चंदन सा बदन चोद दिया

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Antarvasna, desi kahani: मैं दुकान से सामान लेकर घर लौट रहा था जब मैं दुकान से सामान लेकर घर लौट रहा था तो उस वक्त मुझे अविनाश दिखाई दिया। अविनाश हमारी कॉलोनी में ही रहता है अविनाश से मैं काफी दिनों बाद मिल रहा था, जब अविनाश को मैं मिला तो मैंने उससे उसके हालचाल पूछे अविनाश ने मुझे बताया कि उसने कुछ दिनों पहले जॉब छोड़ दी थी और वह आजकल घर पर ही है। मैंने अविनाश को कहा कि क्या मैं तुम्हारे लिए अपने ऑफिस में जॉब की बात करूं। अविनाश कहने लगा कि मोहन अगर तुम मेरे लिए अपने ऑफिस में जॉब की बात कर लोगे या फिर मेरी जॉब कहीं भी लगा दोगे तो तुम्हारा मुझ पर बड़ा एहसान होगा। मैंने अविनाश को कहा इसमें एहसान वाली क्या बात है, मैंने अविनाश को कहा कि तुम मुझे अपना रिज्यूम भेज देना मैं तुम्हें कुछ दिनों में बता दूंगा।

अविनाश ने मुझे अपना रिज्यूम तो भेज दिया था लेकिन अभी तक अभिनाश की जॉब कहीं भी लग नहीं पाई थी। मैंने अपने एक दोस्त को फोन किया वह एक बड़ी प्रतिष्ठित कंपनी में मैनेजर के पद पर है मैंने जब उससे अविनाश के बारे में बात की तो उसने मुझे कहा कि तुम कल अविनाश को ऑफिस में भेज देना। अगले दिन मैंने अविनाश को अपने दोस्त को ऑफिस में भेज दिया जब अविनाश वहां पर गया तो अविनाश का सिलेक्शन वहां पर हो चुका था। अविनाश का सिलेक्शन हो जाने के बाद अविनाश मुझसे मिलने के लिए घर पर आया और वह मुझे कहने लगा कि मोहन यह सब तुम्हारी वजह से ही हुआ है तुमने मेरी बहुत ही मदद की है। मैंने अविनाश को कहा कि भला इसमें मदद की क्या बात है तुम्हें नौकरी की जरूरत थी और मैंने तुम्हारी नौकरी लगवा दी। अविनाश जॉब पर जाने लगा था और वह काफी खुश था कि अब वह जॉब पर जाने लगा है। अविनाश तो खुश था ही और साथ ही साथ मेरी जिंदगी भी अच्छे से चल रही थी लेकिन जब मेरे परिवार वालों ने मेरी बहन की शादी करवा दी तो उसके बाद हमारे घर में काफी प्रॉब्लम्स आने लगी। मेरी बहन की सगाई जिस लड़के से हुई थी वह बिल्कुल भी ठीक नहीं था इस वजह से मेरी बहन मानसिक तौर पर भी काफी तनाव में आने लगी थी।

