बोली अरे जान वैसे पकड़े थे ना आप जोर से तो चमड़ी खींच रहा था इसलिए बोले.....
हम चट से उसकी चूत पे एक थप्पड़ मारे और बोले बहुत नखरा करती है बाबा...
पर मेरे थप्पड़ से पूजा जोर से चिल्ला दी...हम घबरा कर उठे और बोले अरे पगली इतना जोर से चिलाएगी मां और दीदी दोनो ऊपर आ जाएगी....
पूजा ऊहूहुहुहु कर के हस्ते हुए बोली आप मारे ही इतना जोर से....हम तुरंत झुक कर उसकी चूत पे चूम लिए और बोले अब ठीक हो जायेगा....पूजा बोली एक और....हम फिर से एक बार उसकी चूत पे चूम लिए....
अभी हम दोनो अपने प्रेम क्रीड़ा में लिप्त ही थे की मां सीढ़ियों पे से आवाज दी पूजा बेटा अगर जागी हुई है तो नीचे आ जा तेरी ननद बुला रही है तुझको.....
पूजा और हम हड़बड़ा कर उठे और पूजा सॉरी सॉरी जान आप संभाल लीजिए बोल कर अपनी नाइटी और ब्रा उठा कर बाथरूम में भाग गई और हम अपना लंड अपने पैंट में एडजस्ट किए और दरवाजा खोल कर मां को उपर से ही बोले नहाने गई है मां आती है नहा कर.....
नीचे से मां बोली ठीक है पर तू क्या कर रहा है आजा नीचे.....
हम बोले हम सब अपना सामान समेट रहे है मां आते है सब कर के एक जगह पे......
इतना बोलने के बाद जा के जान में जान आया वरना अभी बहुत भारी गड़बड़ हो जाती....
फिर पूजा नहा कर आई और बोली जान चाय तो रखा ही रह गया...हम बोले अरे थरमस में है गरम होगा हम नहा कर आते है फिर पी कर चलेंगे नीचे तब तक तुम एकदम परी के जैसे रेडी हो जाओ....
और हम भागे नहाने को नहा कर जब कमरे में आए तो मेरी जान एकदम ऑल सेट थी नीचे चलने को.....वो हमको देख के बोली जान प्लीज आप कैसे भी कर के रुक जाइयेगा ना ये मेरा एक ख्वाइश पूरा कर दीजिए प्लीज.....
और मेरे लाए हुए कप में चाय डालने लगी.....हम अपना कपड़ा पहने तब तक वो चाय का कप रेडी कर चुकी थी.....
हम चाय का कप उठाने से पहले उसके चेहरे पे आ रहे बालो को कान के पीछे फसाते हुए उसका चेहरा थाम कर बोले क्यू घबरा जाती है मेरे जाने के नाम से कौन सा दूसरे देश जा रहे है हम जायेंगे तो भी बस हजार किलोमीटर दूर और फोन तो है ना अपने पास और हम हर हफ्ते जो वादा किए है वो निभाएंगे तुम बिल्कुल भी चिंता नही करना बल्कि हम तो बोलेंगे की बेसब्री से मेरा इंतजार करना और जब हम तुमसे आ कर मिलेंगे फिर देखना तुम्हारे इंतजार का एक एक पल का कर्ज हम अपने प्यार के डोज से चुका देंगे....
ये सुन कर पूजा हस दी और बोली अरे मेरी जान ऐसे कीजिएगा मतलब जाना है तो इमोशनल कर रहे है हमको हा....
हम बोले अरे नही रे मेरी जान हम भला ऐसा कर सकते है कभी और वो भी ब्लैकमेल हट पागल....और उसको अपने गले से लगा लिए....
कुछ देर यूंही खड़े रहने के बाद वो हमसे थोड़ा अलग हुई और आंखो में देखते हुए बोली.....
मैं सुहागन हु तेरे इश्क के सिंदूर से....मुझे इश्क ए जहान में अब कोई ख्वाइश नही....
हम सुन कर बोले बाप रे गालिब साब का आत्मा घुस गया क्या तुम्मे जान....वो हस कर बोली हट कितना अच्छा शायरी बोले हम और आप जरा भी फील नही किए उसको...
हम हस्ते हुए बोले अरे नही रे जान एक एक शब्द हम समझे पर क्या बोले.....उम्मम्म्म अच्छा अभी पूरा दिन है कुछ भी हो सकता है भगवान अगर चाहेंगे की हम अपनी जान के पास रहे ये पूरे हफ्ते तो रहेंगे ही तुम टेंशन मत लो और अब इस चाय को खतम कर के नीचे चलते है....
हम पलंग के किनारे पे बैठे और वो मेरे जांघ पे बैठ कर चाय का कप उठाई
जब चाय अपने मुंह से लगाए तो वो गरम पानी बन चुका था सो एक ही बार में गटक गए और वही काम पूजा भी की....
फिर नीचे जाते वक्त बोले रोमांस के चक्कर में चाय का कबाड़ा हो गया....
नीचे पहुंचे तो मां पूछी की बेटा तू कितने बजे निकलेगा आज....पूजा मेरा मुंह देखने लगी....
हम बोले ऐसे तो आठ बजे तक निकल जायेंगे पर अभी देखते है जा भी सकते है और नही भी....
दीदी बोली हम भी यही कहने वाले थे की सीधे इतवार को जाना तीन चार दिन के लिए क्या जायेगा एप्लीकेशन डाल दे अपने लैपटॉप से....
हम बोले अरे दीदी इतना आसान नहीं होता है पर फिर भी देखते है कुछ हो पाया तो ठीक वरना जायेंगे ही....
पूजा का मुंह उतर गया मेरी इस आखिरी बात से..
फिर दीदी नाश्ता लगाई पापा दुकान जा चुके थे पूजा अब नाश्ता क्या करती वो बार बार मेरे तरफ कातर निगाहों से देख रही थी.....ऐसा करते हुए दीदी उसको देख ली तो बोली अरे हमरी छुटकी भौजी अभी ना वो बोला की देखते है तो फिर काहे को अभी से ही टेंशन ले रही है आराम से नाश्ता करो फिर दर दवाई अपना जो है वो खा के आराम कीजिए.....अबकी बार ये चला भी गया तो हम अभी रहेंगे कुछ दिन तो अकेले नही रहेगी टेंशन नही लेना.....
पूजा बोली नही दी ऐसा बात नही है....तो मां पीछे से बोली हा हा सब पता है कितना क्या बात है क्या नही तू बिल्कुल बच्ची है अभी.....
पर हम उसको पहले ही हुकुम दे दिए है की उसको आना है हर हफ्ते तो आयेगा ही.....
क्यू रे आएगा ना....हम बोले हा मां आयेंगे आप काहे अभी से हड़का रही है हमको....
फिर तीनो हस दी सिवाय मेरे.....फिर नाश्ता के बाद हम बोले की आ रहे है दुकान से थोड़ा पापा से मिल कर....
दरअसल हम अभी पूजा का सामना नहीं कर सकते थे वो अभी से दुखी हो जाती इसलिए घर से निकल गया रास्ते में भाभी मिली जो बड़ी दीदी के साथ घर जा रही थी.....भाभी हमको रोक कर पूछी की तब कैसा था कल का इंतजाम....हम बोले बहुत लाजवाब था हम दोनो को पसंद आया....तो भाभी बोली मानते है की नही अब.....
हम बोले जी प्रभु आप घर चलिए हम आते है थोड़ा बाहर से और निकल गए....
ऑफिस से छुट्टी एक्सटेंड करवाने के बारे में सोचते सोचते अपने एक कलीग को फोन लगाया की उससे कुछ हाल चाल ले ले और अपने इस दुविधा का समाधान भी.....
उससे बात करने के बाद तो यही तय हुआ की छुट्टी एक्सटेंड करना सही नहीं होगा क्युकी काफी छुट्टियां हम पहले ही ले चुके है ऐसे में खतरे की घंटी कभी भी बज सकती है और ऑफिस में वर्कलोड भी काफी हो रखा था इसलिए मेरा जाना कन्फर्म हो गया पर ये बात अपनी जान को कैसे बताएंगे वो तो आस लगाए बैठी है की हम आयेंगे तो यही बोलेंगे की नही जा रहे अपनी जान को छोड़ कर पर अब बात कुछ और ही हो गई थी.....
खैर इसी कशमकश में हम पापा से मिले और उनको बताया तो वो बोले देख बेटा तू पूजा की फिक्र मत कर यहां अभी उसकी दोनो ननद है दस पंद्रह दिन और उनके जाने के बाद बड़ी बहू रहेगी ना उसके साथ तो मन बहला रहेगा पिछली बार की तरह परेशान नही होगी.....
और देख हर हफ्ते आने की जरूरत नही है पर अगर तेरा मन हो तो आ जाना ऐसा हम इसलिए कह रहे है ताकि कुछ पैसे बचा कर अभी से रखेगा तो आगे काम आयेंगे और बाद बाकी तेरा बाप अभी है तेरे साथ.....पर हा एक दो हफ्ते के अंतराल पर तू आ जाना समझा और बाकी कि टेंशन मत ले इत्मीनान से जा पर सुन वहां जा कर अपने खान पान से लापरवाही नही करना कोशिश करना की घर पे कुछ बना के खा ले बाहर का मत खाना.....
हम बोले हा पापा कोशिश रहेगा पूरा बाकी आप तो जानते ही है कितना थक जाते है ऑफिस से आते आते पर फिर भी इस बार ट्राई करेंगे....
फिर भईया बोला तब कैसा रहा कल सब कुछ.....हम हस कर बोले आप प्रमाणित कर दिए की आप आज भी है....तो पापा बोले क्या है ये.....
हम धीरे से बोले लवेरिया पेशेंट....भईया बोला चल अच्छा लगा ना....हम बोले अच्छा नही गर्दा था एकदम कम खर्चा में बढ़िया था सब कुछ...
पापा सुने नही तो वो बोले अरे क्या बुदबुदा रहा है जोर से बोल ना....
भईया बोला अरे कुछ नही जाइए आप बैठिए आराम से....
फिर भईया बोला चलना रात में हम छोड़ देंगे एयरपोर्ट....हम लंबा सांस छोड़ते हुए बोले ठीक है उस वक्त का उस वक्त देखेंगे काहे की पूजा भी जायेगी ही साथ में....देखते है जैसा रहेगा किया जाएगा फिलहाल हम चलते है घर....
दुकान से निकल कर रास्ते में एक चॉक्लेट और कुछ गुलाबजामुन खरीदते हुए पहुंच गया घर....वहां पहुंचा तो देखे की मेरी रानी दीदी और मां के साथ बैठी है और उसका चेहरा एकदम उतरा हुआ था और हमको देख के वो उम्मीद भरी निगाहों से मेरी तरफ देखी.....
