दोस्त की चाची लंड की प्यासी

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हाई, मेरा नाम आर्यन है और मैं मेरठ सेबिलोंग करता हु. मैं दिखने में हैण्डसम और बहुत सी लडकियों, भाभियों और चाचियों के साथ सेक्स कर चूका हु. मैं एक तरह से सेक्स एडिक्ट हु और आप मुझे सेक्स एक्सपर्ट भी कह सकते है. आज मैं अपनी पहली स्टोरी आप लोगो के साथ शेयर कर रहा हु.

ये एकदम सच्ची कहानी है, जोकि आज से ३ साल पहले की है. ये बात उन दिनों की है, जब हमारे यहाँ मेला लगा करता था. उस समय मेरठ में ज्यादा मॉल नहीं खुले थे और जब भी मेले या उनके जैसा कुछ लगता था, तो काफी लोग जाया करते थे घूमने के लिए और मौज- मस्ती के लिए. मैंने भी एक शाम मेले ही गया हुआ था. कि मेरी नज़र एक बहुत ही खुबसूरत औरत पर पड़ी. उसकी सुन्दरता से उस समय उसकी सही ऐज का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था. मेरे खयाल से उस समय, उनके आसपास के सभी लोग उनको ही ताड़ रहे थे और उनको खा जाने वाली नज़रो से देख रहे थे. उस औरत की हाइट ज्यादा तो नहीं थी, लेकिन वो देखने में बहुत सुंदर थी. उसका फिगर कोई ३६-३०-३६ का होगा. मैं उनको देखकर हैरान रह गया और सबसे ज्यादा हैरानी तब हुई, जब मैंने उनके साथ अपने दोस्त को देखा. मैं अपने दोस्त के घर कई बार जा चूका था, लेकिन उनको मैंने पहले कभी नहीं देखा था. मुझे अब उनके बारे में जानने की उत्सुकता हुई और मैं अपने दोस्त के पास चला गया. वो बहुत खुश नज़र आ रहा था. वो बोला - ये मेरी चाची है, आज ही पंजाब से आई है. मैंने उनको देखा और एक प्यारी से स्माइल दे दी. मैं फिर अपने दोस्त को बाय बोलकर चले आया.

पहले तो मैं अपने दोस्त के घर बहुत कम ही जाता था. १५-२० में कभी- कभी और भी दोस्त के बहुत जोर देने पर. पर उस दिन के बाद, मैंने दोस्त के घर रोज़ जाना शुरू कर दिया और काफी समय बिताने लगा. मैं ज्यादा से ज्यादा समय दोस्त की चाची के नजदीक रहने की कोशिश करता और उनकी मुस्कराहट को देखकर मुस्कुरा देता. उनको भी अब पता चल चूका था, कि मेरे मन में कुछ तो चल रहा है. पर उनसे बात करने की या कुछ कहने की मेरी हिम्मत नहीं होती थी. एकदिन, मैंने हिम्मत करके उनसे बात की और कहा - मैं आपको लाइक करता हु और आप से बात करना चाहता हु. उसने जो कहा, उसे सुनकर तो मैं सातवे आसमान में उड़ने लगा था. उसने कहा, कि वो भी मुझे लाइक करती है और उसने मुझे अपना फ़ोन नंबर दे दिया. अब हम लोग फ़ोन पर बात करने लगे. एकदिन मैंने इसको मिलने के लिए बोला. उसने कहा, कि वो ज्यादा घर के बाहर आती- जाती नहीं है. वो यहाँ अपने ससुराल में रहती है और उसका पति पंजाब में काम करता है. उसके ज्यादा बाहर आने- जाने पर उसके घर वाले शक करते है. मैंने उसको कहा - कोई तो रास्ता होगा, मिलने का? उसने कहा - अगर तुम लेट नाईट मेरे घर आ सको. तो मिल सकते है और उस समय कोई परेशानी भी होगी, क्योंकि उस समय तक सब सो चुके होते है.

मैंने कहा, ठीक है और एकदिन उसका फ़ोन आया और वो बोलने लगी; कि आज घर पर कोई नहीं है और तुम रात में आ जाना. मैं बड़ा ही खुश था, पर मन में एक निराशा थी कि उसके बच्चे तो वहां होंगे ही. तब मैंने यहीं सोचकर उसको फ़ोन किया, कि तुम्हारे बच्चे है. उसने कहा - वो उनको तब सुला देगी. अब तो मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था और मैं इस मौके को बिलकुल भी नहीं खोना चाहता था. मैं रात में उसके घर पहुच गया. वो बड़ी ही कातिल लग रही थी. उसने रेड कलर की नाईटई पहनी हुई थी. मैंने जाकर उसके कमरे में बैठ गया और बातें करने लगा. मैंने बिना देरी किये उसको पकड़ लिया और उसको किस करने लगा. उसके शरीर में करंट सा दौड़ गया. उसके मुह से हलकी सी सिसकारी अह्ह्ह करके निकल गयी. उसने मुझे कसकर पकड़ लिया.

