मन डोला और चूत को पेला

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Antarvasna, hindi sex kahani: मेरी जॉब का पहला दिन था और मैं अपने ऑफिस में जब पहले दिन गया तो मेरी मुलाकात रोहित के साथ हुई और रोहित से मेरी काफी अच्छी दोस्ती होने लगी। रोहित और मैं काफी अच्छे दोस्त बन चुके थे और मेरा रोहित के घर पर आना जाना भी होने लगा था। एक रात हम दोनों पार्टी में थे उस दिन रोहित ने मुझे अपनी कजन पायल से मिलवाया। जब उसने मुझे अपनी कजन पायल से मिलवाया तो मुझे पायल अच्छी लगी और मैं उसे दिल ही दिल चाहने लगा था। मैं पायल को दिल ही दिल चाहने लगा था और मुझे वह काफी ज्यादा अच्छी लगने लगी थी यही वजह थी कि हम दोनों एक दूसरे से मिलना चाहते थे। मैंने पायल को मिलने का फैसला किया और मैंने रोहित से पायल का नंबर ले लिया था। मुझे पायल का नंबर मिल चुका था और मैं उससे बातें करने लगा था हम दोनों की बातें होने लगी थी और कहीं ना कहीं हम दोनों एक दूसरे को बहुत चाहने भी लगे थे। हम दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे थे हम दोनों का रिलेशन अब अच्छे से चलने लगा था लेकिन मुझे नहीं पता था कि हमारे रिलेशन को किसी की नजर लग जाएगी और पायल मुझसे दूर हो जाएगी।

पायल मुझसे दूर हो चुकी थी और उसके घर वालों ने उसकी शादी कहीं और ही तय कर दी थी। रोहित को मेरे और पायल के बारे में अच्छे से मालूम था इसलिए उसने पायल के परिवार वालों को समझाने की कोशिश भी की थी लेकिन वह लोग बिल्कुल भी नहीं माने और पायल की शादी उन्होंने कहीं और ही तय करवा दी। मेरी जिंदगी में बहुत ही ज्यादा अकेलापन आ चुका था और मैं बहुत ज्यादा परेशान भी हो चुका था क्योंकि पायल के मेरी जिंदगी से चले जाने के बाद मैं पूरी तरीके से टूट चुका था। मैं अपने आप को संभाल भी नहीं पा रहा था लेकिन रोहित ने उस वक्त मेरा काफी साथ दिया यदि रोहित मेरा साथ नहीं देता तो शायद मैं अपनी जिंदगी में दोबारा से वापस कभी नहीं लौट पाता। मैं अब अपनी जिंदगी में वापस लौट चुका था और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका था। मैंने दिल्ली में रहने का फैसला कर लिया था और मैं जयपुर छोड़कर दिल्ली आ चुका था दिल्ली में ही मैं अब सेटल हो चुका था और दिल्ली में मैं अपनी नई जिंदगी शुरू कर चुका था। अपने पीछे की जिंदगी को भूल कर मैं अब आगे बढ़ चुका था लेकिन कभी कबार मुझे पायल की याद आ जाती तो मैं पायल को बहुत ही ज्यादा मिस करता।

समय के साथ सब कुछ बदलता जा रहा था और मेरी जिंदगी में अब काफी कुछ चीजें बदलने लगी थी। मैं जिस कंपनी में जॉब करता था वहां पर मुझे प्रमोशन भी मिल चुका था और मैं एक अच्छे पद पर था सब कुछ मेरी जिंदगी में अच्छी तरीके से चलने लगा था।

मैं चाहता था कि पापा और मम्मी को भी मैं अपने साथ ही दिल्ली बुला लूं लेकिन वह लोग मेरे साथ दिल्ली में रहने को तैयार नही थे इसलिए मैं उन्हें अपने साथ हमेशा के लिए दिल्ली तो नहीं बुला पाया लेकिन उन्हें मैंने कुछ दिनों के लिए अपने पास दिल्ली बुला लिया था जिससे कि मुझे भी अच्छा लग रहा था की वह लोग मेरे पास कुछ दिनों के लिए ही सही लेकिन रहने के लिए तो आ गए है। वह लोग कुछ दिनों तक मेरे साथ रहे और फिर वह लोग वापस लौट गए। जब वह लोग जयपुर लौट गए तो मुझे कुछ दिनों तक तो बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा था।