हम गुलाबजामुन को फ्रिज में रखने दिए दीदी को और पूजा को बोले किस बात पे चर्चा चल रहा है सब लोगो में....तो भाभी बोली आपका प्रेम कहानी पे....हम बोले बस बस हो गया अब बक्श दीजिए हमको....वैसे खाना क्या बन रहा है दोपहर में....
तो मां कमरे में से बोली जो तू बोल वो बना देंगे अभी तो खाली चावल बना है...हम बोले अब फरमाइश क्या करना मां जो बनेगा वो खा लेंगे.....भाभी और दीदी बोली अरे बोल दे आज चला जायेगा फिर तुझको वहां अपने हाथ का ही खाना खाना पड़ेगा या फिर होटल का.....
मेरा मूड पहले से ही खराब था उसको अभी ये लोग से बहस कर के और खराब नही करना चाहते थे इसलिए हम बोले आपलोग जो बना रहे है बनाइए हम खा लेंगे.....
और चल दिए ऊपर अपने कमरे में....
मेरे जाने के बाद मां पूजा को बोली जा बेटा देख थोड़ा परेशान लग रहा है उसको शायद कुछ जरूरत हो तेरा पैकिंग करने में जा और अगर नही हो तो थोड़ा लेट जाना आराम से तब से बैठी है.....पूजा मेरा जवाब जानने के लिए जल्दी से ऊपर आ गई और इधर हम बाथरूम से मुंह हाथ धो कर निकले ही थे....
वो कमरे में आई और दरवाजा बंद की और मेरे को बोली जान आप चिड़चिड़े लग रहे है क्या हुआ....
हम बोले अरे मेरा जान तुम हमसे कल कितना मिन्नत की थी नही जाने को पर नही हो पाया ऊपर से ये लोग को हर समय मस्करी सूझता है मेरा मूड पहले से ही बिगड़ा हुआ था ये लोग और बिगाड़ दी....
पूजा हमको अपने आलिंगन में ले कर मेरे माथे पे चूम ली और धीमे से बोली कोई बात नही जान हम समझ सकते है आप परेशान मत होइए हम रह लेंगे पर एक बात बोलते है आप अगले हफ्ते थोड़ा जल्दी आना मेरा मतलब फ्राइडे को रात तक आ जाइयेगा ना....
पूजा की आंखे भर आई थी उसको ऐसे देख के मेरी भी आंखे नम हो गई और उसके अपने गले से लगा लिए और कुछ देर यूंही खड़े रहे फिर वो बोली अरे आप परेशान मत होइए पागल आदमी और रोने क्यू लगे मेरा तो चलो आदत है पर आप....
हम बोले कभी कभी तो अपने मुंह से बोल के कुछ मांगती हो वो भी अगर नही दे पाए हम तो फिर कैसे पति हुए हम.....
पूजा मेरे बालो में हाथ फेरते हुए बोली अरे मेरे जान आप हमको सब कुछ बिना बोले ही दे देते है तो फिर मांगने का जरूरत ही नही पड़ता ये तो हम आपको इसलिए बोले थे क्युकी आपको तो पता ही है हमको नहीं रहा जाता आपके बिना अभी भी आप चले गए थे तो मेरा ध्यान आप पर ही था.....
और वो मेरे आंसू पोंछी और पलंग पे बिठा कर खुद मेरे गोद में बैठ गई और बोली आप मेरे डार्लिंग हसबैंड है मेरे जान है मेरे सुमित पूजा के सुमित और आपके जाने के बाद हम फोन पे आपसे चिपके रहेंगे तो बस हो गए ना हम दोनो एक साथ हर वक्त......बाद बाकी ये दोनो तो है ही और आप एक चीज नोटिस नही किए ये देखिए वो मेरा हाथ पकड़ के अपने पेट पे रखवाई और बोली महसूस कीजिए कुछ....
मेरे दोनो बच्चे अब महसूस हो रहे थे थोड़े थोड़े उसके पेट में....ये चीज महसूस करने के बाद हम बोले अब तो कंपनी देने के लिए ये दोनो भी है बतियाना दिन भर इनसे....
वो बोली नही हम तो आपसे बतियाएंगे और आप ऑफिस जाते समय चार्जर बैग में रखे रहिएगा समझे और खाना घर पे ही बना कर खाइएगा ज्यादा बाहर का मत खाने लग जाइयेगा.....हम बोले हा मेरी जानेमन खाना हम बना लेंगे टेंशन मत लो.....
फिर वो बोली आज हम भी चलेंगे आपके साथ एयरपोर्ट....
हम बोले एक शर्त पे की तुम वहां रोएगी नही....तो वो मुस्कुराती हुई बोली नही इसका गारंटी नहीं लेंगे पर हम चल रहे है ये तय है....हम उसका हाथ पकड़े और अपने सर पे रख कर बोले मेरा कसम है तुम वहा रोएगी नही....
वो तुनक कर मेरे सर पे से हाथ हटा कर बोली बै जान ये क्या हरकत किए आप जाइए हम नही जायेंगे आपके साथ अब एयरपोर्ट पे.....
हम बोले अरे अरे अब गुस्सा मत करो देखो नीचे गुलाबजामुन ला कर रखे है मेरा गुस्सा उनपे निकालना और फिलहाल ये देखो इसपर अपना गुस्सा निकालो....और चॉक्लेट निकाल कर उसको दिखाए तो वो उसको दूर कर दी और दूसरे तरफ देखने लगी....
वो अभी भी मेरे गोद में ही बैठी थी हम बोले अरे अब कुछ घंटों में चले जायेंगे ऐसे गुस्सा रहेगी.....वो बोली हम आपसे गुस्सा नही है पर आप कसम वापस लो पहले.....हम बोले ये कैसे होगा भला....वो मेरे सर पे हाथ रखती हुई बोली आप बोलिए कसम वापस.....हम बोले और अगर नही बोले तो...
पूजा अपना हाथ फिर से हटा ली और अपना मुंह फेर ली....हम हंसते हुए फिर से उसका हाथ पकड़े तो वो झटक दी....हम बोले अरे अरे मेरी जानेमन अच्छा लाओ कसम वापस और उसका हाथ फिर से पकड़ के अपने हाथ पे रख के बोले मेरी कसम वहा जा कर रोएगी नही.....
पूजा इस बार तुनक कर मेरा गोद से ही उठ गई और नीचे जाने के लिए दरवाजा खोलने लगी.....तो हम उसको उठ कर पकड़ के अपने गोद में फिर से बिठा लिए और बोले अरे अरे मेरी जान हमसे गुस्सा भी होती है हमको तो आज पहली बार पता चला....
पूजा अभी भी मेरी तरफ नही देख रही थी पर वो बोली हम गुस्सा नही है आपसे पर ये कसम हमको नहीं अच्छा लगा....
हम बोले अरे ये कैसा गुस्सा हुआ भला....
अच्छा अच्छा चलो ये कसम हम वापिस लेते है रो लेना तुम वहा और साथ में हम भी रोएंगे ठीक....और उसका हाथ उठा कर अपने सर पे रखे और बोले मेरी कसम हम वापिस लेते है अपनी जानेमन से....
पूजा अबकी बार मेरे तरफ घूमी और
बोली आप क्यू रोइएगा.....हम बोले जब मेरी जान को रोना आएगा तो हम भी तो रोएंगे ना आखिर उसको रुलाने वाले हम ही न होंगे....
तो पूजा मेरे कंधे पे मुक्का से मारी तीन चार बार और बोली गंदे कहिंके खाली सताते है बेफालतू का.....
अच्छा हम पूरा कोशिश करेंगे की ना रोए ठीक....हम बोले हम तुम्हारे आंखो में आंसू नहीं आने देना चाहते पर ये कमबख्त हालात कभी कभी आपने साथ नही देते जान पर हम जब अबकी बार आयेंगे तो तुम्हारे लिए ढेर सारा प्यार और टाइम ले कर आयेंगे प्रॉमिस पर अभी फिलहाल ये चॉकलेट खाओ और एक मस्त चॉक्लेटी किस हमको दे दो.....
पूजा अब नॉर्मल हो गई थी और मेरे चेहरे पे चुम्मा की झड़ी लगा दी....एक के बाद एक चुम्मा देते हुए वो मेरे पे लद सी गई और हम दोनो बिस्तर पे पीठ के बल लेट गए....पूजा मेरे बगल में सरक कर लेट गई और मेरे सीने पे सर रख कर बोली सबसे ज्यादा हम आपके इस सीने पे सोना मिस करते है नींद एकदम नही आता है और इस बार तो काम भी नही
मिलेगा करने को की थक कर सो जायेंगे.....हम बोले कोई बात नही बस पांच दिन काटने है फिर तो हम आ ही जायेंगे अपनी जान के पास....तुम्हारे बगैर हमको भी वहा कहा नींद आता है.....पर अपनी आने वाली दोनो जानेमन लोग के लिए थोड़ा सैक्रिफायिस देना पड़ेगा और हम दोनो ये मिल कर करेंगे क्यू हो जायेगा ना.....
पूजा मुंह बिचका के मेरे तरफ देखी और फिर हमको अपने बाहों के आलिंगन में ले ली और जोर से कस कर बोली आई लव यू जान....आई विल मिस यू सो मच....हम उसके सर को हल्का सा अपने तरफ कर के उसके माथे पे चूम लिए और बोले मि टू बच्चा....
अच्छा चलो अब मिस यू के चक्कर में किस मि को नही भूलो पूरे हफ्ते भर का कोटा पूरा कर के जायेंगे हम....पूजा मुस्कुरा दी और बोली एवरीथिंग फॉर यू माय लव और फिर वो चॉकलेट फाड़ के एक टुकड़ा खाई और हमको किस करने लगी.....ऐसे ही हम दोनो पूरी चॉकलेट खाने के साथ साथ इमोशनल किस सेशन
खतम किए और फिर मेरी जान और हम दोनो कुछ देर एक दूसरे की बाहों में लिपटे पड़े रहे.....
तकरीबन डेढ़ घंटे बाद भाभी दरवाजे से आवाज दी तो हम उठ कर खोले और पूजा उठ कर पलंग पे बैठ गई....भाभी बोली अगर सब गीले शिकवे दूर हो गए हो तो खाना खाने चलो....हम बोले नही अभी दूर नही हुआ है दूर हो ही रहा था की आप कबाब में हड्डी बन के टपक पड़ी.....देवर देवरानी का प्यार बर्दाश्त नहीं होता है का आपसे.....
भाभी हतप्रभ हो कर हमको देख रही थी जैसे हम कितना जला कटा उनको सुना दिए हो.....