मैंने पापा और मम्मी से कई बार कहा कि आप सुहानी की शादी रोहित से ना करवाये लेकिन वह लोग मेरी बात नहीं माने और उन्होंने रोहित के साथ ही सुहानी की शादी करवा दी। रोहित और सुहानी की शादी तो हो चुकी थी लेकिन शादी के बाद सुहानी की जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था। उसकी शादी रोहित से हो जाने के बाद उसकी जिंदगी में कुछ भी ठीक नहीं था और वह काफी ज्यादा परेशान भी रहने लगी थी उसकी परेशानी की वजह सिर्फ और सिर्फ उसका पति रोहित ही था रोहित की वजह से वह मानसिक रूप से तनाव में थी। जब सुहानी घर आई तो मैंने उससे पूछा कि अगर तुम्हारा रोहित के साथ रिलेशन ठीक नहीं चल रहा तो तुम उसे छोड़ क्यों नहीं देती तो सुहानी ने मुझे कहा कि भैया आप तो जानते ही हैं कि अगर मैंने रोहित को छोड़ा तो पापा और मम्मी की कितनी बदनामी होगी। रोहित को नशे की बड़ी गंदी आदत थी जिस वजह से उसके और सुहानी के बीच अक्सर झगड़े हुआ करते लेकिन रोहित था कि समझने का नाम ही नहीं ले रहा था उसे तो जैसे सिर्फ अपनी जिंदगी से ही मतलब था और वह कभी भी सुहानी के बारे में नहीं सोचता था इसी वजह से तो सुहानी और उसके बीच में अक्सर झगड़े होने लगे थे। उन दोनों के झगड़े अब काफी बढ़ने लगे थे और आखिर में सुहानी ने रोहित को डिवोर्स देने का फैसला कर ही लिया। सुहानी ने रोहित को डिवोर्स दे दिया था सुहानी और रोहित का डिवोर्स हो जाने के बाद पापा और मम्मी बहुत ज्यादा परेशान थे उन्हें तो हमेशा ही यह चिंता सताती कि अब सुहानी का क्या होगा लेकिन ऐसा तो कुछ भी नहीं था सुहानी की जिंदगी में सब कुछ ठीक चल रहा था और वह जॉब भी करने लगी थी। सुहानी अपने पैरों पर खड़ी हो चुकी थी और वह एक अच्छी कंपनी में जॉब करने लगी थी वह पापा और मम्मी पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं थी। पापा और मम्मी अक्सर सुहानी को उसकी शादी के लिए कहते तो इस वजह से घर में कई बार परेशानियां हो जाया करती थी लेकिन मैं इन सब चीजों को हैंडल करने की कोशिश करता। मैंने भी सुहानी को समझाया और कहा कि देखो सुहानी तुम तो जानती ही हो की पापा और मम्मी तुम्हारी शादी को लेकर कितना परेशान रहते हैं तुम क्यों ना किसी लड़के से शादी के लिए हां बोल देती।

सुहानी मुझे कहने लगी आपको तो पता ही है कि मेरी जिंदगी में रोहित ने इतनी ज्यादा परेशानी पैदा कर दी थी की अब जाकर मैं उन समस्याओं से उभर पाई हूं और मैं मानसिक रूप से भी बिल्कुल तनाव में आ चुकी थी और पापा और मम्मी है कि इस बात को बिल्कुल भी समझने को तैयार ही नहीं है अब आप ही बताइए कि मुझे क्या करना चाहिए। मैंने सुहानी को कहा कि तुम कोई अच्छा सा लड़का देखकर उससे शादी कर लो लेकिन सुहानी कि अभी तक शादी नहीं हो पाई थी। काफी समय बाद सुहानी को भी लगने लगा कि उसे अब किसी की जरूरत है इसलिए हम लोगों ने उसके लिए एक लड़का ढूंढ लिया वह लड़का सुहानी से शादी करने के लिए तैयार था। वह दोनों अब एक दूसरे से शादी करने को तैयार थे और फिर सुहानी और सुरेश की शादी हो गई। सुहानी और सुरेश की शादी हो जाने के बाद सुहानी को मैं जब भी फोन करता तो वह हमेशा ही सुरेश की तारीफ करती। सुरेश उसका बहुत ध्यान रखता था और शादी के बाद सुहानी की जिंदगी में खुशियां वापस लौट चुकी थी और उसकी जिंदगी अच्छे से चलने लगी थी। एक दिन मैं अपने ऑफिस से घर लौट रहा था तो उस दिन मुझे सुहानी का फोन आया और उसने मुझे कहा कि भैया आप क्या मुझसे मिलने के लिए आ सकते हैं।