एक दिन मैं अपने ऑफिस से वापस लौट रहा था जब मैं अपने ऑफिस से वापस लौट रहा था तो मुझे एक दिन पायल दिखी। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे पायल दिख जाएगी लेकिन उस दिन मुझे पायल दिखी तो मैंने पायल से बात करने की कोशिश की और पायल ने भी मुझसे बात की। पायल मुझसे मिलकर बड़ी खुश थी मैंने पायल से कहा कि तुम क्या दिल्ली में ही रहने लगी हो तो वह मुझे कहने लगी कि मेरे पति का दिल्ली में ट्रांसफर हो गया है और हम लोग दिल्ली में ही रहते हैं। हालांकि पायल और मेरी जिंदगी में अब ऐसा कुछ भी नहीं था लेकिन फिर भी मैं पायल के साथ अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाना चाहता था।

हम दोनों के बीच कुछ भी नहीं था लेकिन मैंने उस दिन पायल से उसका नंबर ले लिया और फिर वह वहां से चली गई। हम लोगों की बातें ज्यादा देर तक तो नहीं हुई थी लेकिन मुझे उस दिन पायल से बात करके बहुत ही अच्छा लगा था और हम दोनों बहुत खुश थे। उसके बाद भी कभी कबार मैं पायल से फोन पर बातें कर लिया करता था क्योंकि मैं ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में दिल्ली से बाहर ही रहता था इसलिए मेरी बात पायल से तो कम ही हो पाती थी।

पायल अपनी शादीशुदा जिंदगी से बहुत ही ज्यादा खुश है और वह मुझे अपने पति के बारे में भी बताती रहती है मैंने भी पायल की जिंदगी में कभी झांकने की कोशिश नहीं की। मुझे भी इस बात की खुशी है कि पायल के पति उसका ध्यान रखते हैं और वह अपने पति के साथ बहुत ही खुश है। मैं और पायल अभी भी अच्छे दोस्त हैं और हम दोनों जब भी मिलते तो हमे बहुत ही अच्छा लगता है।

एक दिन मैंने पायल को कहा कि तुम अपने पति को कभी मुझसे मिलवाना तो पायल ने कहा कि हां क्यों नहीं मैं तुम्हें अपने पति से जरूर मिलवाऊंगी। एक दिन पायल ने मुझे अपने घर पर डिनर के लिए इनवाइट किया। मुझे पायल ने जब अपने घर पर डिनर के लिए इनवाइट किया तो पायल के पति से मेरी उस वक्त पहली बार ही मुलाकात हुई थी और मुझे पायल के पति से मिलकर काफी अच्छा लगा।

उन लोगों के साथ में मैंने काफी अच्छा समय बिताया उसके बाद भी पायल और मैं एक दूसरे से बात करते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता। जब भी मैं पायल के साथ फोन पर बातें करता या उससे मिलता तो मुझे काफी ज्यादा अच्छा लगता था। पायल और मैं बहुत ही ज्यादा खुश थे। हम दोनों एक दूसरे से मिलते थे एक दिन पायल के पति अपने काम से कहीं बाहर गए हुए थे। उस दिन पायल ने मुझे घर पर बुलाया हम दोनों साथ में बैठकर चाय पी रहे थे।

हम दोनो एक दूसरे से बातें कर रहे थे लेकिन मुझे नहीं मालूम था उस दिन पायल और मेरे बीच मे वह सब कुछ हो जाएगा जो हम लोगों ने सोचा भी नहीं था। मौसम काफी ज्यादा सुहाना था उस दिन काफी ज्यादा ठंड भी हो रही थी दिल्ली में कड़ाके की ठंड थी और पायल मेरे बगल में बैठी हुई थी। पायल मेरे बगल में बैठी थी तो कहीं ना कहीं पायल के बदन की गर्मी मुझे महसूस होने लगी थी और हम दोनों बहुत ही ज्यादा गरम हो रहे थे।