तब पीछे से पूजा हस्ते हुए बोली अरे भाभी ये ऐसे ही बोल रहे है आप दूसरा कुछ मत सोच लीजिएगा और हम उसकी इस सफाई को सुन कर हस दिए तो भाभी मुंह बना कर बोली अरे हम तो खाना के लिए बोलने आए थे माफ करना जो हड्डी बन गए हम और वो जाने लगी तो हम उनका हाथ पकड़ कर बोले अरे गजब है मजाक न कर रहे थे हम आपसे और उनका हाथ पकड़ कर कमरे में ले आए.....
भाभी शायद नीचे ही पूजा के चेहरे पे बेचैनी को पढ़ ली थी इसलिए वो उसके कंधे पे हाथ रख कर बोली देख पूजा ये चला जायेगा तो तुम मुंह मत लटका लेना हम रहेंगे ना तुम्हारे पास तो इनका कमी नही खलेगा हम समझते है पति....पति ही होता है पर जीवन यापन के लिए पैसा कमाना भी जरूरी है....और कुछ ही दिनों का तो बात है फिर सब कुछ ठीक हो जायेगा समझी....
पूजा बोली हा भाभी जानते है.....तो भाभी बोली अरे अभी ना बोले मुंह मत लटकाना और तुम हो की अच्छा अच्छा समझे लव मैरिज है ना तो इसमें जुदाई का दर्द थोड़ा ज्यादा रहता हैं.....
इस बात पे हम और भाभी हस दिए जबकि पूजा शर्मा गई....फिर तीनो कोई उतरे नीचे खाना खाने को सब के साथ खाना हुआ और फिर दीदी का बच्चा लोग जिद करने लगा गाड़ी से थोड़ा घुमाने को पर हम सोचे थे की अपनी जानेमन के साथ थोड़ा टाइम स्पेंड करेंगे पर ये बच्चा लोग का डिमांड खैर अब अपना ही मामा भांजा भांजी का मन नही रखेगा तो कैसे चलेगा इसलिए उन सब को ले कर दोनो दीदी के साथ थोड़ा बाहर घूमने गए और इस बीच पूजा मेरा बैग तैयार कर दी और मां से जिद कर के रात का खाना बनाने का परमिशन ले ली....
हम दो घंटे बच्चा लोग को घुमा फिरा कर घर वापिस आए गाड़ी को कवर चढ़ा कर उसको सही से पार्क कर दिए इन सब कामों में शाम के छह बज गए थे अब बमुश्किल हम दो घंटे और रहते फिर निकल जाना था हमको.....
हम घर में गए तो देखे की पापा आ चुके है दुकान से और मां के साथ बैठे हुए है और मेरी जानेमन खाना बनाने में लगी है भाभी शायद अपने घर गई थी.....
हम मौका देख के किचन में गए और अपनी रानी को पीछे से हग कर के बोले क्या बना रही है जानेमन मेरे लिए.....
वो मेरे को बोली ऐसे मत कीजिए वो भी किचन में पागल अभी मां या कोई आ जायेगा तो भाग जाइयेगा और हम फस जायेंगे....
हम बोले अरे अभी कोई नही आ रहा समझी तुम ये बताओ क्या बना रही है...वो बोली परांठे बना दिए है और पनीर का सूखा सब्जी है सुबह में खा कर चले जाइयेगा आराम से और इस डब्बे में थोड़ा निमकी छान दिए है सुबह चाय के साथ में खा लीजिएगा फिर ही बैठिएगा खाना बनाने वरना खाना बनाने के चक्कर में आप सुबह से भूखे रह जाइयेगा कम से कम ये रहेगा तो कुछ पेट में रहेगा आपके समझे.....
हम एक बार बाहर नजर मारे और फिर सीधा उसकी चूत को साड़ी के ऊपर से मसलते हुए बोले और इसका क्या करेगी कुछ इसका भी कर दो ना....पूजा परांठे सेकना छोड़ कर मेरी तरफ देखी और फिर मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूत पे एक बार दबाई और फिर उसको हटाते हुए बोली ले चलिए हमको भी अपने साथ एक वही उपाय है अभी.....और ऐसे मत छेड़िए उसको वरना फिर हम बहक जायेंगे और यही पे आपके ऊपर चढ़ बैठेंगे फिर आप समझिएगा.....
हम बोले हाय
मेरी जान मेकअप की है सुंदर लग रही है और उसके ऊपर से इतना प्यारा धमकी फिर तो ये काम करने ही दो हमको और हम दुबारा से उसकी चूत को दबा दिए तो वो कसमसा कर मेरे तरफ देख के बोली अरे जान मत ना कीजिए प्लीज.....
हम तुरंत उसके चेहरे को पकड़ कर एक मस्त वाला चुम्मा उसके होंठो पे चिपका दिए और बोले तुम अपना काम करो हम अपना काम करते है....तभी पापा जोर से आवाज दिए सुमितवा किधर गया रे इधर आओ....
हम हड़बड़ा कर पूजा को छोड़ कर पहले अपना खड़ा लंड एडजस्ट किए और फिर भागे पापा के पास.....उनके पास गए तो वो हमको बोले की तिवारी से बात किए थे हम आज तेरे जाने के बाद वो एक जगह बोला है बात करेगा और शायद तेरा ट्रांसफर का कोई जैक लगा दे तो पटना या फिर कही आस पास में हो जायेगा वो इस महीने दिल्ली जायेगा तो वहा कोई है बड़े पहुंच वाला आदमी तो देख अगर अच्छा रहा तो तेरा ट्रांसफर पूजा बेटा के डिलीवरी तक हो जायेगा....हम बोले अरे पापा थैंक्यू सो मच आपको पता नही है आपकी बहू ये खबर सुन कर कितना खुश हो जायेगी देखिएगा अभी और हम अभी पूजा को बुलाते इससे पहले दीदी उसको बुला दी आवाज दे के वो आयो तो पापा बोले की देख बेटा तेरे उदासी के चक्कर में हम तिवारी से बात किए है इसके ट्रांसफर के लिए पटना में या इसके आस पास अगर सब कुछ अच्छा रहा तो जल्दी ही ट्रांसफर हो जायेगा पटना में....
पूजा ये सुन कर मुस्कुराते हुए बोली थैंक्यू पापा...तो दीदी बोली अरे पहले हो तो जाने दो फिर बोलना थैंक्यू....तो पूजा बोली उस वक्त भी बोल देंगे दीदी फिर मां बोली चल अब खुश रहना और भगवान से प्रार्थना करना की ये काम हो जाए समझी जा अब जो कर रही थी वो कर ले काहे की जाने का टाइम होने जा रहा है....
फिर पूजा बोली मां अभी हम भी जाए साथ में एयरपोर्ट....तो मां बोली मारेंगे ना जाने का नाम ली तो....भरल पेट लइका ले के रात में चौराहा पार करेगी....तो पापा बोले नही बेटा रात में जाना तेरे लिए सही नही रहेगा और एयरपोर्ट है भी तो दूर....
पूजा का मन दुखी हो गया और मां का ना जाने देने का कारण ऐसा था की हम कुछ बोल भी नहीं सकते थे पर पूजा का उतरा हुआ चेहरा हमको मजबूर कर दिया बोलने पे हम बोले अरे मां जाने दो ना क्या हो जायेगा तो मां बोली ज्यादे टांग ना बढ़ाव जितना बोले उतना सुन.....
अब इस मामले पे बोलना बेवकूफी होता इसलिए हम भी उठे वहां से और चल दिए अपने कमरे में....वही दीदी पूजा के पास गई और उसको बोली की जा हम पैक कर देते है ये दो परांठा बचा है हम सेक देते है तुम जाओ उसके पास....पूजा तुरंत दीदी को किचन हैंडओवर कर के मेरे पास आ गई कमरे में और हम कपड़ा बदलने जा रहे थे मुंह हाथ धो कर.....वो कमरे में आई और पीछे से हमको अपनी बाहों में भर ली और रुंधे हुए गले से बोली ए जान अब तो हम वहा रोने भी नही आ रहे आपका कसम लग गया.......हम उसकी तरफ घूम कर उसको अपने गले से लगा लिए और बोले नही पागल ऐसा नही है मां कुछ सोच समझ कर ही बोली होंगी....
पूजा की आंखों से अब आंसू बहने लगे और साथ साथ उसके आंखो का काजल उसके गाल पे फैलने लगा....
हम उसकी आंखो के आंसू को पोंछे और बोले अब रो मत पागल लड़की हम वहा जा कर मर थोड़े जायेंगे....पूजा तुरंत मेरे मुंह पे अपना हाथ रख दी और बोली आज बोले सो बोले दुबारा ये बात बोले ना तो देखिएगा हम ही मर जायेंगे....
हम बोले फिर रोना बंद करो अभी तुरंत लेकिन वो पगली और तेज रोने लगी तो हम बोले अरे अरे अरे ये क्या मारेंगे अभी बहुत जोर से....वो मेरे से फिर लिपट गई और बोली मारेंगे ना डांटते भी है और बोलते है रो मत....
हम बोले हे भगवान कब डांटे हम तुमको....वो बोली अभी ना बोले मारेंगे....
हम बोले अच्छा नही मारते पर हम चुम्मा तो ले सकते है ना....और उसके चेहरे को पकड़ कर उस पर चुम्मा का झड़ी लगा दिए....
और फिर जोर से अपने से सटा लिए और कुछ देर यूंही रहने के बाद हम बोले अभी से नही रोना समझी अच्छे मन से विदा करो डेढ़ दो बजे तक तो हम भोपाल पहुंच जाएंगे पर तब तक तुम सो जाना जागी मत रहना दिल्ली में जब रुकेंगे तो करेंगे वीडियो कॉल उसके बाद सो जाना हम भोपाल पहुंच कर मैसेज कर देंगे....
पूजा बोली आपको लगता है की हम सो जायेंगे...हम बोले हा हमको लगता नही है बोल के जा रहे है और सोना ही है रतजग्गा नही करना है समझी तबियत पे असर पड़ेगा....इतने में फिर बदल गरजा थोड़ा तो पूजा बोली देखिए मेरे साथ साथ आसमान भी रोएगा अब....
हम बोले अच्छा तो उसको अकेले रोने देना तुम नही रोना समझी चलो अब कपड़ा बदलो और थोड़ा बैठो शांति से हम तैयार हो जाए प्लेन में एयर होस्टेस सब रहेगी थोड़ा लाइन मारेंगे ना....
पूजा एक मुक्का मारी घम्म से मेरे पीठ में और बोली ये सब हमको पसंद नही है भक्क....
हम कराहते हुए उसको दुबारा से अपने गले से लगा लिए और बोले तुम ही हो मेरे लिए सब कुछ गधी आह बड़ा जोर से लगा स्वीटहार्ट....
पूजा जहां मारी थी वहा पे सहलाने लगी और बोली आप क्यू बोलते है ये सब जब जब बोलिएगा तब तब मारेंगे हम....