फिर, मैं उसको फेस पर किस करने लगा और उसके होठो को चूसने लगा. वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी. मैं उसके मुह में अपनी जीभ डालकर उसकी जीभ को चूस रहा था. वो भी मेरी जीभ को चूस रही थी. अब मैंने उसके बूब्स कपड़ो के ऊपर से ही दबाने शुरू कर दिए. उसके बूब्स एकदम सख्त थे. वो अब जोर- जोर से सिस्कारिया भरने लगी थी... आआअह्हह्हह्ह.. ह्म्म्मम्म्म्म और मेरे हाथ के ऊपर हाथ रखकर उनको दबाने लगी. मैंने देर नहीं की और उसकी नाईटई उतार दी और उसके बूब्स उसने लगा. उसके बड़े से निप्पल को लिक करने लगा. बड़ा ही मज़ा आ रहा था और फिर मैंने उसको लिटा दिया और उसकी जांघो पर किस करने लगा. उसको भी अब मज़ा आने लगा था और अब मैंने उसकी चूत के होठो को अपने हाथ से खोल दिया था. मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर लगा दी और उसको मस्ती में चाटने लगा. अब मैं अपनी जीभ से उसकी चूत की चुदाई कर रहा था. उसकी चूत ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था और चूत गीली होने की वजह से मुझे उसके पानी का नमकीन टेस्ट आने लगा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

उसके बाद, मैंने उसको अपने लंड के दर्शन करवाए और वो देखकर उसको पागलो की तरह चूसने लगी और १० मिनट तक चूसने के बाद वो बोली - अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है, इसको मेरी चूत ने अन्दर डाल दो. मैंने उसको लिटाकर अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा और फिर धीरे से अन्दर डाल दिया. उसकी चूत गीली होने की वजह से ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी और लंड के अन्दर जाते ही वो मचलने लगी और मुझे बोलने लगी . चोदो मुझे. और तेज . और तेज. बहुत दिनों से लंड नहीं मिला, इस चूत को. बहुत प्यासी है ये चूत.आज इसकी प्यास बुझा दो. मैं उसको फुल स्पीड से चोद रहा था. फिर, मैंने उसको घोड़ी बनाया और चूत मारने लगा. करीब १५ मिनट बाद, हम दोनों एक साथ ही झड़ गये और थक कर एक-दुसरे की बाहों में नंगे ही लेट गये.

वो मुझे पागलो की तरह चूम रही थी. थोड़ी देर बाद, मैं फिर से तैयार हो गया और उसको गांड मरवाने के लिए बोला.पहले वो मना करती रही, क्योंकि उसने ऐसा पहले कभी नहीं किया था. लेकिन, मेरे जोर देने से वो मान गयी. मैंने उसको आयल लाने का कहा. वो लेकर आई और फिर मैंने आधे घंटा उससे अपने लंड की तेल मालिश करवाई. उसके बाद, मैंने उसकी गांड के छेद की भी तेल से मालिश की और चेयर पर बैठ गया. फिर, मैंने उसको अपने ऊपर बैठने के लिए बोला. वो मेरे ऊपर बैठने लगी और मैंने अपने लंड को उसकी गांड के छेद पर सेट किया. जैसे ही वो मेरे ऊपर बैठी. मैंने अपने लंड को धीरे- धीरे उसकी गांड में डालना शुरू कर दिया और मेरे लंड को टोपा उसकी गांड के अन्दर जाते ही वो उछल पड़ी और उठने लगी. वो चिल्ला रही थी और उसके आँखों में आसू आ गये थे. मैंने उसको चुप करवाया और शांत करने की कोशिश करने लगा.

फिर से ऐसा करने को कहा. वो डरते हुए, मेरे लंड पर बैठने लगी. पर मैंने इस बार एक ही झटके ने अपने पुरे लंड को उसकी गांड में डाल दिया. लंड उसकी गांड में सेट हो गया और वो चिल्लाने लगी. चोद मुझे . अहहहः अहहहः मर गयी. मर गयी मैं तो. मज़ा आ गया. मैंने उस चोदना नहीं छोड़ा, बल्कि और भी जोर से झटके मारकर अपनी स्पीड बढ़ा दी. थोड़ी देर, मैंने अपने लंड को ऐसे ही रखा और फिर मैंने उसकी गांड को मारना शुरू किया. वो मज़े में उछल- उछल कर अपनी गांड मरवाने लगी. मैं थोड़ी ही देर में उसकी गांड में झड़ गया. उसको भी बड़ा मज़ा आया और उसने मुझे फिर से करने को कहा. हम पूरी रात सेक्स करते रहे. मैंने २ बार उसकी चूत मारी और २ बार गांड. वो पिछले कई सालो से मुझसे चुदती आ रही है और मेरे लंड से बहुत खुश है.
 
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