मैंने सुहानी को कहा हां क्यों नहीं मैं तुमसे मिलने के लिए कल ही आता हूं, सुहानी से मैंने काफी देर तक बात की उसके बाद सुहानी ने फोन रख दिया था। अगले दिन मैं सुहानी को मिलने के लिए उसके घर चला गया। मैं जब अपनी बहन सुहानी को मिलने के लिए जाता हूं तो वहां पर मुझे रवीना मिलती है जो की सुहानी के पड़ोस में ही रहती थी। रवीना को देखकर मुझे काफी अच्छा लगा और मैंने उससे बात भी कर ली उसके बाद हम दोनों की बातें फेसबुक के माध्यम से होने लगी। मैं और रवीना एक दूसरे से मिलने के बारे में सोच रहे थे लेकिन हम लोग मिल नहीं पा रहे थे। एक रात मैंने रवीना के साथ फोन पर गरमा गरम बातें की तो वह मुझसे चूत मरवाने के लिए तैयार हो चुकी थी। अब वह मेरे लिए इतना ज्यादा तड़प रही थी कि वह चाहती थी हम दोनों अकेले में मिले। मैंने रवीना को मिलने की बात कही तो वह मुझे कहने लगी तुम मेरे घर पर आ जाओ क्योंकि घर पर कोई भी नहीं है। मैं रवीना के घर पर चला गया जब मैं रवीना के घर पर गया तो उसके घर पर कोई भी नहीं था। वह मेरे लिए तडप रही थी। उसका पहला ही मौका था जब वह किसी के साथ सेक्स करने जा रही थी लेकिन मेरे लिए यह अच्छा मौका था कि मैं रवीना के साथ सेक्स कर पाऊंगा। मैंने रवीना के साथ पूरी तरीके से मजे लेने का मन बना लिया था। जब मैंने रवीना की जांघ पर हाथ रखा तो मै उसकी जांघों को सहलाने लगा। उसकी जांघ को सहलाकर मुझे मजा आ रहा था वह बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी। मैंने उसको कहा मैं तुम्हारी चूत मारना चाहता हूं वह मुस्कुराने लगी मैंने अपने लंड को बाहर निकाला तो उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया। वह मेरे लंड को हिलाती तो मुझे मजा आता।

जब वह मेरी लंड को हिलाती तो मुझे बहुत ही मजा आ रहा था और मेरे अंदर की गर्मी भी बढ़ रही थी। मैंने रवीना से कहा मैं तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को घुसाना चाहता हूं। जब मैंने उसके स्तनों को रसपान करना शुरू किया तो वह मचलने लगी। मैंने उसके स्तनों के बीच में अपने लंड को रगडना शुरू किया तो वह पूरी तरीके से उत्तेजित हो चुकी थी। उसकी उत्तेजना इस कदर बढ़ चुकी थी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पाया और ना ही रवीना अपने आपको रोक पा रही थी। यही वजह थी कि मैंने रवीना की चूत के अंदर तक अपने लंड को घुसा दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत को फाडता हुआ अंदर की तरफ गया तो रवीना के मुंह से चीख निकली और उसी के साथ उसकी सील भी टूट चुकी थी। मैं समझ गया रवीना बिल्कुल भी रह नहीं पाएंगी क्योंकि उसका पहला ही मौका था इसलिए हम लोग सिर्फ 2 मिनट तक एक दूसरे के साथ चुदाई का मजा ले पाए। मैंने अपने वीर्य को गिराकर रवीना की गर्मी को शांत किया लेकिन मेरे अंदर की गर्मी अभी कहां शांत होने वाली थी। मैंने रवीना के पैरों को ऊपर उठाया तो रवीना की चूत से भी पानी निकाल रहा था और उसकी योनि से बहुत ज्यादा पानी निकल रहा था। मैंने उसकी योनि पर लंड रगडना शुरू किया उसकी चूत से खून निकल रहा था।

मैंने रवीना की योनि की चूत के अंदर अपने लंड का घुसाना शुरू कर दिया था। उसको बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा रवीना मेरा साथ दे रही थी और वह अपनी मादक आवाज मे सिसकारियां ले रही थी। जब वह अपनी मादक आवाज में सिसकारियां ले रही थी तो मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था मैंने उसे काफी देर तक ऐसे ही चोदा। मुझे बहुत मजा आया जब मैंने उसकी चूत के अंदर बाहर अपने लंड को किया रवीना के अंदर की गर्मी बढ चुकी थी। रवीना ने मुझे कहा मुझसे रहा नहीं जाएगा मैंने रवीना से कहा तुम घोड़ी बन जाओ। रवीना ने मेरे लंड को अपनी चूत से निकालकर उसे कुछ देर चूसा। मैने रवीना की बड़ी चूतडो को अपनी तरफ किया। मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को घुसाया और उसकी चूत के अंदर बाहर लंड को करना शुरू किया तो उसको मजा आने लगा था। मैंने रवीना की योनि के अंदर अपने माल को गिरा दिया था वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। रवीना को चोदकर उसकी कोमल चूत का मजा लिया और वह खुश हो चुकी थी।
 
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