हम हस्ते हुए बोले अच्छा अच्छा अब से नही बोलेंगे चिड़चिड़ा जाती हो तुरंत में....पूजा फिर हमको देखने लगी मुंह बना कर हम बोले अरे अब मुंह मत बनाओ मजाक कर रहे थे हम चलो जाओ मुंह हाथ धो लो फिर नाइटी पहन कर आराम से लेटो....
वो बोली नही आपके जाने के बाद बदलेंगे....हम उसकी चूची को जोर से मसलते हुए बोले अरे जाने से पहले एक बार जी भर के दर्शन तो कर लेने तो मेरी बीवी के.....
पूजा मेरे गाल पे काट ली और बोली क्यू आपकी एयरहोस्टेस सब नही दिखलाएगी आपको बन ठन के जाना है ना....
हम फिर हस कर उसके दोनो गाल खींच कर बोले अब बस करो भाई हो गया आई एम सॉरी....
पूजा फिर कमरे का दरवाजा बंद की और मेरे पास आ कर मेरा हाथ अपनी चूत पे रख कर बोली लीजिए अब जो करना है कीजिए....हम तुरंत उसकी साड़ी की गांठ को खोल दिए और वो उसको अपने बदन से अलग कर दी और फिर तुरंत उसके पेटीकोट को ढीला कर दिए वो भी जमींदोज हो गया और तुरंत नीचे बैठ कर उसकी चिकनी चूत को चूम लिए और बोले इसका खयाल रखना बहुत नाजुक है.....
पूजा मुस्कुरा कर बोली पगलाए क्या आप किस्से किसका खयाल रखने को बोल रहे है.....हम उसकी चूत पे चूम कर बोले मेरी मुनिया से तुम्हारा खयाल रखने को बोले है....
पूजा जोर से हस दी और बोली लग रहा है मुक्के का असर दिमाग पे हो गया है....हम बोले वो अभी पता चलेगा तुमको और सीधा उसकी चूत पे मुंह लगा दिए हम....
पूजा खड़े खड़े अपनी चूत चुसाई का मजा लेने लगी और साथ ही साथ मेरे बालो को भी नोचने लगी....कुछ ही देर में पूजा झड़झड़ा कर झड़ गई और ऊपर वो अपना ब्लाउज का बटन खोल ली थी पर सारे नही....
हम खड़े हुए और उसके बदन से ब्लाउज को उतारते हुए बोले ये क्यू नही उतारे तो वो बोली आप मेरा सारा ध्यान खींच कर नीचे ले गए थे तो कहां से खोलती....
अब पूजा नंगी थी मेरे सामने हम उसको घुमा कर पलंग पे बिठाए और फिर उसकी नाइटी उसको पहना दिए....
पूजा मेरे लंड को पकड़ी और बोली इसका ऊपर तो आप करने ही नही दिए और ये बोल कर आओ तुरंत नीचे जमीन पे बैठ गई और मेरे लंड को बाहर निकाल कर चूसने लगी.....
हम पहले से ही काफी उत्तेजित थे तो पूजा को ज्यादा मेहनत नही करना पड़ा और कुछ ही पलों में झड़ गए.........
इसके बाद हम उसको नाइटी और ब्रा पहनाए और खुद भी तैयार हुए तब तक मेरी डार्लिंग खाना ले आई जा कर नीचे से फिर दोनो कोई खाना खाए और खाते खाते भी हम उसको समझा ही रहे थे....
खैर खाना पीना हुआ फिर एक बार और हम दोनो में प्रेम क्रीड़ा हुआ उसके बाद दोनो नीचे उतरे और अभी तक भईया भाभी दोनो आ गए थे.....
जाने के समय पूजा गेट पे खड़ी थी और हम गाड़ी में बैठने से पहले पूजा को एक साइड से हग किए और बोले बढ़िया से रहना और रोना नहीं....पर वो पगली है मेरा लाख बोलने के बावजूद जैसे ही उसको हग कर के हटे उसके आंसुओ में उसकी आंखो का साथ छोड़ दिया....और अभी उसको कोई कुछ नही बोला क्युकी सब जानते थे की वो कुछ भी बोल ले वो रोएगी ही....
लेकिन छोटी दीदी और भाभी उसको दोनो तरफ से घेरी और बोली अरे एक जा रहा है तो क्या ये देखो दो दो तैयार खड़ी है.... ये बात पे सब हस दिया और पूजा का भी हसी छूट गया पर आंखो में आंसू तो थे ही....
इसी तरह हम सब से विदा लिए और पापा भईया के साथ कैब से निकल गए एयरपोर्ट....क्युकी उन दोनो में से किसी को गाड़ी चलानी नही आती थी....
रास्ते में पूजा की मम्मी का फोन आया ये पूछने के लिए की निकले की नही और हाल चाल जानने के बाद वो भी ठीक से जाने बोल के फोन काट दी और हमको एयरपोर्ट छोड़ कर भईया और पापा दोनो कोई वापिस हो लिए घर को.....
उसका बेदाग हुस्न मेरी दी हुई पारदर्शी नाइटी में और भी खिल रहा था और उसका पेट जो अब दिन पर दिन और बड़ा होता जा रहा था वो ये एहसास करा रहा था की जल्दी ही दो नई जिम्मेदारियों हम दोनो के हिस्से में आने वाली है.....
आज की ये सुबह मेरी पटना में मेरी आखिरी सुबह थी आज रात हम भोपाल चले जायेंगे और वहा जा कर वही अकेलापन और सुना घर काटने को दौड़ेगा हमको और यहां मेरी जान तड़पेगी सो अलग....
इसी को शायद जीवन कहते है और जब तक जिंदगी है ये सब तो लगा रहेगा....
कुछ मिनटों तक पूजा के बगल में उसको निहारता हुआ लेटा रहा फिर उसके माथे पे चूम कर उठा और बाथरूम गया फ्रेश होने.....
फ्रेश हो कर लौटा तो पूजा अभी भी सोई ही थी एक बार को सोचा की उठा दू फिर नही उठाया ये सोच कर की ये बेफिक्री वाली नींद सो लेने देता हु वैसे भी आज से उसकी नींद चैन सब हम अपने साथ ही लिए जायेंगे.....
काल रात कमरे में जो आज सजावट की थी उसको धीरे धीरे समेटने लगा और कमरे के चारो कोनो में अटके हुए बलून को छोड़ दिया क्युकी वो जल्दी पचकने वाले थे नही और नही हमारे पंखे से टकरा कर फूटने वाले थे.....
पूजा के सीने पे अभी भी केक के कुछ टुकड़े लगे थे जिनको अगर मैं साफ करने जाता तो शायद वो जाग जाती इसलिए उसको छोड़ बाकी कमरे को एकदम नॉर्मल कर दिया पर वो चाइनीज झालर को वैसे का वैसा ही रहने दिए क्युकी उसकी टिमटिमाती रंग बिरंगी छटा कमरे में अच्छी लगती और मायूसी का एहसास कम होता....
खैर सब कुछ सही करने के बाद हम एक टीशर्ट पहन कर कमरे से बाहर निकले तो देखे की जिमी नही है मतलब उसको ले कर पापा रोड पे जा चुके थे.....और मां किचन में लगी थी और दीदी आंगन में बैठी अखबार पढ़ रही थी.....हमको नीचे आता देख बोली तब हीरो हीरालाल कैसा रहा तेरा स्पेशल पार्टी अच्छा रहा....
हम हस कर बोले एकदम झक्कास आखिर प्लानिंग किसका था....
दीदी बोली चल पूजा खुश हुई ना वो ज्यादा मायने रखता है लेकिन आज तो तू लौट जायेगा बेचारी फिर उदास रहने लगेगी....
कुछ अर्जी वर्जी लगवा के ट्रांसफर पटना या कही आस पास के दफ्तर में करवा ले ना....
तभी पीछे से मां बोली ऐसा हो सकता है क्या बेटा अगर हो सकता है तो देख न कुछ कर के.....
इतने में रोड से पापा आए और जिमी को बांधते हुए बोले उसके लिए ऊंची पहुंच होनी चाहिए जिसकी पैरवी लगेगी और साथ ही साथ मोटी घुस की रकम तब ही कुछ हो सकता है क्युकी अभी नौकरी को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो इतनी जल्दी ट्रांसफर का कोई सीन नही बनता क्यू बेटा सही बोले ना हम....
हम मुंह बना के बोले हा पापा सही बोले आप.....
फिर हम बोले छोड़ो ये सब बाते और मां चाय पियोगी हम बनाए....तो मां बोली अरे बेटा बनाए है जा ले के पी ले और पूजा बेटा को भी उठा दे जा कर.....
फिर हम गरम थरमस में चाय भरे और दो खाली कप ले कर ऊपर चल दिए.....
कमरे में आए तो पूजा वैसे ही सो रही थी....हम चाय टेबल पे रखे और फिर पूजा के गाल पे चूम कर उसकी चूची को दबाते हुए बोले जानेमन उठो जाओ सुबह हो गई है.....
पूजा कुनमुनाई और हमको अपने बाहों में लेने को हाथ उठा कर बिस्तर पे ढूंढी जब मेरा अहसास उसको नही हुआ तो वो आंखे खोल कर देखने लगी तभी हम पीछे से बोले अरे जानेमन हम इधर है वो पलट कर देखी और अपने हाथ फैला दी....और हम सीधा उसकी बाहों में समा गए....
वो मेरे को जोर के अपनी बाहों में भर के मेरे होंठ पे चूम ली और बोली कहा चले गए थे हमको छोड़ के उठाए क्यू नही गंदे आदमी....
हम चाय की तरफ इशारा किए और बोले अपनी जान के लिए चाय लाने गए थे....वो बोली आप बनाए क्या जान....
हम बनाए तो नही ही थे पर उसको बोले हा हम बनाए...वो बोली अरे मेरा जान क्यू हमको उठा देते ना....
हम उसकी नाइटी के कपड़े को सरकाते हुए नंगे चूतड़ों पे हाथ लगाए और बोले ऐसे जाती क्या नीचे.....
वो बोली नही जान कपड़ा चेंज कर लेते हम....हम बोले अरे हम ले आए तो क्या हुआ कल तुम पिला देना....
ये बात हमको नही बोलना चाहिए था....क्युकी कल तो हम रहेंगे ही नही यहां....वो मेरी बात सुन कर कुछ नही बोली बस मुंह फेर ली...हम उसके चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ घुमाए और बोले अभी रोना नहीं वरना बहुत मारेंगे...और पटाक से एक थप्पड़ उसके चूतड़ों पे बजा दिए....
वो कसमसा कर बोली जान एक दो दिन और रुक कर जाते ना आज बुधवार है ना कल गुरुवार और परसो शुक्रवार फिर शनिवार आ जायेगा तो एक ही बार जाइयेगा सन्डे के दिन प्लीज ना.....