मैंने पायल की जांघ पर जब अपने हाथों को रखा तो वह उत्तेजित होती जा रही थी। हम दोनों बहुत ही ज्यादा गरम हो गए थे मैंने पायल की गर्मी को बहुत ही ज्यादा बढ़ा कर रख दिया था। अब हम दोनों बिल्कुल भी रह ना सके और मैंने पायल के होठों को चूमना शुरू किया तो वस और भी ज्यादा गर्म होती चली गई। मैं उसके स्तनों को दबा रहा था मैंने उसे सोफे पर ही लेटा दिया था वह सोफे पर लेटी हुई थी।

जब वह अपनी गर्म सांसे ले रही थी तो मैं भी गरम हो रहा था और हम दोनों की गर्मी बहुत ही ज्यादा बढ़ती जा रही थी। हम दोनों इतने ज्यादा गरम हो गए थे हम दोनों बिल्कुल भी रह नहीं पा रहे थे। मैंने पायल के कपड़ों को उतारना शुरू किया उसके बदन को देखकर मुझे काफी ज्यादा अच्छा लग रहा था यह पहली बार ही था जब मैंने पायल के बदन को छुआ था।

उसके बदन को देखकर मैं अपने अंदर की गर्मी को बिल्कुल भी नहीं रोक पा रहा था मैं बहुत ही ज्यादा गरम होने लगा था। मै उसके निप्पल को महसूस करने लगा था जिस तरीके से मैं उसके निप्पलो का रसपान कर रहा था उससे वह बहुत ज्यादा गर्म होती जा रही थी। वह मुझे कहने लगी मेरी गर्मी को तुम और ना बढ़ाओ मैं बिल्कुल भी अपने आपको रोक नहीं पाऊंगी। मैंने पायल को कहा मैं भी अपने आपको नहीं रोक पा रहा हूं।

हम दोनों बहुत ही ज्यादा गरम हो चुके थे इसलिए मैंने जब पायल की पैंटी को नीचे उतार कर उसकी चूत को चाटना शुरू किया तो वह गर्म सिसकारियां भरने लगी थी। उसकी गर्म सिसकारियां इतनी अधिक बढ़ने लगी थी वह बिल्कुल भी नहीं रह पा रही थी। मैंने उसे कहा मैं तुम्हारी चूत के अंदर अपने लंड को घुसा रहा हूं।

वह उस मुस्कुराने लगी मैंने उसकी योनि के अंदर लंड को घुसा दिया। मै उसकी चूत में लंड डालकर खुश था। पायल की चूत गीली होती जा रही थी उसकी चूत से इतना पानी निकलने लगा था मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और उसे मैं बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था।

मैंने उसे बहुत तेज से चोदा मैं उसे जब तेजी से चोदता तो उसकी चूत पूरी गीली हो गई थी। उसकी चूत से बहुत अधिक मात्रा में पानी निकलने लगा था वह मुझे अपने दोनों पैरों के बीच में जकड़ने की कोशिश करने लगी। जब वह मुझे अपने पैरों के बीच में जकड़ने की कोशिश करने लगी तो मुझे अच्छा लग रहा था और मैं पायल को बड़ी तेजी से चोद रहा था। मेरा वीर्य मेरे लंड से बाहर की तरफ आ चुका था पायल भी झड़ चुकी थी।

मेरा वीर्य गिरने को था जैसे ही मेरा वीर्य पायल की चूत में गिरा तो वह बहुत खुश हो गई और बोली राजेश आज तो तुमने मेरी चूत को अपना बना लिया है। यह बात सुनकर मैं बड़ा खुश हुआ उस दिन के बाद से हम दोनों के बीच में शारीरिक संबंध बनने लगे। पायल को जब भी मेरी जरूरत होती तो वह मुझे घर पर बुला लेती और हम दोनों एक दूसरे के साथ में सेक्स कर के एक दूसरे को संतुष्ट कर दिया करते और एक दूसरे को खुश कर देते।
 
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