हम अभी उसका बात काटना नही चाहते थे इसलिए बोले चलो ट्राई करते है हम तुम अभी से उदास मत हो लेकिन....
पूजा की जैसे मनमांगी मुराद पूरी हो गई हो वो खुशी से चहक के मेरे होंठ पे चूम के बोली सच में जान आप रूकिएगा इस हफ्ते ना....
हम बोले अरे अभी ना बोले जानेमन की ट्राई करते है पहले उसके लिए कोशिश तो करने दो जानेमन फिलहाल उठो और चाय पी लो गरम गरम है एकदम....
पूजा उठी और बाथरूम गई पहले और फ्रेश हो कर आई जब तक हम मन ही मन सोचते रहे की कैसे ट्राई मारे ऑफिस में एक लिव ऑलरेडी चल रही है और उसको फिर से एक्सटेंड करना गड़बड़ हो सकता था.....
वही अगर हम पटना में या कही आस पास पोस्टिंग ले लेते तो ये झंझट ही खतम हो जाता पर अभी तो ऐसा कुछ होने से रहा.....
अभी हम ये सब सोच ही रहे थे की मेरी जान नहा कर पूरी नंगी बाथरूम से बाहर आई तो हम बोले अरे नहा ली इतना जल्दी और अभी ही नाइटी क्यों उतार दी...
वो बोली केक लगा हुआ था पूरा जान मेरे सीने पे भी और उसपे भी इसलिए उसको धोने डाल दिए वरना दाग पकड़ लेता उसमे जो हमको बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं होता और हम नहा लिए थोड़ा....
पूजा अलमीरा में से दूसरा नाइटी निकाल रही थी और वो निकाल कर वो अपनी कल रात वाली ब्रा को उठाई पहनने को पर हम पूजा को रोक दिए और उसको अपनी गोद में बिठा लिए और मेरे दोनो हाथ उसके चुचियों पे जम गए....और लगे खेलने उसके निप्पल से....
हम बोले कल रात इनके मुकाबले वो रिंग छोटा पड़ गया था ना....वो मदहोश वाली आवाज में बोली आप इनको इतना दबाते चूसते है की ये बड़े हो गए है पहले से बहत ज्यादा मेरे निप्पल क्या मेरे ये दोनो बहुत बड़े हो गए है सब ब्रा टाइट होता है ये कल रात वाला जो आप लाए है वो एकदम फिट हो रहा था लेकिन जो इन दोनो का हाल है जल्दी ही ये भी टाइट होने लगेंगे....
हम बोले अरे अब ज्यादा बड़ा नहीं करना है इनको बस इनमे जल्दी से दूध ले आओ फिर तो जैसे पैंटी बंद करवाए थे वैसे ही ब्रा भी बंद करवा देंगे....
पूजा बोली हम जानते है मेरी जान की आप हमको एक ना एक दिन ऐसे ही रहने बोलिएगा पूरी की पूरी नंगी....
हम उसकी एक चूची को छोड़ कर उसकी चूत पे हाथ लगाते हुए बोले फिर तो मेरी मौज ही हो जायेगी पूरे दिन अपनी जान के इस हुस्न के समंदर में गोते लगाते रहेंगे....
पूजा मेरा हाथ पकड़ते हुए बोली एह बड़का ना आए गोता लगाने वाले आ रहा है दो दो पहरेदार मेरा उनका टैगलाइन होगा....
बिना परमिशन नो एडमिशन
हम बोले मार के भगाइए देंगे दोनो को बोलेंगे जा जा के अपना दादा दादी नाना नानी को तंग कर हम दोनो प्यार में पंछी को अकेला छोड़ दे ज्यादा डिमांड करेगा दोनो तो बोलेंगे वेट करो भाई बहन दूसरा भेजते है....
पूजा बोली आप उन दोनो को मारियेगा उसका दादा दादी लोग आपको मारेगा....
हम
और ये बोल कर उसके दोनो पैरो को थोड़ा फैला दिए और उसकी चूत में दो उंगलियां घुसा दिए....अंदर से वो पूरी गीली थी हम उंगली बाहर निकाल कर उसको दिखलाए और बोले अभी कोई बड़ा बड़ा बात कर रहा था सब धरा का धरा रह गया जा....
पूजा मेरे गाल पे काटते हुए बोली आप बहुत तेज है....खुद कर के इल्जाम हम पर लगा रहे है....
हम उसको अपने गोद से बिस्तर पे बिठाते हुए लिटा दिए और खुद उठ कर उसकी टांगो के बीच आ कर बोले अच्छा चलो जो हम किए है उसको हम ही ठीक कर देते है और अपना मुंह उसकी गीली चिकनी चूत पे लगा दिए.....
और सुबह सुबह हमारा कमरा पूजा की सिसकियों से गूंजने लगा....और हम भी इधर पूरे शिद्दत से उसकी बहती चूत को चूस रहे थे.....बल्कि चूसते चूसते आज कितने दिनों बाद हम उसकी पूरी चूत को अपने मुंह में भर ले रहे थे और अंदर ही उसके दाने को जब जीभ और दातों से कुरेदते तो पूजा की उत्तेजना देखने लायक होती....वो अपनी कमर को हवा में उठा दे रही थी और अपनी चुचियों को खुद ही मसल देती.......
अपने दोनो हाथो से जितना उसकी चूत को फैला कर चूस सकते थे चूसे और तकरीबन पांच मिनट की भयंकर चुसाई से पूजा डार्लिंग झड़ गई और झड़ते वक्त भी उसकी पूरी चूत को हम अपने मुंह में भर रखे थे....
झड़ने के बाद पूजा हाफते हुए बोली ओह जान ओह उफ्फ सुबह सुबह आप मेरा पूरा जान निकाल दिए....
हम वापिस उसके साइड में लेटते हुए बोले कई दोनो बाद आज जम कर चूसा तुम्हारी प्यारी सी चिकनी चूत को....
वो मेरे कंधे पे मुक्का मारी और बोली हट गंदे कैसे बोलते है....हम वापिस से उठे और उसके पैरो को आपस में सटा कर उसकी चूत के दोनो लबों को पकड़ के बोले अब इसको चूत नही बोलेंगे तो क्या बोलेंगे हा देखो तो कितनी प्यारी है हे जैसे पहली बार देखा था बिलकुल वैसी ही है....
पूजा कसमसाते हुए बोली आह जान इस्शश आपको जो बोलना है उसको बोलिए पर अभी उसको छोड़ दीजिए दर्द हो रहा है उसमे....
हम उसकी चूत छोड़ते हुए बोले अरे अभी तो कुछ किए भी नही बेचारा मेरा शहजादा अपनी रानी से मिला भी नही और तुम कह रही हो दर्द हो रहा है....पूजा बोली अरे जान वैसे पकड़े थे ना आप जोर से तो चमड़ी खींच रहा था इसलिए बोले.....
हम चट से उसकी चूत पे एक थप्पड़ मारे और बोले बहुत नखरा करती है बाबा...
पर मेरे थप्पड़ से पूजा जोर से चिल्ला दी...हम घबरा कर उठे और बोले अरे पगली इतना जोर से चिलाएगी मां और दीदी दोनो ऊपर आ जाएगी....
पूजा ऊहूहुहुहु कर के हस्ते हुए बोली आप मारे ही इतना जोर से....हम तुरंत झुक कर उसकी चूत पे चूम लिए और बोले अब ठीक हो जायेगा....पूजा बोली एक और....हम फिर से एक बार उसकी चूत पे चूम लिए....
अभी हम दोनो अपने प्रेम क्रीड़ा में लिप्त ही थे की मां सीढ़ियों पे से आवाज दी पूजा बेटा अगर जागी हुई है तो नीचे आ जा तेरी ननद बुला रही है तुझको.....
पूजा और हम हड़बड़ा कर उठे और पूजा सॉरी सॉरी जान आप संभाल लीजिए बोल कर अपनी नाइटी और ब्रा उठा कर बाथरूम में भाग गई और हम अपना लंड अपने पैंट में एडजस्ट किए और दरवाजा खोल कर मां को उपर से ही बोले नहाने गई है मां आती है नहा कर.....
नीचे से मां बोली ठीक है पर तू क्या कर रहा है आजा नीचे.....
हम बोले हम सब अपना सामान समेट रहे है मां आते है सब कर के एक जगह पे......
इतना बोलने के बाद जा के जान में जान आया वरना अभी बहुत भारी गड़बड़ हो जाती....
फिर पूजा नहा कर आई और बोली जान चाय तो रखा ही रह गया...हम बोले अरे थरमस में है गरम होगा हम नहा कर आते है फिर पी कर चलेंगे नीचे तब तक तुम एकदम परी के जैसे रेडी हो जाओ....
और हम भागे नहाने को नहा कर जब कमरे में आए तो मेरी जान एकदम ऑल सेट थी नीचे चलने को.....वो हमको देख के बोली जान प्लीज आप कैसे भी कर के रुक जाइयेगा ना ये मेरा एक ख्वाइश पूरा कर दीजिए प्लीज.....
और मेरे लाए हुए कप में चाय डालने लगी.....हम अपना कपड़ा पहने तब तक वो चाय का कप रेडी कर चुकी थी.....
हम चाय का कप उठाने से पहले उसके चेहरे पे आ रहे बालो को कान के पीछे फसाते हुए उसका चेहरा थाम कर बोले क्यू घबरा जाती है मेरे जाने के नाम से कौन सा दूसरे देश जा रहे है हम जायेंगे तो भी बस हजार किलोमीटर दूर और फोन तो है ना अपने पास और हम हर हफ्ते जो वादा किए है वो निभाएंगे तुम बिल्कुल भी चिंता नही करना बल्कि हम तो बोलेंगे की बेसब्री से मेरा इंतजार करना और जब हम तुमसे आ कर मिलेंगे फिर देखना तुम्हारे इंतजार का एक एक पल का कर्ज हम अपने प्यार के डोज से चुका देंगे....
ये सुन कर पूजा हस दी और बोली अरे मेरी जान ऐसे कीजिएगा मतलब जाना है तो इमोशनल कर रहे है हमको हा....
हम बोले अरे नही रे मेरी जान हम भला ऐसा कर सकते है कभी और वो भी ब्लैकमेल हट पागल....और उसको अपने गले से लगा लिए....
कुछ देर यूंही खड़े रहने के बाद वो हमसे थोड़ा अलग हुई और आंखो में देखते हुए बोली.....
मैं सुहागन हु तेरे इश्क के सिंदूर से....मुझे इश्क ए जहान में अब कोई ख्वाइश नही....
हम सुन कर बोले बाप रे गालिब साब का आत्मा घुस गया क्या तुम्मे जान....वो हस कर बोली हट कितना अच्छा शायरी बोले हम और आप जरा भी फील नही किए उसको...
हम हस्ते हुए बोले अरे नही रे जान एक एक शब्द हम समझे पर क्या बोले.....उम्मम्म्म अच्छा अभी पूरा दिन है कुछ भी हो सकता है भगवान अगर चाहेंगे की हम अपनी जान के पास रहे ये पूरे हफ्ते तो रहेंगे ही तुम टेंशन मत लो और अब इस चाय को खतम कर के नीचे चलते है....
हम पलंग के किनारे पे बैठे और वो मेरे जांघ पे बैठ कर चाय का कप उठाई
जब चाय अपने मुंह से लगाए तो वो गरम पानी बन चुका था सो एक ही बार में गटक गए और वही काम पूजा भी की....
फिर नीचे जाते वक्त बोले रोमांस के चक्कर में चाय का कबाड़ा हो गया....
नीचे पहुंचे तो मां पूछी की बेटा तू कितने बजे निकलेगा आज....पूजा मेरा मुंह देखने लगी....
हम बोले ऐसे तो आठ बजे तक निकल जायेंगे पर अभी देखते है जा भी सकते है और नही भी....
दीदी बोली हम भी यही कहने वाले थे की सीधे इतवार को जाना तीन चार दिन के लिए क्या जायेगा एप्लीकेशन डाल दे अपने लैपटॉप से....
हम बोले अरे दीदी इतना आसान नहीं होता है पर फिर भी देखते है कुछ हो पाया तो ठीक वरना जायेंगे ही....
पूजा का मुंह उतर गया मेरी इस आखिरी बात से..
फिर दीदी नाश्ता लगाई पापा दुकान जा चुके थे पूजा अब नाश्ता क्या करती वो बार बार मेरे तरफ कातर निगाहों से देख रही थी.....ऐसा करते हुए दीदी उसको देख ली तो बोली अरे हमरी छुटकी भौजी अभी ना वो बोला की देखते है तो फिर काहे को अभी से ही टेंशन ले रही है आराम से नाश्ता करो फिर दर दवाई अपना जो है वो खा के आराम कीजिए.....अबकी बार ये चला भी गया तो हम अभी रहेंगे कुछ दिन तो अकेले नही रहेगी टेंशन नही लेना.....
पूजा बोली नही दी ऐसा बात नही है....तो मां पीछे से बोली हा हा सब पता है कितना क्या बात है क्या नही तू बिल्कुल बच्ची है अभी.....
पर हम उसको पहले ही हुकुम दे दिए है की उसको आना है हर हफ्ते तो आयेगा ही.....
क्यू रे आएगा ना....हम बोले हा मां आयेंगे आप काहे अभी से हड़का रही है हमको....
फिर तीनो हस दी सिवाय मेरे.....फिर नाश्ता के बाद हम बोले की आ रहे है दुकान से थोड़ा पापा से मिल कर....
दरअसल हम अभी पूजा का सामना नहीं कर सकते थे वो अभी से दुखी हो जाती इसलिए घर से निकल गया रास्ते में भाभी मिली जो बड़ी दीदी के साथ घर जा रही थी.....भाभी हमको रोक कर पूछी की तब कैसा था कल का इंतजाम....हम बोले बहुत लाजवाब था हम दोनो को पसंद आया....तो भाभी बोली मानते है की नही अब.....
हम बोले जी प्रभु आप घर चलिए हम आते है थोड़ा बाहर से और निकल गए....
ऑफिस से छुट्टी एक्सटेंड करवाने के बारे में सोचते सोचते अपने एक कलीग को फोन लगाया की उससे कुछ हाल चाल ले ले और अपने इस दुविधा का समाधान भी.....
उससे बात करने के बाद तो यही तय हुआ की छुट्टी एक्सटेंड करना सही नहीं होगा क्युकी काफी छुट्टियां हम पहले ही ले चुके है ऐसे में खतरे की घंटी कभी भी बज सकती है और ऑफिस में वर्कलोड भी काफी हो रखा था इसलिए मेरा जाना कन्फर्म हो गया पर ये बात अपनी जान को कैसे बताएंगे वो तो आस लगाए बैठी है की हम आयेंगे तो यही बोलेंगे की नही जा रहे अपनी जान को छोड़ कर पर अब बात कुछ और ही हो गई थी.....
खैर इसी कशमकश में हम पापा से मिले और उनको बताया तो वो बोले देख बेटा तू पूजा की फिक्र मत कर यहां अभी उसकी दोनो ननद है दस पंद्रह दिन और उनके जाने के बाद बड़ी बहू रहेगी ना उसके साथ तो मन बहला रहेगा पिछली बार की तरह परेशान नही होगी.....
और देख हर हफ्ते आने की जरूरत नही है पर अगर तेरा मन हो तो आ जाना ऐसा हम इसलिए कह रहे है ताकि कुछ पैसे बचा कर अभी से रखेगा तो आगे काम आयेंगे और बाद बाकी तेरा बाप अभी है तेरे साथ.....पर हा एक दो हफ्ते के अंतराल पर तू आ जाना समझा और बाकी कि टेंशन मत ले इत्मीनान से जा पर सुन वहां जा कर अपने खान पान से लापरवाही नही करना कोशिश करना की घर पे कुछ बना के खा ले बाहर का मत खाना.....
हम बोले हा पापा कोशिश रहेगा पूरा बाकी आप तो जानते ही है कितना थक जाते है ऑफिस से आते आते पर फिर भी इस बार ट्राई करेंगे....
फिर भईया बोला तब कैसा रहा कल सब कुछ.....हम हस कर बोले आप प्रमाणित कर दिए की आप आज भी है....तो पापा बोले क्या है ये.....
हम धीरे से बोले लवेरिया पेशेंट....भईया बोला चल अच्छा लगा ना....हम बोले अच्छा नही गर्दा था एकदम कम खर्चा में बढ़िया था सब कुछ...
पापा सुने नही तो वो बोले अरे क्या बुदबुदा रहा है जोर से बोल ना....
भईया बोला अरे कुछ नही जाइए आप बैठिए आराम से....
फिर भईया बोला चलना रात में हम छोड़ देंगे एयरपोर्ट....हम लंबा सांस छोड़ते हुए बोले ठीक है उस वक्त का उस वक्त देखेंगे काहे की पूजा भी जायेगी ही साथ में....देखते है जैसा रहेगा किया जाएगा फिलहाल हम चलते है घर....
दुकान से निकल कर रास्ते में एक चॉक्लेट और कुछ गुलाबजामुन खरीदते हुए पहुंच गया घर....वहां पहुंचा तो देखे की मेरी रानी दीदी और मां के साथ बैठी है और उसका चेहरा एकदम उतरा हुआ था और हमको देख के वो उम्मीद भरी निगाहों से मेरी तरफ देखी.....
हम गुलाबजामुन को फ्रिज में रखने दिए दीदी को और पूजा को बोले किस बात पे चर्चा चल रहा है सब लोगो में....तो भाभी बोली आपका प्रेम कहानी पे....हम बोले बस बस हो गया अब बक्श दीजिए हमको....वैसे खाना क्या बन रहा है दोपहर में....
तो मां कमरे में से बोली जो तू बोल वो बना देंगे अभी तो खाली चावल बना है...हम बोले अब फरमाइश क्या करना मां जो बनेगा वो खा लेंगे.....भाभी और दीदी बोली अरे बोल दे आज चला जायेगा फिर तुझको वहां अपने हाथ का ही खाना खाना पड़ेगा या फिर होटल का.....
मेरा मूड पहले से ही खराब था उसको अभी ये लोग से बहस कर के और खराब नही करना चाहते थे इसलिए हम बोले आपलोग जो बना रहे है बनाइए हम खा लेंगे.....
और चल दिए ऊपर अपने कमरे में....
मेरे जाने के बाद मां पूजा को बोली जा बेटा देख थोड़ा परेशान लग रहा है उसको शायद कुछ जरूरत हो तेरा पैकिंग करने में जा और अगर नही हो तो थोड़ा लेट जाना आराम से तब से बैठी है.....पूजा मेरा जवाब जानने के लिए जल्दी से ऊपर आ गई और इधर हम बाथरूम से मुंह हाथ धो कर निकले ही थे....
वो कमरे में आई और दरवाजा बंद की और मेरे को बोली जान आप चिड़चिड़े लग रहे है क्या हुआ....
हम बोले अरे मेरा जान तुम हमसे कल कितना मिन्नत की थी नही जाने को पर नही हो पाया ऊपर से ये लोग को हर समय मस्करी सूझता है मेरा मूड पहले से ही बिगड़ा हुआ था ये लोग और बिगाड़ दी....
पूजा हमको अपने आलिंगन में ले कर मेरे माथे पे चूम ली और धीमे से बोली कोई बात नही जान हम समझ सकते है आप परेशान मत होइए हम रह लेंगे पर एक बात बोलते है आप अगले हफ्ते थोड़ा जल्दी आना मेरा मतलब फ्राइडे को रात तक आ जाइयेगा ना....
पूजा की आंखे भर आई थी उसको ऐसे देख के मेरी भी आंखे नम हो गई और उसके अपने गले से लगा लिए और कुछ देर यूंही खड़े रहे फिर वो बोली अरे आप परेशान मत होइए पागल आदमी और रोने क्यू लगे मेरा तो चलो आदत है पर आप....
हम बोले कभी कभी तो अपने मुंह से बोल के कुछ मांगती हो वो भी अगर नही दे पाए हम तो फिर कैसे पति हुए हम.....
पूजा मेरे बालो में हाथ फेरते हुए बोली अरे मेरे जान आप हमको सब कुछ बिना बोले ही दे देते है तो फिर मांगने का जरूरत ही नही पड़ता ये तो हम आपको इसलिए बोले थे क्युकी आपको तो पता ही है हमको नहीं रहा जाता आपके बिना अभी भी आप चले गए थे तो मेरा ध्यान आप पर ही था.....
और वो मेरे आंसू पोंछी और पलंग पे बिठा कर खुद मेरे गोद में बैठ गई और बोली आप मेरे डार्लिंग हसबैंड है मेरे जान है मेरे सुमित पूजा के सुमित और आपके जाने के बाद हम फोन पे आपसे चिपके रहेंगे तो बस हो गए ना हम दोनो एक साथ हर वक्त......बाद बाकी ये दोनो तो है ही और आप एक चीज नोटिस नही किए ये देखिए वो मेरा हाथ पकड़ के अपने पेट पे रखवाई और बोली महसूस कीजिए कुछ....
मेरे दोनो बच्चे अब महसूस हो रहे थे थोड़े थोड़े उसके पेट में....ये चीज महसूस करने के बाद हम बोले अब तो कंपनी देने के लिए ये दोनो भी है बतियाना दिन भर इनसे....
वो बोली नही हम तो आपसे बतियाएंगे और आप ऑफिस जाते समय चार्जर बैग में रखे रहिएगा समझे और खाना घर पे ही बना कर खाइएगा ज्यादा बाहर का मत खाने लग जाइयेगा.....हम बोले हा मेरी जानेमन खाना हम बना लेंगे टेंशन मत लो.....
फिर वो बोली आज हम भी चलेंगे आपके साथ एयरपोर्ट....
हम बोले एक शर्त पे की तुम वहां रोएगी नही....तो वो मुस्कुराती हुई बोली नही इसका गारंटी नहीं लेंगे पर हम चल रहे है ये तय है....हम उसका हाथ पकड़े और अपने सर पे रख कर बोले मेरा कसम है तुम वहा रोएगी नही....
वो तुनक कर मेरे सर पे से हाथ हटा कर बोली बै जान ये क्या हरकत किए आप जाइए हम नही जायेंगे आपके साथ अब एयरपोर्ट पे.....
हम बोले अरे अरे अब गुस्सा मत करो देखो नीचे गुलाबजामुन ला कर रखे है मेरा गुस्सा उनपे निकालना और फिलहाल ये देखो इसपर अपना गुस्सा निकालो....और चॉक्लेट निकाल कर उसको दिखाए तो वो उसको दूर कर दी और दूसरे तरफ देखने लगी....
वो अभी भी मेरे गोद में ही बैठी थी हम बोले अरे अब कुछ घंटों में चले जायेंगे ऐसे गुस्सा रहेगी.....वो बोली हम आपसे गुस्सा नही है पर आप कसम वापस लो पहले.....हम बोले ये कैसे होगा भला....वो मेरे सर पे हाथ रखती हुई बोली आप बोलिए कसम वापस.....हम बोले और अगर नही बोले तो...
पूजा अपना हाथ फिर से हटा ली और अपना मुंह फेर ली....हम हंसते हुए फिर से उसका हाथ पकड़े तो वो झटक दी....हम बोले अरे अरे मेरी जानेमन अच्छा लाओ कसम वापस और उसका हाथ फिर से पकड़ के अपने हाथ पे रख के बोले मेरी कसम वहा जा कर रोएगी नही.....
पूजा इस बार तुनक कर मेरा गोद से ही उठ गई और नीचे जाने के लिए दरवाजा खोलने लगी.....तो हम उसको उठ कर पकड़ के अपने गोद में फिर से बिठा लिए और बोले अरे अरे मेरी जान हमसे गुस्सा भी होती है हमको तो आज पहली बार पता चला....
पूजा अभी भी मेरी तरफ नही देख रही थी पर वो बोली हम गुस्सा नही है आपसे पर ये कसम हमको नहीं अच्छा लगा....
हम बोले अरे ये कैसा गुस्सा हुआ भला....
पूजा अबकी बार मेरे तरफ घूमी और
तो पूजा मेरे कंधे पे मुक्का से मारी तीन चार बार और बोली गंदे कहिंके खाली सताते है बेफालतू का.....
अच्छा हम पूरा कोशिश करेंगे की ना रोए ठीक....हम बोले हम तुम्हारे आंखो में आंसू नहीं आने देना चाहते पर ये कमबख्त हालात कभी कभी आपने साथ नही देते जान पर हम जब अबकी बार आयेंगे तो तुम्हारे लिए ढेर सारा प्यार और टाइम ले कर आयेंगे प्रॉमिस पर अभी फिलहाल ये चॉकलेट खाओ और एक मस्त चॉक्लेटी किस हमको दे दो.....
पूजा अब नॉर्मल हो गई थी और मेरे चेहरे पे चुम्मा की झड़ी लगा दी....एक के बाद एक चुम्मा देते हुए वो मेरे पे लद सी गई और हम दोनो बिस्तर पे पीठ के बल लेट गए....पूजा मेरे बगल में सरक कर लेट गई और मेरे सीने पे सर रख कर बोली सबसे ज्यादा हम आपके इस सीने पे सोना मिस करते है नींद एकदम नही आता है और इस बार तो काम भी नही
मिलेगा करने को की थक कर सो जायेंगे.....हम बोले कोई बात नही बस पांच दिन काटने है फिर तो हम आ ही जायेंगे अपनी जान के पास....तुम्हारे बगैर हमको भी वहा कहा नींद आता है.....पर अपनी आने वाली दोनो जानेमन लोग के लिए थोड़ा सैक्रिफायिस देना पड़ेगा और हम दोनो ये मिल कर करेंगे क्यू हो जायेगा ना.....
पूजा मुंह बिचका के मेरे तरफ देखी और फिर हमको अपने बाहों के आलिंगन में ले ली और जोर से कस कर बोली आई लव यू जान....आई विल मिस यू सो मच....हम उसके सर को हल्का सा अपने तरफ कर के उसके माथे पे चूम लिए और बोले मि टू बच्चा....
अच्छा चलो अब मिस यू के चक्कर में किस मि को नही भूलो पूरे हफ्ते भर का कोटा पूरा कर के जायेंगे हम....पूजा मुस्कुरा दी और बोली एवरीथिंग फॉर यू माय लव और फिर वो चॉकलेट फाड़ के एक टुकड़ा खाई और हमको किस करने लगी.....ऐसे ही हम दोनो पूरी चॉकलेट खाने के साथ साथ इमोशनल किस सेशन
तकरीबन डेढ़ घंटे बाद भाभी दरवाजे से आवाज दी तो हम उठ कर खोले और पूजा उठ कर पलंग पे बैठ गई....भाभी बोली अगर सब गीले शिकवे दूर हो गए हो तो खाना खाने चलो....हम बोले नही अभी दूर नही हुआ है दूर हो ही रहा था की आप कबाब में हड्डी बन के टपक पड़ी.....देवर देवरानी का प्यार बर्दाश्त नहीं होता है का आपसे.....
भाभी हतप्रभ हो कर हमको देख रही थी जैसे हम कितना जला कटा उनको सुना दिए हो.....
तब पीछे से पूजा हस्ते हुए बोली अरे भाभी ये ऐसे ही बोल रहे है आप दूसरा कुछ मत सोच लीजिएगा और हम उसकी इस सफाई को सुन कर हस दिए तो भाभी मुंह बना कर बोली अरे हम तो खाना के लिए बोलने आए थे माफ करना जो हड्डी बन गए हम और वो जाने लगी तो हम उनका हाथ पकड़ कर बोले अरे गजब है मजाक न कर रहे थे हम आपसे और उनका हाथ पकड़ कर कमरे में ले आए.....
भाभी शायद नीचे ही पूजा के चेहरे पे बेचैनी को पढ़ ली थी इसलिए वो उसके कंधे पे हाथ रख कर बोली देख पूजा ये चला जायेगा तो तुम मुंह मत लटका लेना हम रहेंगे ना तुम्हारे पास तो इनका कमी नही खलेगा हम समझते है पति....पति ही होता है पर जीवन यापन के लिए पैसा कमाना भी जरूरी है....और कुछ ही दिनों का तो बात है फिर सब कुछ ठीक हो जायेगा समझी....
पूजा बोली हा भाभी जानते है.....तो भाभी बोली अरे अभी ना बोले मुंह मत लटकाना और तुम हो की अच्छा अच्छा समझे लव मैरिज है ना तो इसमें जुदाई का दर्द थोड़ा ज्यादा रहता हैं.....
इस बात पे हम और भाभी हस दिए जबकि पूजा शर्मा गई....फिर तीनो कोई उतरे नीचे खाना खाने को सब के साथ खाना हुआ और फिर दीदी का बच्चा लोग जिद करने लगा गाड़ी से थोड़ा घुमाने को पर हम सोचे थे की अपनी जानेमन के साथ थोड़ा टाइम स्पेंड करेंगे पर ये बच्चा लोग का डिमांड खैर अब अपना ही मामा भांजा भांजी का मन नही रखेगा तो कैसे चलेगा इसलिए उन सब को ले कर दोनो दीदी के साथ थोड़ा बाहर घूमने गए और इस बीच पूजा मेरा बैग तैयार कर दी और मां से जिद कर के रात का खाना बनाने का परमिशन ले ली....
हम दो घंटे बच्चा लोग को घुमा फिरा कर घर वापिस आए गाड़ी को कवर चढ़ा कर उसको सही से पार्क कर दिए इन सब कामों में शाम के छह बज गए थे अब बमुश्किल हम दो घंटे और रहते फिर निकल जाना था हमको.....
हम घर में गए तो देखे की पापा आ चुके है दुकान से और मां के साथ बैठे हुए है और मेरी जानेमन खाना बनाने में लगी है भाभी शायद अपने घर गई थी.....
हम मौका देख के किचन में गए और अपनी रानी को पीछे से हग कर के बोले क्या बना रही है जानेमन मेरे लिए.....
वो मेरे को बोली ऐसे मत कीजिए वो भी किचन में पागल अभी मां या कोई आ जायेगा तो भाग जाइयेगा और हम फस जायेंगे....
हम बोले अरे अभी कोई नही आ रहा समझी तुम ये बताओ क्या बना रही है...वो बोली परांठे बना दिए है और पनीर का सूखा सब्जी है सुबह में खा कर चले जाइयेगा आराम से और इस डब्बे में थोड़ा निमकी छान दिए है सुबह चाय के साथ में खा लीजिएगा फिर ही बैठिएगा खाना बनाने वरना खाना बनाने के चक्कर में आप सुबह से भूखे रह जाइयेगा कम से कम ये रहेगा तो कुछ पेट में रहेगा आपके समझे.....
हम एक बार बाहर नजर मारे और फिर सीधा उसकी चूत को साड़ी के ऊपर से मसलते हुए बोले और इसका क्या करेगी कुछ इसका भी कर दो ना....पूजा परांठे सेकना छोड़ कर मेरी तरफ देखी और फिर मेरा हाथ पकड़ के अपनी चूत पे एक बार दबाई और फिर उसको हटाते हुए बोली ले चलिए हमको भी अपने साथ एक वही उपाय है अभी.....और ऐसे मत छेड़िए उसको वरना फिर हम बहक जायेंगे और यही पे आपके ऊपर चढ़ बैठेंगे फिर आप समझिएगा.....
हम बोले हाय
हम तुरंत उसके चेहरे को पकड़ कर एक मस्त वाला चुम्मा उसके होंठो पे चिपका दिए और बोले तुम अपना काम करो हम अपना काम करते है....तभी पापा जोर से आवाज दिए सुमितवा किधर गया रे इधर आओ....
हम हड़बड़ा कर पूजा को छोड़ कर पहले अपना खड़ा लंड एडजस्ट किए और फिर भागे पापा के पास.....उनके पास गए तो वो हमको बोले की तिवारी से बात किए थे हम आज तेरे जाने के बाद वो एक जगह बोला है बात करेगा और शायद तेरा ट्रांसफर का कोई जैक लगा दे तो पटना या फिर कही आस पास में हो जायेगा वो इस महीने दिल्ली जायेगा तो वहा कोई है बड़े पहुंच वाला आदमी तो देख अगर अच्छा रहा तो तेरा ट्रांसफर पूजा बेटा के डिलीवरी तक हो जायेगा....हम बोले अरे पापा थैंक्यू सो मच आपको पता नही है आपकी बहू ये खबर सुन कर कितना खुश हो जायेगी देखिएगा अभी और हम अभी पूजा को बुलाते इससे पहले दीदी उसको बुला दी आवाज दे के वो आयो तो पापा बोले की देख बेटा तेरे उदासी के चक्कर में हम तिवारी से बात किए है इसके ट्रांसफर के लिए पटना में या इसके आस पास अगर सब कुछ अच्छा रहा तो जल्दी ही ट्रांसफर हो जायेगा पटना में....
पूजा ये सुन कर मुस्कुराते हुए बोली थैंक्यू पापा...तो दीदी बोली अरे पहले हो तो जाने दो फिर बोलना थैंक्यू....तो पूजा बोली उस वक्त भी बोल देंगे दीदी फिर मां बोली चल अब खुश रहना और भगवान से प्रार्थना करना की ये काम हो जाए समझी जा अब जो कर रही थी वो कर ले काहे की जाने का टाइम होने जा रहा है....
फिर पूजा बोली मां अभी हम भी जाए साथ में एयरपोर्ट....तो मां बोली मारेंगे ना जाने का नाम ली तो....भरल पेट लइका ले के रात में चौराहा पार करेगी....तो पापा बोले नही बेटा रात में जाना तेरे लिए सही नही रहेगा और एयरपोर्ट है भी तो दूर....
पूजा का मन दुखी हो गया और मां का ना जाने देने का कारण ऐसा था की हम कुछ बोल भी नहीं सकते थे पर पूजा का उतरा हुआ चेहरा हमको मजबूर कर दिया बोलने पे हम बोले अरे मां जाने दो ना क्या हो जायेगा तो मां बोली ज्यादे टांग ना बढ़ाव जितना बोले उतना सुन.....
अब इस मामले पे बोलना बेवकूफी होता इसलिए हम भी उठे वहां से और चल दिए अपने कमरे में....वही दीदी पूजा के पास गई और उसको बोली की जा हम पैक कर देते है ये दो परांठा बचा है हम सेक देते है तुम जाओ उसके पास....पूजा तुरंत दीदी को किचन हैंडओवर कर के मेरे पास आ गई कमरे में और हम कपड़ा बदलने जा रहे थे मुंह हाथ धो कर.....वो कमरे में आई और पीछे से हमको अपनी बाहों में भर ली और रुंधे हुए गले से बोली ए जान अब तो हम वहा रोने भी नही आ रहे आपका कसम लग गया.......हम उसकी तरफ घूम कर उसको अपने गले से लगा लिए और बोले नही पागल ऐसा नही है मां कुछ सोच समझ कर ही बोली होंगी....
पूजा की आंखों से अब आंसू बहने लगे और साथ साथ उसके आंखो का काजल उसके गाल पे फैलने लगा....
हम उसकी आंखो के आंसू को पोंछे और बोले अब रो मत पागल लड़की हम वहा जा कर मर थोड़े जायेंगे....पूजा तुरंत मेरे मुंह पे अपना हाथ रख दी और बोली आज बोले सो बोले दुबारा ये बात बोले ना तो देखिएगा हम ही मर जायेंगे....
हम बोले फिर रोना बंद करो अभी तुरंत लेकिन वो पगली और तेज रोने लगी तो हम बोले अरे अरे अरे ये क्या मारेंगे अभी बहुत जोर से....वो मेरे से फिर लिपट गई और बोली मारेंगे ना डांटते भी है और बोलते है रो मत....
हम बोले हे भगवान कब डांटे हम तुमको....वो बोली अभी ना बोले मारेंगे....
हम बोले अच्छा नही मारते पर हम चुम्मा तो ले सकते है ना....और उसके चेहरे को पकड़ कर उस पर चुम्मा का झड़ी लगा दिए....
और फिर जोर से अपने से सटा लिए और कुछ देर यूंही रहने के बाद हम बोले अभी से नही रोना समझी अच्छे मन से विदा करो डेढ़ दो बजे तक तो हम भोपाल पहुंच जाएंगे पर तब तक तुम सो जाना जागी मत रहना दिल्ली में जब रुकेंगे तो करेंगे वीडियो कॉल उसके बाद सो जाना हम भोपाल पहुंच कर मैसेज कर देंगे....
पूजा बोली आपको लगता है की हम सो जायेंगे...हम बोले हा हमको लगता नही है बोल के जा रहे है और सोना ही है रतजग्गा नही करना है समझी तबियत पे असर पड़ेगा....इतने में फिर बदल गरजा थोड़ा तो पूजा बोली देखिए मेरे साथ साथ आसमान भी रोएगा अब....
हम बोले अच्छा तो उसको अकेले रोने देना तुम नही रोना समझी चलो अब कपड़ा बदलो और थोड़ा बैठो शांति से हम तैयार हो जाए प्लेन में एयर होस्टेस सब रहेगी थोड़ा लाइन मारेंगे ना....
पूजा एक मुक्का मारी घम्म से मेरे पीठ में और बोली ये सब हमको पसंद नही है भक्क....
हम कराहते हुए उसको दुबारा से अपने गले से लगा लिए और बोले तुम ही हो मेरे लिए सब कुछ गधी आह बड़ा जोर से लगा स्वीटहार्ट....
पूजा जहां मारी थी वहा पे सहलाने लगी और बोली आप क्यू बोलते है ये सब जब जब बोलिएगा तब तब मारेंगे हम....
हम हस्ते हुए बोले अच्छा अच्छा अब से नही बोलेंगे चिड़चिड़ा जाती हो तुरंत में....पूजा फिर हमको देखने लगी मुंह बना कर हम बोले अरे अब मुंह मत बनाओ मजाक कर रहे थे हम चलो जाओ मुंह हाथ धो लो फिर नाइटी पहन कर आराम से लेटो....
वो बोली नही आपके जाने के बाद बदलेंगे....हम उसकी चूची को जोर से मसलते हुए बोले अरे जाने से पहले एक बार जी भर के दर्शन तो कर लेने तो मेरी बीवी के.....
पूजा मेरे गाल पे काट ली और बोली क्यू आपकी एयरहोस्टेस सब नही दिखलाएगी आपको बन ठन के जाना है ना....
हम फिर हस कर उसके दोनो गाल खींच कर बोले अब बस करो भाई हो गया आई एम सॉरी....
पूजा फिर कमरे का दरवाजा बंद की और मेरे पास आ कर मेरा हाथ अपनी चूत पे रख कर बोली लीजिए अब जो करना है कीजिए....हम तुरंत उसकी साड़ी की गांठ को खोल दिए और वो उसको अपने बदन से अलग कर दी और फिर तुरंत उसके पेटीकोट को ढीला कर दिए वो भी जमींदोज हो गया और तुरंत नीचे बैठ कर उसकी चिकनी चूत को चूम लिए और बोले इसका खयाल रखना बहुत नाजुक है.....
पूजा मुस्कुरा कर बोली पगलाए क्या आप किस्से किसका खयाल रखने को बोल रहे है.....हम उसकी चूत पे चूम कर बोले मेरी मुनिया से तुम्हारा खयाल रखने को बोले है....
पूजा जोर से हस दी और बोली लग रहा है मुक्के का असर दिमाग पे हो गया है....हम बोले वो अभी पता चलेगा तुमको और सीधा उसकी चूत पे मुंह लगा दिए हम....
पूजा खड़े खड़े अपनी चूत चुसाई का मजा लेने लगी और साथ ही साथ मेरे बालो को भी नोचने लगी....कुछ ही देर में पूजा झड़झड़ा कर झड़ गई और ऊपर वो अपना ब्लाउज का बटन खोल ली थी पर सारे नही....
हम खड़े हुए और उसके बदन से ब्लाउज को उतारते हुए बोले ये क्यू नही उतारे तो वो बोली आप मेरा सारा ध्यान खींच कर नीचे ले गए थे तो कहां से खोलती....
अब पूजा नंगी थी मेरे सामने हम उसको घुमा कर पलंग पे बिठाए और फिर उसकी नाइटी उसको पहना दिए....
पूजा मेरे लंड को पकड़ी और बोली इसका ऊपर तो आप करने ही नही दिए और ये बोल कर आओ तुरंत नीचे जमीन पे बैठ गई और मेरे लंड को बाहर निकाल कर चूसने लगी.....
हम पहले से ही काफी उत्तेजित थे तो पूजा को ज्यादा मेहनत नही करना पड़ा और कुछ ही पलों में झड़ गए.........
इसके बाद हम उसको नाइटी और ब्रा पहनाए और खुद भी तैयार हुए तब तक मेरी डार्लिंग खाना ले आई जा कर नीचे से फिर दोनो कोई खाना खाए और खाते खाते भी हम उसको समझा ही रहे थे....
खैर खाना पीना हुआ फिर एक बार और हम दोनो में प्रेम क्रीड़ा हुआ उसके बाद दोनो नीचे उतरे और अभी तक भईया भाभी दोनो आ गए थे.....
जाने के समय पूजा गेट पे खड़ी थी और हम गाड़ी में बैठने से पहले पूजा को एक साइड से हग किए और बोले बढ़िया से रहना और रोना नहीं....पर वो पगली है मेरा लाख बोलने के बावजूद जैसे ही उसको हग कर के हटे उसके आंसुओ में उसकी आंखो का साथ छोड़ दिया....और अभी उसको कोई कुछ नही बोला क्युकी सब जानते थे की वो कुछ भी बोल ले वो रोएगी ही....
लेकिन छोटी दीदी और भाभी उसको दोनो तरफ से घेरी और बोली अरे एक जा रहा है तो क्या ये देखो दो दो तैयार खड़ी है.... ये बात पे सब हस दिया और पूजा का भी हसी छूट गया पर आंखो में आंसू तो थे ही....
इसी तरह हम सब से विदा लिए और पापा भईया के साथ कैब से निकल गए एयरपोर्ट....क्युकी उन दोनो में से किसी को गाड़ी चलानी नही आती थी....
रास्ते में पूजा की मम्मी का फोन आया ये पूछने के लिए की निकले की नही और हाल चाल जानने के बाद वो भी ठीक से जाने बोल के फोन काट दी और हमको एयरपोर्ट छोड़ कर भईया और पापा दोनो कोई वापिस हो लिए घर को.....